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पहले पीएम ने की इकबाल अंसारी की तारीफ, अब इकबाल गढ़ रहे मोदी के कसीदे

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, अयोध्या

चुनाव में मुसलमानों का वोट पाने के लिए क्या-क्या नहीं किया जा रहा है. कभी उन्हें डराया जाता है तो कभी पुचकारा. इस क्रम में कुछ दिन पहले जब चुनावी मंच से पीएम मोदी ने इकबाल अंसारी और उनके परिवार की तारीफ की तो अब बारी इकबाल अंसारी की थी. इकबाल अंसारी ने भी सीना ठोक कर मोदी के पक्ष में आ गए हैं.

एक न्यूज एजेंसी की खबर में कहा गया है-‘‘इकबाल अंसारी ने कहा, पीएम मोदी एक बार फिर बनें प्रधानमंत्री.’’इस खबर मंे आगे बताया गया कि राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद में पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने कहा है कि वह चाहते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री बनें.

एक्स पर जारी एक पोस्ट में इकबाल अंसारी ने इसकी वजह बताते हुए कहा, ‘‘पीएम मोदी भाग्यशाली हैं कि उनका चुनाव राम की नगरी से शुरू हो रहा है. उनका दस साल का पीएम पद का कार्यकाल बहुत अच्छा रहा. हम उनके अयोध्या आगमन से बहुत खुश हैं और चाहते हैं कि वह एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री बनें.

इकबाल अंसारी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है. इसलिए देश की जनता को एक बार फिर पीएम मोदी को मौका देना चाहिए. उनके शासन में समाज के हर वर्ग का विकास हो रहा है.गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को अयोध्या पहुंचे. वह वहां रामलला का दर्शन करेंगे और इसकेे बाद एक रोड शोे निकालेंगे. वह दो घंटे तक अयोध्या में रहेंगे.

इससे पहले लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान दमोह में एक रैली में, पीएम मोदी ने अयोध्या राम मंदिर कार्यक्रम में भाग लेने के लिए बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी की प्रशंसा की थी. यह खबर 19 अप्रैल 2024 की है.

खबर में बताया गया कि पीएम नरेंद्र मोदी ने इकबाल अंसारी की सराहना की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के दमोह में आयोजित एक सार्वजनिक रैली में, बाबरी मस्जिद मामले से उनके परिवार के ऐतिहासिक जुड़ाव के बावजूद, राम मंदिर कार्यक्रम में इकबाल अंसारी की उपस्थिति के महत्व पर जोर दिया. पीएम मोदी ने कहा, अंसारी परिवार की दो पीढ़ियों ने अदालत में हिंदुओं के खिलाफ बाबरी मस्जिद के लिए लड़ाई लड़ी. इकबाल अंसारी और उनके परिवार ने सदियों तक लड़ाई लड़ी, लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुओं के पक्ष में फैसला दिया, तो उन्होंने भी फैसले का स्वागत किया.

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि कानूनी लड़ाई के विरोधी पक्ष में होने के बावजूद, इकबाल अंसारी राम मंदिर ट्रस्ट से निमंत्रण मिलने पर राम मंदिर कार्यक्रम में शामिल हुए. मोदी ने इसे अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर एकता और स्वीकार्यता के प्रतीक के रूप में रेखांकित किया.

हालांकि मदनी और ओवैसी जैसे मुसलमानों का एक पक्ष बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट पक्ष सुप्रीम कोर्ट के फैसले से संतुष्ट नहीं और इसे चुनौती दे रखी है.