इस्लामिक अमीरात और ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो,काबुल
अफगानिस्तान के विदेश मामलों के उप राजनीतिक मंत्री शेर मोहम्मद अब्बास स्टैनिकजई और अफगानिस्तान के लिए ब्रिटिश दूतावास के प्रभारी रॉबर्ट चैटरटन डिक्सन के बीच हाल ही में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई. इस बैठक का उद्देश्य अफगानिस्तान और ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय राजनीतिक, सामाजिक और मानवीय संबंधों को मजबूत करना था.
बैठक की मुख्य बातें
विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता हाफिज जिया अहमद तकल ने बताया कि इस बैठक में दोनों पक्षों ने राजनीतिक सहयोग के साथ-साथ अफगान नागरिकों के लिए कांसुलर सेवाओं को सुदृढ़ करने और यूरोप, विशेष रूप से ब्रिटेन में रहने वाले अफगानों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने पर चर्चा की.
तक़ल ने बताया कि रॉबर्ट चैटरटन डिक्सन ने ब्रिटिश सरकार की ओर से यह आश्वासन दिया कि वे ब्रिटेन में रह रहे अफगान नागरिकों के लिए कांसुलर सेवाओं के प्रावधान को आसान बनाने और इसे बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसके साथ ही, उन्होंने वैकल्पिक आजीविका के माध्यम से अफगानिस्तान की सहायता करने पर भी जोर दिया.
द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की उम्मीद
शेर मोहम्मद अब्बास स्टैनिकजई ने बैठक में अपनी ओर से यह उम्मीद जताई कि काबुल और लंदन के बीच राजनीतिक और राजनयिक संबंधों को और मजबूत किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिटेन के साथ बेहतर सहयोग न केवल कांसुलर सेवाओं के लिए, बल्कि अफगानिस्तान के समग्र विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है.
मानवीय सहायता और वैकल्पिक आजीविका पर जोर
तक़ल ने यह भी बताया कि बैठक के दौरान ब्रिटिश दूत ने अफगान किसानों के लिए वैकल्पिक फसलों की व्यवस्था करने में सहायता करने पर विशेष जोर दिया. इस पहल का उद्देश्य अफगानिस्तान में एक स्थायी आय स्रोत सुनिश्चित करना और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना है.
विशेषज्ञों की राय
पूर्व राजनयिक अज़ीज़ मारिज ने इस बैठक को सकारात्मक कदम करार दिया. उन्होंने कहा, “दुनिया के एक प्रभावशाली देश और राजनयिक मामलों में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में, ब्रिटेन के साथ मजबूत संबंध न केवल अफगानिस्तान की चुनौतियों को हल कर सकते हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी इस्लामिक अमीरात के साथ जुड़ने के लिए प्रेरित कर सकते हैं.”
राजनीतिक विश्लेषक नजीब रहमान शामल ने कहा, “यूके के साथ सहयोग से अफगानिस्तान के किसानों को वैकल्पिक फसलों तक पहुंच प्राप्त होगी, जिससे देश के आर्थिक विकास में योगदान होगा और किसानों के लिए एक स्थायी आजीविका सुनिश्चित की जा सकेगी.”
राजनयिक मिशनों को फिर से खोलने का आग्रह
इससे पहले, प्रधानमंत्री कार्यालय के उप राजनीतिक मंत्री ने कतर में विदेशी राजनयिकों से मुलाकात की थी. उन्होंने अफगानिस्तान के साथ संबंधों को सुधारने और काबुल में अपने राजनयिक मिशनों को फिर से खोलने का आग्रह किया था.
ब्रिटेन के साथ इस्लामिक अमीरात के राजनयिक संबंधों में सुधार की यह पहल न केवल अफगानिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन सुनिश्चित करने का प्रयास है, बल्कि यह देश की आंतरिक समस्याओं को हल करने और वैश्विक स्तर पर अपनी स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम भी है. यह बैठक, खासकर कांसुलर सेवाओं और मानवीय सहायता पर, दोनों देशों के बीच लंबे समय तक सहयोग और साझेदारी का मार्ग प्रशस्त कर सकती है.