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हज 2024 : अराफात में लाखों हज यात्री, हीटस्ट्रोक के कारण 81 लोग अस्पताल में

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, रियाद

वार्षिक हज अपने शबाब पर है. इसके बावजूद भीषण गर्मी में अराफात के मैदान पर लाखों हज यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी. तेज लू की चपेट में आने के कारण 81 हज यात्री बुरी तरह बीमार पड़ गए.सउदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मुहम्मद अल-अब्द अल-अली ने कहा है कि अराफात मैदान में 81 हज यात्रियांे को हीटस्ट्रोक और थकावट के चलते अस्पताल मंे भर्ती कराना पड़ा.

सेकब वेबसाइट के मुताबिक,उन्होंने कहा है कि उक्त हज यात्रियों का इलाज प्रोटोकॉल के तहत चल रहा है.उन्होंने कहा है कि तेज लू चलने के चलते सभी हज यात्रियों को शाम 4 बजे तक टेंट या तंबू में रहने के निर्देश दिए गए हंै.अराफा में कई स्टैंड हैं. आप जहां चाहें वहां खड़े हो सकते हैं, इसके लिए जबल रहमत जाना जरूरी नहीं है.उन्होंने कहा है कि गर्मी से बचने के लिए जरूरी है कि छाते का इस्तेमाल करें और जितना हो सके पानी पिएं.

लाखों हज यात्री अराफात मैदान में एकत्र

हज करने के लिए लाखों हज यात्री अराफात मैदान में मौजूद है. निमरा मस्जिद में हज तकरीर सुनने के बाद, हज यात्रियों ने कसर और जुम के रूप में जुहर और अस्र की नमाज अदा की.उन्हांेने पूरा दिन अराफात के मैदान में इबादत और दुआ में बिताया.

जैसे ही सूरज डूबेगा, हज यात्री मुजदलिफा घाटी के लिए रवाना होंगे, जहां वे कसर और जुम के रूप में मगरिब और ईशा की नमाज अदा करेंगे और शैतान को मारने के लिए कंकड़ इकट्ठा करेंगे.इबादत के तौर पर जुहर और अस्र की नमाज अदा करने के बाद, हज यात्री निमराह मस्जिद के आसपास बैठे रहे, जबकि अधिकांश जबल रहमा के लिए रवाना हो गए.

सफेद इहराम पहने लाखों हज यात्रियों के कारण रहमा पर्वत दूर से ही दिखाई दे रहा है. जहां तक ​​नजर जाती है, सफेद एहराम पहने हज यात्री नजर आते हैं.प्रशासन की ओर से जगह-जगह पानी की बोतलों के वितरा का इंतजाम किया गया है. आम लोगों ने भी हज यात्रियों को पानी की बोतलें बांटीं.

आज सूर्यास्त से कुछ देर पहले तक हाज यात्री यहां रुकेंगे. सूर्यास्त के समय मुजदलिफा के लिए प्रस्थान करेंगे, जहां वे कंकड़ इकट्ठा करने में तीन दिन बिताएंगे.हज यात्री मुजदलिफा के मैदान में रात बिताएंगे. फज्र की नमाज अदा करने के बाद मीना के लिए प्रस्थान करेंगे.

हज अदायगी के लिए सऊदी संस्थानों द्वारा आदर्श सुरक्षा व्यवस्था की गई है. विवरण के अनुसार, हज करने के लिए दुनिया भर से आने वाले का कारवां शुक्रवार की आधी रात के बाद बसों और मुशायरा ट्रेन सेवा के माध्यम से मीना से अराफात मैदान के लिए रवाना हुए.

अराफात मैदान की ओर जाने वाली सभी सड़कों पर चेक-पोस्ट स्थापित किए गए हैं, जबकि किसी को भी हज परमिट के बिना अराफात मैदान में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है. ऐसे वाहन जिनके पास परमिट नहीं है, उन्हें चेक पोस्ट से गुजरने की इजाजत नहीं है.

रक्षा मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों की टीमें लगातार अराफात मैदान का दौरा कर रही हैं. रक्षा मंत्रालय के हेलीकॉप्टर लगातार अराफात मैदान की निगरानी कर रहे हैं.

प्रशासन की ओर से अल-उर रहमा पहाड़ी पर चढ़ने और उतरने के रास्तों को अलग कर दिया गया ताकि परिवहन में कोई दिक्कत न हो. हज यात्री आसानी से पहाड़ पर चढ़ और उतर सकें.रात के अंत में, जबलुर रहमा पहुंचने वाले हज यात्री इबादत में लगे रहे, जबकि बड़ी संख्या में हज यात्री निमरा मस्जिद पहुंचे.

निमरा मस्जिद दुनिया की एकमात्र मस्जिद है जो हर साल केवल एक दिन यानी अराफा के दिन खोली जाती है. यहां हज का खुतबा देने के बाद जुहर और अस्र की नमाज एक साथ अदा की जाती है.मक्का से अराफात मैदान की दूरी लगभग 21 किलोमीटर है, जो मक्का से पूर्व की ओर ताइफ के रास्ते पर स्थित है. अराफात मैदान हरम की सीमाओं के बाहर एकमात्र हज स्थल है.

हज यात्रियों को मुशायरा पवित्र ट्रेन सेवा द्वारा अराफात मैदान से मुजदलिफा मैदान तक ले जाया जाएगा जहां वे खुले आसमान के नीचे रात बिताएंगे और फज्र की नमाज के बाद मीना के लिए प्रस्थान करेंगे.

अराफात मैदान पर 43 डिग्री तापमान में लाखों हज यात्री.
तेज लू की चपेट में आकर 81 हज यात्री बीमार.
सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया और इलाज प्रोटोकॉल के तहत चल रहा है,

  • स्वास्थ्य मंत्रालय ने हज यात्रियों को छाते का उपयोग करने और पानी पीने की सलाह दी.
  • हज यात्रियों को शाम 4 बजे तक टेंट में रहने के निर्देश.
  • सुरक्षा एजेंसियों और रक्षा मंत्रालय की टीमों की लगातार निगरानी.
  • निमरा मस्जिद में हज तकरीर सुनने के बाद जुहर और अस्र की नमाज एक साथ अदा की गई.
  • हज यात्री दिनभर अराफात में इबादत और दुआ में लीन.
  • सूर्यास्त के बाद मुजदलिफा घाटी के लिए प्रस्थान करेंगे.

प्रशासन ने जगह-जगह पानी की बोतलों का वितरण किया.
आम लोगों ने भी हज यात्रियों को पानी की बोतलें बांटीं.

  • मक्का से अराफात मैदान तक हज यात्रियों का कारवां बसों और मुशायरा ट्रेन सेवा के माध्यम से पहुंचा.
  • अराफात की सभी सड़कों पर चेक-पोस्ट स्थापित.
  • हज परमिट के बिना किसी को प्रवेश की अनुमति नहीं.

हज यात्रियों ने जबल रहमा पर चढ़ने और उतरने के रास्ते अलग किए गए.
हज यात्री इबादत में लीन, बड़ी संख्या में निमरा मस्जिद पहुंचे.

हज यात्री मुजदलिफा में खुले आसमान के नीचे रात बिताएंगे.
फज्र की नमाज के बाद मीना के लिए प्रस्थान करेंगे,