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दोस्ती और भाईचारा: दो रूसी मुस्लिम फाइटर खबीब नूरमगोमेदोव और इस्लाम मखचेव की अनोखी कहानी

आवाज द वाॅयस, नई दिल्ली

दो चर्चित रूसी मुस्लिम फाइटर इस्लाम मखचेव और खबीब नूरमगोमेदोव को लेकर अक्सर यह चर्चा होती है कि क्या ये दोनों सगे भाई हैं ? यदि नहीं हैं तो दोनों बार बार रिंग के अंदर और रिंग के बाहर साथ साथ क्यों देखे जाते हैं ? दोनों रूसी मुस्लिम फाइटरों को एक साथ देखकर अक्सर ऐसी चर्चाएं होती रहती हैं. बावजूद इसके इस रिपोर्ट में हम जानने की कोशिश करेंगे कि इस्लाम मखचेव और खबीब नूरमगोमेदोव के बीच रिश्ता क्या है ? क्यों वे अक्सर एक दूसरे के करीब देखे जाते हैं.

नूरमागोमेदोव की लड़ाई की परंपरा अगली पीढ़ी तक जारी है, जिसमें चचेरे भाई उस्मान, उमर और अबुबकर MMA में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं.एक सवाल जो अक्सर उठता है वह यह है कि क्या इस्लाम मखचेव, खेल के उभरते सितारों में से एक, प्रसिद्ध नूरमगोमेदोव परिवार, विशेष रूप से खबीब नूरमगोमेदोव और उनके दिवंगत पिता अब्दुलमनप नूरमगोमेदोव से संबंधित है.

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इस्लाम मखचेव, जो अपने प्रभावशाली कौशल और प्रभावशाली चैम्पियनशिप शासन के लिए जाने जाते हैं, को अक्सर खबीब नूरमगोमेदोव के साथ जोड़ा जाता है, जो पूर्व UFC लाइटवेट चैंपियन हैं, जिन्होंने 29-0 के बेदाग रिकॉर्ड के साथ संन्यास लिया था. वह UFC 302 में डस्टिन पॉयरियर के खिलाफ इस्लाम के कॉर्नर में शामिल होने के लिए भी लौटे. जबकि कई लोग अनुमान लगाते हैं कि उनके करीबी रिश्ते और साझा विरासत के कारण दोनों लड़ाके भाई हो सकते हैं, लेकिन सच्चाई थोड़ी अलग है.

खबीब और इस्लाम जैविक भाई नहीं हैं. हालाँकि, उनका बंधन रूस के दागेस्तान में उनके साझा पालन-पोषण में गहराई से निहित है. दोनों फाइटर्स ने खबीब के पिता अब्दुलमनप नूरमगोमेदोव के मार्गदर्शन में एक साथ प्रशिक्षण लिया है, जो मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स की दुनिया में एक सम्मानित कोच और मेंटर थे.
अब्दुलमनप ने दोनों फाइटर्स के करियर को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्हें अनुशासन और कौशल सिखाया जिसने उन्हें ऑक्टागन में दुर्जेय प्रतिद्वंद्वी बना दिया.इस्लाम मखचेव और खबीब नूरमगोमेदोव एक दूसरे को एक प्रतीकात्मक अर्थ में भाई मानते हैं, जो अब्दुलमनप द्वारा दिए गए कठोर प्रशिक्षण व्यवस्था और दर्शन से बंधे हैं.

यह भाईचारा रिंग के अंदर और बाहर दोनों जगह उनके आपसी समर्थन और खेल में अब्दुलमनप की विरासत को जारी रखने की उनकी प्रतिबद्धता में परिलक्षित होता है. खबीब की सेवानिवृत्ति ने मखचेव पर ध्यान को और मजबूत किया है, जिन्हें अब नूरमगोमेदोव लड़ाई परंपरा के मशालवाहक के रूप में देखा जाता है.जैसे-जैसे मखचेव रैंक के माध्यम से आगे बढ़ते हैं, खबीब और नूरमगोमेदोव विरासत से उनका संबंध एक फाइटर के रूप में उनकी पहचान का एक महत्वपूर्ण पहलू बना हुआ है.

खबीब नूरमगोमेदोव अपने परिवार के सबसे प्रसिद्ध सदस्य हैं जो मिश्रित मार्शल आर्ट में प्रतिस्पर्धा करते हैं), लेकिन वे अकेले नहीं हैं. उनके चचेरे भाई, उस्मान, उमर और अबुबकर नूरमगोमेदोव, सभी ने इस खेल में अपना नाम कमाया है. सभी चार सेनानियों ने छोटी उम्र से ही एक साथ प्रशिक्षण लिया है. अपने साझा अनुभवों से सीखते हुए और एक-दूसरे को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करते हुए.

उस्मान, उमर और अबुबकर खबीब की उपलब्धियों से प्रेरित होकर अपना करियर बनाना और MMA में सफलता के लिए प्रयास करना जारी रखते हैं. जबकि खबीब पेशेवर मुक़ाबले से सेवानिवृत्त हो चुके हैं. नूरमगोमेदोव परिवार की विरासत प्रतिभाशाली एथलीटों की अगली पीढ़ी के माध्यम से जारी है.उस्मान नूरमगोमेदोव का रिकॉर्ड 17-0 है, जिसमें एक बार कोई मुकाबला नहीं हुआ है और उमर नूरमगोमेदोव का रिकॉर्ड 17-0 है.

  • अब्दुलमनप का मार्गदर्शन: दोनों फाइटर्स ने खबीब के पिता अब्दुलमनप नूरमगोमेदोव के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लिया.
  • भाईचारे का प्रतीक: इस्लाम और खबीब एक दूसरे को प्रतीकात्मक भाई मानते हैं.
  • रिंग में एकता: UFC 302 में डस्टिन पॉयरियर के खिलाफ इस्लाम के कॉर्नर में खबीब का शामिल होना.
  • नूरमगोमेदोव परिवार की विरासत: खबीब के चचेरे भाई उस्मान, उमर और अबुबकर भी MMA में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं.
  • खबीब की सेवानिवृत्ति: खबीब के संन्यास के बाद इस्लाम मखचेव पर बढ़ता ध्यान.
  • साझा अनुभव: बचपन से एक साथ प्रशिक्षण और एक-दूसरे को प्रेरित करने की कहानी.
  • मशालवाहक: इस्लाम मखचेव को नूरमगोमेदोव लड़ाई परंपरा के नए मशालवाहक के रूप में देखा जाता है.
  • परिवार की नई पीढ़ी: नूरमगोमेदोव परिवार के युवा एथलीट MMA में अपना नाम बना रहे हैं.