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ElectionResults 2023: मुसलमानों के झुकाव का आज चलेगा पता, तेलंगाना समेत चार राज्यों की सियासत का फैसला

मुस्लिम नाउ ब्यूरो /नई दिल्ली

चार राज्यों तेलंगाना, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में मुसलमानों की संख्या खासी है. इन चारों राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव का नतीजा आज आने वाला है और मतों की गितनी भी शुरू हो गई है.चार राज्यों तेलंगाना, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में मुसलमानों का वोट हथियाने के लिए कांग्रेस, वाईएसआर रेड्डी और बीजेपी ने कई हरबे अपनाए.

जहां मुसलमानों को डराया गया, वहीं उन्हें पुचकारा भी गया. यहां तक कि तेलंगाना में कांग्रेस के पक्ष में मुसलमानों का वोट न जाए इसके लिए एआईएमआईएम के सदर ओवैसी ने उन तमाम मुस्लिम बहुल सीटों पर मुस्लिम कंडिटेट्स उतार दिए, जिसका लाभ सीधे बीजेपी को मिला.

हर विधानसभा चुनाव में ओवैसी ऐसा ही करते हैं. जहां मुस्लिम आबादी होती है वहां सेक्युलर पार्टियों का वोट काटने के लिए अपने प्रत्याशी खड़े कर देते हैं. परिणाम स्वरूप सीधा लाभ बीजेपी को होता है. बिहार एवं यूपी के चुनाव में ओवैसी अक्सर ऐसा करते हैं, इसलिए इनकी पार्टी एआईएमआईएम को बीजेेपी की बी टीम कहा जाता है.

बहरहाल, चारों राज्यों के विधानसभाओं के वोटों की गिनती रविवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हो गई. दोपहर तक तस्वीर साफ हो जाएगी कि कौन सत्ता में बरकरार है और कौन बाहर.माना जा रहा है कि देश के उत्तर, पूर्व और दक्षिणी हिस्सों में फैले पांच राज्यों में मतदान अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए राजनीतिक दिशा तय करेगा.छोटे पूर्वोत्तर राज्य में मतगणना के पुनर्निर्धारण की पुष्टि करते हुए, चुनाव पैनल ने राज्य में नागरिक समाज के प्रतिनिधित्व के बाद यह निर्णय लिया, क्योंकि ईसाई-बहुल राज्य में लोगों के लिए रविवार का दिन विशेष महत्व रखता है. इसलिए मेजोरम में मतों की गिनती सोमवार को होगी.

मध्य प्रदेश की 230 सीटों, छत्तीसगढ़ की 90 सीटों, तेलंगाना की 119 सीटों और राजस्थान की 199 सीटों के लिए वोट गिने जाने लगे हैं. एग्जिट पोल में चार राज्यों में कांग्रेस और बीजेपी को दो-दो सूबा मिलने का अनुमान लगाया गया है.हालांकि, कांग्रेस उम्मीदवार की मृत्यु के बाद राजस्थान में एक सीट के लिए मतदान पहले ही स्थगित कर दिया गया है.राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा, छत्तीसगढ़ में वोटों की गिनती के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.

सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में अधिकारियों को तैनात किया गया है.सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू हो गई. मतगणना प्रक्रिया के लिए 90 रिटर्निंग ऑफिसर, 416 सहायक रिटर्निंग ऑफिसर, 4596 मतगणना कर्मी और 1698 माइक्रो-ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं.

इस बीच, शनिवार को एएनआई से बात करते हुए, राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं कि वोटों की गिनती बिना किसी रुकावट के हो.उन्होंने कहा, मतगणना वाले दिन के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं. अधिकारी निर्धारित केंद्रों पर मतगणना करा रहे हैं. वोटों की गिनती केंद्रीकृत तरीके से जिला चुनाव अधिकारियों के मुख्यालय में 36 केंद्रों पर की जा रही है. गुप्ता ने बताया, यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं कि प्रक्रिया बिना किसी रुकावट के संपन्न हो.

राज्य के सभी मतगणना केंद्रों पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है. 199 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतगणना सुबह 8 बजे शुरू हो गई. स्ट्रांग रूम खुलने के बाद सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती शुरू हुई. जिनकी संख्या करीब 5 लाख है. मतगणना प्रक्रिया के लिए कुल 1121 सहायक रिटर्निंग अधिकारी (एआरओ) नियुक्त किए गए हैं.

पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में भी पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जहां 236 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला मतगणना से किया जाएगा.मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था के बारे में बात करते हुए, भोपाल के पुलिस आयुक्त, हरिनारायण चारी मिश्रा ने कहा, “ वोटों की गिनती के लिए पर्याप्त पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है.मतगणना शुरू होने के बाद टीमें मतगणना केंद्रों और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था का मूल्यांकन कर रही हं. उसका जायजा रही हैं. मुख्य सड़क पर ट्रैफिक का मूवमेंट डायवर्ट किया गया है.

सीईओ ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) पर नजर रखने और उन्हें स्ट्रांग रूम से मतगणना केंद्रों तक ले जाने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवानों तैनात किए गए. उन्होंने बताया कि मतगणना केंद्रों के बाहर भी अपेक्षित सुरक्षा व्यवस्था की गई है.

इससे पहले, 30 नवंबर, गुरुवार को तेलंगाना में मतदान के अंत में प्रसारित एग्जिट पोल ने पांच राज्यों के लिए अलग-अलग आंकड़े पेश किए, जिससे मध्य प्रदेश और राजस्थान में भाजपा को बढ़त मिलती दिखाई दी, जबकि तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को स्पष्ट बढ़त मिलती दिख रही है.इसके अलावा, सर्वेक्षणकर्ताओं के अनुसार, सत्तारूढ़ एमएनएफ मिजोरम में सत्ता की दौड़ में आगे है. एग्जिट पोल तेलंगाना में कांग्रेस को बढ़त देने में लगभग एकमत हैं. कुछ ने राजस्थान में करीबी मुकाबले की भविष्यवाणी की, जिससे कांग्रेस को मामूली बढ़त मिल रही है.एक एग्जिट पोल के अनुमान के मुताबिक, मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस चुनाव की दौड़ में आगे है.

अगर कांग्रेस छत्तीसगढ़ के साथ-साथ राजस्थान को भी बरकरार रखती है और तेलंगाना से सत्तारूढ़ बीआरएस को बाहर करती है, तो यह पार्टी के लिए एक बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला होगा.एग्जिट पोल में भविष्यवाणी की गई है कि कांग्रेस तेलंगाना में सरकार बनाने की ओर अग्रसर है और सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) अपने 10 साल के कार्यकाल के बाद बहुमत से पीछे रह जाएगी. इन एग्जिट पोलों के नतीजों से लगता है कि इस बार मुस्लिम वोट कांग्रेस के साथ गए हैं.

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