डा जाकिर नाइक ओमान में तकरीर देने में व्यस्त, इंडियन मीडिया उनकी गिरफ्तारी की संभावना की खबर फैलाने में मस्त
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, जेद्दाह
भारतीय मीडिया के एक वर्ग द्वारा इस खबर को प्रमुखता से प्रचारित किया जा रहा है कि प्रमुख इस्लामिक उपदेशक डा. जाकिर नाइक को जल्द ही गिरफ्तार कर भारत लाया जा सकता है.मगर दूसरी तरफ डॉ. जाकिर नाइक रमजान के मौके पर ओमान में तकरीर देने में व्यस्त हैं.उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें अपने समर्थकों को सूचित किया कि वह बुधवार को सुरक्षित रूप से ओमान पहुंच गए.
बता दें कि जाकिर नाइक देशद्रोही गतिविधियों में शामिल होने के आरोप के चलते विदेश मंे निर्वासित जीवन जी रहे हैं. इस बीच मलेशियाई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, उन्होंने गर्मजोशी के साथ स्वागत करने के लिए ओमान के सुल्तान का आभार व्यक्त किया है.
ओमानी सरकार के निमंत्रण पर दो मजहबी तकरीर देने के लिए जाकिर नाइक ओमान में हैं.मलेशिया में उनके वकील अकबरदीन अब्दुल कादर ने हाल की उन खबरों का खंडन किया है जिनमें कहा गया है कि इस्लामिक उपदेशक को ओमान में गिरफ्तार किया जा रहा है और भारत में प्रत्यर्पित किया जा रहा है.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार अकबरदीन ने कहा कि वास्तव में जाकिर का ओमान की राजधानी मस्कट में राजकीय स्वागत किया गया है.वकील अकबरदीन के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है, उन्होंने मुझे यह कहने के लिए मैसेज किया कि वह सुरक्षित हैं और एक होटल में रुके हुए हैं.
अकबरदीन ने आगे कहा कि जाकिर ने अपनी कथित गिरफ्तारी की खबरों को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा नियंत्रित मीडिया द्वारा मनगढ़ंत खबर के अलावा और कुछ नहीं बताया है.इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक, अक्सर खाड़ी देशों की यात्रा करते रहते हंै. वह मजहबी लेक्चर देने के लिए 2022 फीफा विश्व कप के दौरान कतर में देखे गए थे.
जाकिर नाइक को सऊदी अरब द्वारा उनकी इस्लाम की सेवा के लिए 2015 में किंग फैसल अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया गया था. उन्हें स्वैच्छिक कार्य के लिए शारजाह पुरस्कार और 2013 में दुबई इंटरनेशनल होली कुरान अवार्ड – इस्लामिक पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर से भी सम्मानित किया जा चुका है.
डॉ. नाइक पर भारत में सांप्रदायिक घृणा भड़काने, मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग के आरोप हैं. उनके उपदेश और भाषण भारत, कनाडा, ब्रिटेन और बांग्लादेश में प्रतिबंधित पीस टीवी पर प्रसारित किए जाते रहे हैं.
18 जुलाई 2017 को भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा नाइक की गिरफ्तारी की सिफारिश की गई थी, तब से वह भारत के बाहर निर्वासन जीवन जी रहे हैं. भारत सरकार ने उन्हें भगोड़ा घोषित किया है. फिलहाल वह मलेशिया के पुत्रजया शहर में रह रहे हंै और उन्हें स्थायी निवासी की सुविधा मिली हुई है.
भारत उन्हें गिरफ्तार करने और मलेशिया से प्रत्यर्पण का प्रयास कर रहा है. इंटरपोल ने उनके खिलाफ रेड नोटिस जारी करने के लिए नई दिल्ली के अनुरोध को तीन बार अस्वीकार कर दिया. इंटरपोल की दलील है कि डॉ. नाइक का भाषणों के दौरान चंदा मांगना और धर्म का प्रचार करना अपराध नहीं है.