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गाजा संघर्ष: हमास के कड़े रुख पर व्हाइट हाउस को ऐतराज, इजरायल-अमेरिकी बंधक रिहाई पर संदेह

वाशिंगटन/तेल अवीव

गाजा युद्धविराम वार्ता के बीच व्हाइट हाउस ने हमास पर आरोप लगाया है कि वह “बहुत खराब दांव” खेल रहा है और अव्यावहारिक मांगें रखकर बंधक सौदे को बाधित कर रहा है। अमेरिकी प्रशासन का कहना है कि हमास यह मान रहा है कि समय उसके पक्ष में है, जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है।

व्हाइट हाउस ने हमास पर लगाया ‘अव्यावहारिक’ मांगों का आरोप

व्हाइट हाउस के एक बयान में कहा गया, “हमास पूरी तरह से अव्यावहारिक मांगें रख रहा है और समय गंवाने की रणनीति अपना रहा है। उसे यह पता होना चाहिए कि अगर समय सीमा बीत जाती है, तो हम उसी के अनुसार प्रतिक्रिया देंगे।”

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दूत स्टीव विटकॉफ और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया कि “हमास समय सीमा से भली-भाँति परिचित है, और अगर उसने समय रहते बंधकों को नहीं छोड़ा तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।”

हमास ने इजरायल-अमेरिकी बंधक की रिहाई का प्रस्ताव रखा, इजरायल को संदेह

गाजा स्थित आतंकवादी समूह हमास ने शुक्रवार को कहा कि वह एक अमेरिकी मूल के इजरायली बंधक और चार अन्य शवों को सौंपने के लिए तैयार है। लेकिन इजरायल ने इस प्रस्ताव पर संदेह जताया है और कहा कि यह सिर्फ कतर में चल रही युद्धविराम वार्ता को विफल करने का प्रयास हो सकता है।

हमास ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह इजरायली सैनिक एडन अलेक्जेंडर और चार शवों को कब सौंपेगा या इसके बदले उसे क्या लाभ मिलने की उम्मीद है।

व्हाइट हाउस की ‘पुल योजना’ और हमास का जवाब

स्टीव विटकॉफ ने बुधवार को कतर में एक ‘पुल’ प्रस्ताव पेश किया था, जिसमें कहा गया था कि अगर हमास फिलिस्तीनी कैदियों के बदले जीवित बंधकों को रिहा करता है, तो युद्धविराम के पहले चरण को अप्रैल के मध्य तक बढ़ाया जा सकता है।

बयान में कहा गया, “हमास को स्पष्ट रूप से बताया गया था कि इस पुल प्रस्ताव को जल्द लागू करना होगा – और दोहरी नागरिकता वाले अमेरिकी-इजरायली एडन अलेक्जेंडर को तुरंत रिहा करना होगा।”

लेकिन अमेरिकी प्रशासन के अनुसार, “हमास ने सार्वजनिक रूप से लचीलेपन का दावा करके जवाब दिया, जबकि निजी तौर पर ऐसी मांगें रखीं जो स्थायी युद्धविराम के बिना पूरी तरह से अव्यावहारिक हैं।”

क्या अमेरिका केवल अपने नागरिक की रिहाई पर केंद्रित है?

जब अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से पूछा गया कि क्या अमेरिका केवल अपने नागरिक की रिहाई पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, तो उन्होंने कहा, “हम सभी बंधकों की परवाह करते हैं। यह कोई सामान्य कैदी अदला-बदली नहीं है। यह एक आक्रोशजनक स्थिति है। सभी बंधकों को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए।”

रुबियो ने आगे कहा, “हम इस मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेंगे। पूरी दुनिया को यह स्पष्ट करना चाहिए कि हमास की हरकतें निंदनीय, बीमार करने वाली और घृणित हैं।”

इजरायल ने हमास की विश्वसनीयता पर उठाए सवाल

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने भी हमास के प्रस्ताव पर शंका जताई है और कहा है कि “हमास मनोवैज्ञानिक युद्ध का सहारा ले रहा है।”

इजरायली सरकार ने स्पष्ट किया कि “हमने स्टीव विटकॉफ के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है और लचीलापन दिखाया है, लेकिन हमास इसे अस्वीकार कर रहा है और अपने रुख पर अड़ा हुआ है।”

नेतन्याहू के कार्यालय ने बयान में कहा कि “हमास के बयान का उद्देश्य वार्ता को विफल करना है।”

शनिवार को इजरायली मंत्रिमंडल की अहम बैठक

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू शनिवार रात को एक उच्चस्तरीय बैठक करेंगे, जिसमें इस मुद्दे पर गहराई से चर्चा की जाएगी और बंधकों की रिहाई के लिए अगले कदमों पर निर्णय लिया जाएगा।

पहले चरण का युद्धविराम और इजरायल-हमास की गतिरोध की स्थिति

गौरतलब है कि गाजा युद्धविराम का पहला चरण दो सप्ताह पहले समाप्त हो गया था। इस दौरान –
25 इजरायली बंधकों को रिहा किया गया था
2000 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा गया था
आठ शवों को इजरायल को सौंपा गया था

हालांकि, अब यह वार्ता फिर से ठप होती नजर आ रही है, और अमेरिकी प्रशासन की चेतावनी के बावजूद हमास अपने रुख से पीछे हटने को तैयार नहीं दिख रहा।

क्या होगा अगला कदम?

अब सवाल यह उठता है कि –
➡️ क्या इजरायल और अमेरिका हमास पर और दबाव बनाएंगे?
➡️ क्या गाजा में नए सैन्य ऑपरेशन की शुरुआत होगी?
➡️ क्या हमास अंततः अपने रुख में बदलाव करेगा और बंधकों को रिहा करेगा?

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