चर्चित साहित्यकार डॉ रखशंदा रूही मेंहदी की मां का निधन, कासमी कब्रिस्तान में दफनाया गया
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,देवबंद
जानी-मानी लेखिका डॉ रखशंदा रूही मेंहदी और जामिया मिल्लिया इस्लामिया दिल्ली के अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अदील मेहदी और केंद्रीय प्रकाशन देवबंद के मालिक फैसल मेहदी की मां तलत खुर्शीदा का गुरुवार को निधन हो गया.
उनका निधन उनके शब मोहल्ला महल स्थित आवास पर हुआ. वह करीब 80 वर्ष की थीं. मृतक का विद्वान परिवार से संबंध था. वह प्रसिद्ध पत्रकार स्वर्गीय जमील मेहदी के छोटे भाई और प्रसिद्ध कवि स्वर्गीय अकील की पत्नी और प्रसिद्ध लेखक और बुद्धिजीवी मौलाना सैयद राहत हाशमी की सगी बहन थीं.
उनके निधन की खबर से उनके रिश्तेदारों सहित शहर में शोक की लहर दौड़ गई. बड़ी संख्या में शहर के प्रमुख पुरुष और महिलाएं उनके निवास पर एकत्रित हुए.वह एक समर्पित, धर्मपरायण और गरीब-प्रिय महिला थीं. उनका पूरा जीवन नई पीढ़ी को प्रशिक्षित करने और महिलाओं में सुधार करने, बच्चों को पवित्र कुरान और धर्मशास्त्र सिखाने के साथ गरीबों का विशेष ध्यान रखने और दीन-दुखियों से सम्मान प्राप्त करने में बीता. उन्हांेने अपना पूरा जीवन धैर्य और कृतज्ञता के साथ जिया.
दारुल उलूम के परिसर में अस्र की नमाज के बाद मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी ने जनाजे की नमाज अदा कराई. बाद में कासमी कब्रिस्तान में उन्हंे दफनाया गया. जनाजे की नमाज में नायब-ए-मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासी, मुआविया अली, प्रख्यात उलेमा मौलाना नदीम अल-वज्दी, डॉ. ओबैद इकबाल आसिम, मौलाना मुहम्मद मदनी, मौलाना मोदूद मदनी, मुस्लिम फंड मैनेजर सोहेल सिद्दीकी शामिल हुए. सैयद आसिफ हुसैन, अदील सिद्दीकी, ईदगाह, अनस सिद्दीकी, हाफिज अब्दुल खालिक, उमीर अहमद उस्मानी, सलीम उस्मानी, साद सिद्दीकी, मौलाना मसूद मदनी, मौलाना हुसैन मदनी, सैयद जहीन अहमद, मुफ्ती याद-ए-इलाही, हकीम फारुख जमाल मौलाना दिलशाद कासमी, कारी फौजान, कारी वामीक, मौलाना कदरुल जमां, कासमी, हाजी रियाज महमूद, आजम नुमदार, अनवर इंजीनियर, सैयद वजाहत शाह, नजम उस्मानी और शहर की कई प्रमुख हस्तियों ने भी नमाज-ए-जनाजा में शिकरत की.