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हज 2025: भारत-सऊदी अरब का डिजिटल सेवाओं पर फोकस, 1.75 लाख कोटा पक्का

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,दुबई

भारत और सऊदी अरब ने धार्मिक और द्विपक्षीय संबंधों में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए हज 2025 समझौते पर हस्ताक्षर किए. भारतीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरण रिजिजू और सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्री डॉ. तौफीक बिन फौजान अल-रबिया ने जेद्दा में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसमें भारतीय हाजियों के लिए 1,75,025 का कोटा निर्धारित किया गया है. यह समझौता हज यात्रा को अधिक सुगम और सुविधाजनक बनाने के लिए नई दिशाओं को तय करता है.

भारतीय हाजियों के अनुभव को बेहतर बनाने पर जोर

समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान किरण रिजिजू ने इसे भारत-सऊदी संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक अहम पहल बताया. उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हज यात्रियों को हर संभव सुविधा दी जाए और उनकी यात्रा को यादगार बनाया जाए.” वहीं, डॉ. तौफीक ने भारतीय तीर्थयात्रियों के प्रति सऊदी की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए उन्हें सर्वोत्तम सेवाएं देने का वादा किया.

डिजिटल और लॉजिस्टिक्स सुधार पर सहमति

हज 2025 के लिए दोनों देशों ने डिजिटल सेवाओं को प्राथमिकता देने का फैसला किया है. वीजा प्रक्रिया, आवास, और यात्रा बुकिंग जैसी सुविधाएं डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए उपलब्ध कराई जाएंगी. इससे पारदर्शिता और सुगमता सुनिश्चित होगी.

साथ ही, परिवहन और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में भी सुधार के लिए चर्चा की गई. सऊदी के परिवहन मंत्री सालेह बिन नासिर अल-जस्सर से मुलाकात के दौरान बेहतर हवाई सेवाएं और यात्री सुविधाओं पर सहमति बनी..

जेद्दा हज टर्मिनल का निरीक्षण

मंत्री रिजिजू ने जेद्दा और मदीना में हज संचालन की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने का भी कार्यक्रम बनाया. उन्होंने कहा कि भारतीय हाजियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य प्राथमिकता होगी.

महिला और वरिष्ठ नागरिकों पर विशेष ध्यान

हज 2025 में महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सुविधाएं मुहैया कराने पर जोर दिया गया है. सऊदी अरब ने भरोसा दिलाया कि तीर्थयात्रियों को उच्चस्तरीय स्वास्थ्य और सुरक्षा सेवाएं मिलेंगी.

भारत-सऊदी संबंधों को नई ऊर्जा

यह समझौता दोनों देशों के बीच धार्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाएगा. मंत्री रिजिजू ने इसे आपसी विश्वास और सहयोग का प्रतीक बताते हुए कहा, “हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हर भारतीय हाजी को सर्वोत्तम अनुभव मिले.”

हज 2025 समझौता न केवल तीर्थयात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने का माध्यम बनेगा, बल्कि भारत और सऊदी अरब के संबंधों में एक नई ऊर्जा भी लाएगा. यह लाखों भारतीय मुसलमानों के लिए हज यात्रा को आसान और यादगार बनाने का वादा करता है.