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एनआईटी श्रीनगर की डॉ. फातिमा जालिद को मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान, ‘शी इज-75 वीमेन इन केमिस्ट्री’ में हुआ नाम शामिल

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,श्रीनगर

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) श्रीनगर के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. फातिमा जालिद ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है. उन्हें हाल ही में प्रकाशित पुस्तक ‘She Is – 75 Women in Chemistry’ में स्थान मिला है, जो भारत की 75 प्रतिष्ठित महिला वैज्ञानिकों के योगदान को सम्मानित करती है.

यह पुस्तक भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (PSA) के कार्यालय और रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री (RSC), यूके के सहयोग से बियॉन्ड ब्लैक द्वारा प्रकाशित की गई है. इसका आधिकारिक विमोचन 6 फरवरी 2025 को भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (IISER) भोपाल में किया गया.

एनआईटी श्रीनगर के निदेशक और रजिस्ट्रार ने दी बधाई

एनआईटी श्रीनगर के निदेशक प्रो. बिनोद कुमार कनौजिया और संस्थान के रजिस्ट्रार प्रो. अतीकुर रहमान ने डॉ. फातिमा जालिद को इस उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई दी.

प्रो. बिनोद कुमार कनौजिया ने अपने संदेश में कहा:
“‘She Is – 75 Women in Chemistry’ में डॉ. फातिमा जालिद की पहचान उनकी असाधारण उपलब्धियों को उजागर करती है. यह न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, बल्कि देश भर की महत्वाकांक्षी महिला वैज्ञानिकों के लिए भी प्रेरणा का कार्य करेगी.”

उन्होंने आगे कहा कि डॉ. जालिद की सफलता दृढ़ता, नवाचार और वैज्ञानिक योगदान का एक बेहतरीन उदाहरण है, जो एनआईटी श्रीनगर और वैज्ञानिक समुदाय की मूलभूत विचारधारा को दर्शाती है.

संस्थान के रजिस्ट्रार प्रो. अतीकुर रहमान ने भी उन्हें भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि डॉ. फातिमा जालिद विज्ञान और अनुसंधान में युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहें.

‘She Is – 75 Women in Chemistry’ पुस्तक के बारे में

यह पुस्तक भारत की 75 प्रतिष्ठित महिलाओं की यात्रा को दर्शाती है, जिन्होंने रसायन विज्ञान और संबद्ध विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. यह ‘She Is’ सीरीज़ की चौथी पुस्तक है, जिसे एल्सामेरी डी’सिल्वा और सुप्रीत के सिंह द्वारा लिखा गया है. इसका उद्देश्य STEM (Science, Technology, Engineering, and Mathematics) के क्षेत्रों में महिलाओं की उपलब्धियों को पहचानना और उनके सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर करना है.

डॉ. फातिमा जालिद का शैक्षणिक और शोध सफर

डॉ. फातिमा जालिद का शैक्षणिक और शोध क्षेत्र में असाधारण योगदान है, जिसके चलते उन्हें इस प्रतिष्ठित सूची में स्थान दिया गया.

शैक्षणिक योग्यता:

  • 2015: एनआईटी श्रीनगर से बी.टेक (केमिकल इंजीनियरिंग) में स्वर्ण पदक विजेता और वेलेडिक्टोरियन (सर्वश्रेष्ठ स्नातक) रहीं.
  • आईआईटी दिल्ली से कम्प्यूटेशनल कैटेलिसिस और माइक्रोकाइनेटिक मॉडलिंग में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की.

शोध कार्य और उपलब्धियां:

  • उनके शोध को उच्च प्रभाव वाली अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित किया गया है.
  • 2018 में ‘गांधीवादी युवा तकनीकी नवाचार पुरस्कार’ (GYTI) से सम्मानित किया गया.
  • उनकी शोध रुचियों में कम्प्यूटेशनल कैटेलिसिस, माइक्रोकाइनेटिक मॉडलिंग, और द्विधात्विक मिश्र धातु उत्प्रेरक डिजाइन शामिल हैं.
  • टिकाऊ (सस्टेनेबल) रासायनिक प्रक्रियाओं में उनके शोध कार्य ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है.

महिला वैज्ञानिकों के लिए एक प्रेरणादायक उपलब्धि

डॉ. फातिमा जालिद का ‘She Is – 75 Women in Chemistry’ में शामिल होना भारतीय महिला वैज्ञानिकों के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है. उनका शोध कार्य और समर्पण विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं के लिए नए अवसरों और प्रेरणा के द्वार खोलता है.

काबिल ए गौर

डॉ. जालिद की यह उपलब्धि एनआईटी श्रीनगर, कश्मीर और पूरे भारत के वैज्ञानिक समुदाय के लिए गर्व की बात है. उनका नाम रसायन विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में महिलाओं की सशक्त भागीदारी का प्रतीक बन गया है.

उनका सफर इस बात का प्रमाण है कि लगन, समर्पण और कड़ी मेहनत से महिलाएं विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छू सकती हैं.