डाॅ. कफील खान हैदराबाद में करेंगे ‘द गोरखपुर हॉस्पिटल ट्रेजेडी, ए डॉक्टर्स मेमॉयर ऑफ ए डेडली मेडिकल क्राइसिस’ लांच
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, हैदराबाद
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में गोरखपुर सीट से मुख्यमंत्री तथा बीजेपी उम्मीदवार योगी आदित्यनाथ के खिलाफ खम ठोंकने का इरादा रखने वाले डॉक्टर कफील खान आज हैदराबाद पहुंच रहे हैं. मजेदार बात है कि गुंडा एक्ट लगाकर यूपी पुलिस जब उन्हें ढूंढती फिर रही है, वह हैदराबाद में मौजूद होंगे.
बता दें कि अगस्त 2017 के गोरखपुर अस्पताल की घटना से विवाद में फंसे डॉक्टर कफील खान ने इस विषय पर एक किताब लिखी है.‘‘द गोरखपुर हॉस्पिटल ट्रेजेडी, ए डॉक्टर्स मेमॉयर ऑफ ए डेडली मेडिकल क्राइसिस‘‘ शीर्षक से लिखी गई उनकी किताब का विमोचन आज दोपहर 12 बजे प्रेस क्लब में किया जाएगा.
यह कार्यक्रम सोमाजीगुडा में प्रेस क्लब परिसर में आयोजित किया जाएगा. इसे चिकित्सा सेवा केंद्र द्वारा आयोजित किया गया है. इस मौके पर हैदराबाद के वरिष्ठ पत्रकार जहीरुद्दीन अली खान और उस्मानिया विश्वविद्यालय में पत्रकारिता विभाग के पूर्व डीन पीएल विश्वेश्वर राव उपस्थित होंगे. कार्यक्रम का संचालन चिकित्सा सेवा केंद्र के संयोजक डॉ सत्तार खान करेंगे. इस कार्यक्रम को फेसबुक पर ऑनलाइन दिखाया जाएगा.
गोरखपुर अस्पताल त्रासदी पर किताब
यह पुस्तक दरअसल खान के संस्मरण पर आधारित है. इसके बाद के घटनाक्रमों को पुस्तक में पिरोया गया है. डाॅ. कफी खान कहते हैं, ‘‘मेरी किताब 10 अगस्त 2017 और उसके बाद की भयानक घटनाओं का एक ईमानदार और दिल छूने वाला विवरण है. मैं इसे उन सभी माता-पिता को समर्पित करता हूं जिन्होंने इस त्रासदी में अपने बच्चों को खो दिया. यह पुस्तक उन 63 बच्चों और 18 वयस्कों को समर्पित है. ”
खान कहते हैं,“मैंने पाठकों को तथ्य और सबूत देने के बारे में सोचा. यह केवल मेरे बारे में कहानी नहीं है. यह उन बच्चों और वयस्कों के बारे में है जो मर गए. उन परिवारों के बारे में जो न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं.‘‘
खान ने कहा कि किताब में ऐसी कहानियां हैं जो सिस्टम की विफलताओं को उजागर करती हैं और ‘असली अपराधियों‘ को उजागर करती हैं. हालांकि उनकी पुस्तक ऐसे समय आई है जब उत्तर प्रदेश में चुनाव हो होने वाले हैं. गोरखपुर अस्पताल की घटना को लेकर योगी सरकार की खूब आलोचना हो चुकी है.
गोरखपुर अस्पताल त्रासदी 7 अगस्त, 2017 को हुई थी, जब ऑक्सीजन बाधित होने से 63 बच्चों की मौत हो गई थी.
कफील खान
गोरखपुर में जन्मे खान ने कर्नाटक के मणिपाल के कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस और एमडी किया.अगस्त 2017 की घटना के बाद उन्हें बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज के नेहरू अस्पताल से निलंबित कर दिया गया.लंबी कानूनी लड़ाई के बीच और बाद में जेल की सजा के साथ, खान को इस साल नवंबर में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया.उनके खिलाफ अभी भी विभिन्न अदालतों में मामले चल रहे हैं. उन्हें लंबे समय तक सीएए आंदोलन के दौरान कथित भड़काउ भाषण के आरोप में जेल में रहना पड़ा था.
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एजेंसियों से इनपुट के साथ