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हज 2024: 1301 मौतें, सऊदी अरब ने बताई वजह

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, रियाद

हज 2024 में एक हजार से अधिक हज यात्रियों की मौत के कारण आलोचना झेल रही सऊदी अरब सरकार ने लंबे इंतजार के इसपर अब मुंह खोला है.इन मौतों को लेकर सऊदी अरब सरकार निरंतर आलोचना झेल रही हैं. यहां तक कि अव्यवस्था का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो शेयर किए गए. सड़कों पर हज यात्रियों की पड़ी लाशें वाले कई वीडियो तो दिल दहलाने वाले थे. इन सब के बावजूद सऊदी सरकार चुप्पी साधे हुई थी.

मगर अब इसपर सऊदी स्वास्थ्य मंत्री फहद बिन अब्दुल रहमान का स्पष्टिकरण आया है. उन्हांेने हज 2024 में 1301 हज यात्रियों की मौत की भी पुष्टि की है. अपने बयान में उन्हांेने हज के दौरान अव्यवस्था होना भी स्वीकारा है.पाकिस्तानी अखबार ‘ जंग ’ की एक खबर के अनुसार, सऊदी स्वास्थ्य मंत्री फहद बिन अब्दुल रहमान ने कहा है कि हज के दौरान मौतें उचित आश्रय की कमी और तेज धूप में बिना आराम किए लंबी दूरी तय करने के कारण हुईं.

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फहद बिन अब्दुल रहमान के अनुसार, सऊदी अरब में हज के दौरान 1301 तीर्थयात्रियों की मृत्यु हुई.सऊदी स्वास्थ्य मंत्री की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मरने वाले हज यात्रियों में कई बुजुर्ग और पुरानी बीमारियों से पीड़ित थे.उन्होंने कहा कि 83 फीसदी मौतें उन हज यात्रियों की हुईं जो बिना अनुमति के हज में शामिल हुए थे.

बता दें कि मिस्र के अधिकारियों के मुताबिक, मृतकों में मिस्र के 672 नागरिक शामिल हैं, जबकि 25 लापता हैं.इंडोनेशियाई अधिकारियों ने मृतकों में 236 इंडोनेशियाई नागरिक शामिल होने की बात स्वीकारी है.भारतीय विदेश एजेंसी के मुताबिक, मृत हज यात्रियों में 98 भारतीय नागरिक हैं.इसके अलावा मृत हज यात्रियों में ट्यूनीशिया, जॉर्डन, ईरान और सेनेगल के नागरिक भी शामिल हैं.

सऊदी अरब ने कहा कि हज यात्रा के दौरान 1,301 लोगों की मौत हुई, जिनमें से कई मामले गर्मी के तनाव और अनधिकृतष् यात्राओं के कारण हुए.एक बयान में, सऊदी सरकार ने कहा, स्वास्थ्य प्रणाली ने इस साल गर्मी के तनाव के कई मामलों को संबोधित किया, जिनमें से कुछ लोग अभी भी देखभाल के अधीन हैं.

बयान में कहा गया है कि सभी मृतकों के परिवारों की पहचान कर ली गई है. इस वर्ष हज यात्रा के दौरान सैकड़ों लोगों की मृत्यु और घायल होने के पीछे मुख्य कारण अत्यधिक गर्मी को बताया गया है. मक्का में सोमवार को तापमान रिकॉर्ड 125 डिग्री फारेनहाइट तक पहुंच गया था. सऊदी अरब में प्रत्येक हज यात्री को मक्का के कानून के अनुरूप लाइसेंस लेना अनिवार्य है.

इस लाइसेंस की कीमत के बादले एक हजयात्री को कई हजार अमेरिकी डॉलर चुकाने पड़ते हंै. आमतौर पर, बिना लाइसेंस वाले हज यात्रियां को एयर कंडीशनिंग और बेहतर खाने-पानी की सुविधा नहीं मिलती. यहां तक कि यह टूरिस्ट बसों में यात्रा नहीं करते.

सऊदी सरकार ने आधिकारिक तौर पर मरने वालों की संख्या जारी करने के बारे में सफाई दी है कि कई हज यात्राओं की पहचान में देरी हुई. बयान में कहा गया है, व्यक्तिगत जानकारी या पहचान दस्तावेजों की कमी के बावजूद पहचान पूरी हो गई है. यह भी कहा गया कि शवांे को दफनाने की उचित प्रक्रियाओं का पालन किया गया. साथ ही मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी किए गए.

कुछ हज यात्रियों ने इस वर्ष की हज यात्रा के खराब बुनियादी ढांचे और संगठन की आलोचना की है. आधिकारिक दौरे पर गए हज यात्रियों ने अपना अधिकांश दिन चिलचिलाती गर्मी में बाहर घूमते बिताया.

बता दें कि सऊदी अरब ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब मिस्र सरकार ने मक्का में अवैध हज यात्रा करने में शामिल 16 हज पर्यटन फर्मों के लाइसेंस रद्द करने और मृतकों में सैकड़ों मिस्रियों के शामिल होने की बात कही है. मिस्र सरकार ने शनिवार को एक कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया. कैबिनेट द्वारा मौतों की समीक्षा की गई. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ ऑपरेटरों ने सही वीजा जारी नहीं किए थे, इसलिए धारक मक्का में प्रवेश नहीं कर सके और उन्हें पैदल रेगिस्तानी रास्तों से प्रवेश करने के लिए मजबूर होना पड़ा. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, मिस्र ने ठहरने के लिए उचित आवास उपलब्ध न कराने का भी आरोप लगाया है.

बैठक के दौरान, मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मदबौली ने मृतक हज यात्रियों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना और सहानुभूति व्यक्त की. उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करने का ऐलान किया.

मुख्य बिंदु:

  • सऊदी स्वास्थ्य मंत्री फहद बिन अब्दुल रहमान ने 1301 हज यात्रियों की मौत की पुष्टि की है.
  • उन्होंने मौतों के लिए उचित आश्रय की कमी, तेज धूप और लंबी दूरी तय करने को जिम्मेदार ठहराया.
  • 83% मृतक बिना अनुमति के हज यात्रा पर आए थे.
  • मृतकों में भारत, पाकिस्तान, मिस्र, इंडोनेशिया, ट्यूनीशिया, जॉर्डन, ईरान और सेनेगल के नागरिक शामिल हैं.
  • सऊदी सरकार ने गर्मी के तनाव के मामलों को स्वीकार किया है.
  • अधिकांश मृतक बुजुर्ग और पुरानी बीमारियों से पीड़ित थे.
  • मिस्र ने अवैध हज यात्रा कराने वाली 16 फर्मों का लाइसेंस रद्द कर दिया है.
  • मिस्र में सैकड़ों मृतक, सरकार ने मृतकों के परिवारों को सहायता का आश्वासन दिया है.

अतिरिक्त जानकारी:

  • इस साल हज यात्रा के दौरान सैकड़ों लोगों की मौत और घायल होने का मुख्य कारण अत्यधिक गर्मी थी.
  • मक्का में तापमान 125 डिग्री फारेनहाइट तक पहुंच गया था.
  • बिना लाइसेंस के हज यात्रियों को अक्सर खराब सुविधाएं मिलती हैं.
  • सऊदी सरकार ने मृतकों की पहचान और दफनाने की प्रक्रिया पूरी कर ली है.
  • कुछ हज यात्रियों ने खराब बुनियादी ढांचे और संगठन की आलोचना की है.