गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, गंदेरबल ने ‘World Wetlands Day 2025’ का किया आयोजन
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो, श्रीनगर
गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, गंदेरबल ने ‘विश्व आर्द्रभूमि दिवस’ (World Wetlands Day 2025) के उपलक्ष्य में शालबुग आर्द्रभूमि (रामसर साइट) का एक दिवसीय शैक्षिक दौरा आयोजित किया. यह दिन हर साल आर्द्रभूमियों के संरक्षण और पारिस्थितिक संतुलन में उनकी भूमिका के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है. इस वर्ष का विषय था: ‘हमारे साझा भविष्य के लिए आर्द्रभूमि की रक्षा करना’.
शैक्षिक यात्रा और पर्यावरण जागरूकता
कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो. फौजिया फातिमा के नेतृत्व में छात्रों, एनएसएस स्वयंसेवकों और एनसीसी कैडेटों ने शालबुग आर्द्रभूमि का दौरा किया. इस दौरान, उन्होंने जल पक्षियों के झुंडों को देखा, जो इस क्षेत्र का उपयोग भोजन और प्रजनन स्थल के रूप में करते हैं. यह अनुभव छात्रों के लिए शैक्षिक दृष्टि से अत्यंत मूल्यवान साबित हुआ.

वेटलैंड्स का महत्व और संरक्षण पर विचार-विमर्श
डॉ. फैयाज अहमद अहंगर (सहायक प्रोफेसर, जूलॉजी) ने छात्रों को ‘विश्व आर्द्रभूमि दिवस 2025’ मनाने के महत्व के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने आर्द्रभूमियों की प्रमुख भूमिकाओं पर प्रकाश डाला, जिनमें वर्षा जल संचय, भूजल पुनर्भरण, प्राकृतिक जल शोधक के रूप में कार्य करना, और वनस्पतियों व जीवों की विविधता को बनाए रखना शामिल है. उन्होंने बताया कि आर्द्रभूमियां प्राकृतिक स्पंज के रूप में कार्य करती हैं, जिससे पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में उनका संरक्षण महत्वपूर्ण हो जाता है.
इसके बाद, डॉ. शेख तनवीर सलाम (एसोसिएट प्रोफेसर, जूलॉजी) ने संक्षिप्त विचार-विमर्श किया, जिसमें उन्होंने शालबुग वेटलैंड को अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ‘रामसर स्थल’ के रूप में चिन्हित किए जाने के महत्व को समझाया. उन्होंने बताया कि यह क्षेत्र न केवल जैव विविधता के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि जलपक्षियों की कई दुर्लभ प्रजातियों का घर भी है.
वेटलैंड्स में जलपक्षियों की पहचान और फोटोग्राफी प्रशिक्षण
डॉ. तनवीर ने छात्रों को वेटलैंड्स में पाई जाने वाली विभिन्न जलपक्षी प्रजातियों की पहचान करने के लिए मार्गदर्शन दिया. उन्होंने इस दौरान प्रभावशाली पक्षी फोटोग्राफी के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण और महत्वपूर्ण युक्तियां भी प्रदान कीं। यह सत्र विशेष रूप से उन छात्रों के लिए उपयोगी रहा, जो पक्षी विज्ञान और वन्यजीव संरक्षण में रुचि रखते हैं.
समापन और धन्यवाद ज्ञापन
कार्यक्रम का समापन गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, गंदेरबल की प्रिंसिपल प्रो. फौजिया फातिमा के औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ. उन्होंने वेटलैंड प्रबंधन अधिकारियों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आवश्यक सुविधाएं और सहयोग प्रदान किया.
इस तरह, ‘विश्व आर्द्रभूमि दिवस 2025’ का यह आयोजन न केवल छात्रों को वेटलैंड्स के महत्व के बारे में शिक्षित करने में सफल रहा, बल्कि उन्हें इन पारिस्थितिक तंत्रों के संरक्षण हेतु प्रेरित करने में भी सहायक सिद्ध हुआ.