फिलिस्तीन में होगा चुनाव, 36 पार्टियां आजमाएंगी किस्मत, कराएंगी रस्ट्रिेशन
फिलिस्तीन में 22 मई को होने वाले संसदीय चुनाव से दो महीने पहले 36 पार्टियों ने पंजीकरण कराया है. शुक्रवार को चुनाव आयोग का हवाला देते हुए बताया गया कि उनमें से 13 पार्टियों को अब तक अधिकृत किया गया है.
सूचियों पर अंतिम निर्णय 6 अप्रैल को आएगा.
यह चुनाव पिछले 15 सालों में पहली बार कराया जा रहा है.
फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास का फतह समूह टूट चूका है और अब तीन सूचियों में लड़ रहा है. आंतरिक असहमति फतह को कुछ वोटों का नुकसान कर सकती है.
इसके प्रतिद्वंद्वी, इस्लामवादी हमास आंदोलन की एक सूची है.
हाल में हुए चुनावों ने फिलिस्तीन के दो तिहाई लोग अब्बास से संतुष्ट नहीं हैं और चाहते हैं कि वह पद छोड़ दें.
चुनाव में और अनिश्चितता जोड़ने के लिए, इजराइल ने यह नहीं कहा है कि क्या यह मुख्य रूप से अरबी पूर्वी यरूशलेम में चुनावों को अधिकृत करेगा.
फिलिस्तीनी राजनेताओं ने कहा, पूर्वी यरुशलम में मतदान के बिना पूरा चुनाव नहीं हो सकता.
27 सदस्यीय ब्लॉक ने कहा, इजराइल ने भी यूरोपीय संघ द्वारा चुनावी पर्यवेक्षकों को भेजने के अनुरोध पर प्रतिक्रिया नहीं दी है.
फतह फिलिस्तीनी क्षेत्रों में सबसे मजबूत राजनीतिक पार्टी है, जबकि हमास दूसरे नंबर पर है.
साल 2006 में पिछले चुनावों के दौरान, हमास ने जीत हासिल की थी और उसके अगले साल ही हिंसक रूप से गाजा पट्टी पर अधिकार कर लिया. तब से फतह केवल वेस्ट बैंक के नियंत्रण में है.
2021 के आम चुनावों में 31 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव और 31 अगस्त को फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन के सर्वोच्च निर्णय लेने वाले निकाय फिलिस्तीनी नेशनल काउंसिल के चुनाव भी होंगे.