हमास ने छह इजरायली बंदियों के नाम जारी किए, शव सौंपने को लेकर विवाद गहराया
Table of Contents
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,यरुशलम/काहिरा
हमास ने शनिवार को घोषणा की कि वह गाजा में बंदी बनाए गए छह इजरायली नागरिकों को रिहा करेगा। जिन लोगों के नाम जारी किए गए हैं, वे हैं: एलिया कोहेन, ओमर शेम-टोव, ओमर वेंकर्ट, ताल शोहम, एवेरा मेंगिस्टू और हिशाम अल-सईद।
इस सौदे के तहत, इजरायल को बदले में 602 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करना होगा, जिनमें 50 आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी भी शामिल हैं।
हालांकि, इस अदला-बदली की प्रक्रिया विवादों से घिर गई है। इजरायल की सेना ने आरोप लगाया है कि हमास द्वारा सौंपे गए चार शवों में से एक, शिरी बिबास का नहीं है। इस घटनाक्रम से दोनों पक्षों के बीच तनाव और बढ़ गया है।

इजरायल ने हमास पर लगाया शवों की अदला-बदली का आरोप
गुरुवार को हमास ने चार शव इजरायल को सौंपे, जिनमें से दो शव शिरी बिबास के बेटों – केफिर और एरियल के थे, जबकि एक शव ओडेड लिफ्शिट्ज़ का था। लेकिन इजरायली विशेषज्ञों ने चौथे शव की पहचान एक अज्ञात महिला के रूप में की, जिसे बिबास का शव बताया गया था।
इजरायल ने हमास पर जानबूझकर गलत शव सौंपने का आरोप लगाया, जबकि हमास ने इस मामले की जांच करने की बात कही है। हमास के एक वरिष्ठ नेता बासम नैम ने कहा कि
“इजरायली बमबारी में हजारों शव नष्ट हो चुके हैं। संभव है कि शवों की पहचान में गलती हुई हो।”
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और हमास को “क्रूर और बर्बर” करार दिया। उन्होंने कहा कि
“हम अपने सभी बंधकों को वापस लाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं – चाहे वे जीवित हों या मृत। हमास को इस गलती की भारी कीमत चुकानी होगी।”
गाजा युद्ध में अब तक 48,319 लोगों की मौत
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल के सैन्य हमलों में अब तक 48,319 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है, जबकि 111,749 लोग घायल हुए हैं।
हालांकि, गाजा के सरकारी मीडिया कार्यालय का दावा है कि 61,709 लोग मारे गए हैं, जिनमें से हजारों लोग अब भी मलबे में दबे हुए हो सकते हैं।
वहीं, 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा किए गए हमले में 1,139 इजरायली नागरिक मारे गए थे और 200 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था।
हमास-इजरायल युद्धविराम समझौते की स्थिति
अमेरिका, मिस्र और कतर की मध्यस्थता में पिछले महीने युद्धविराम समझौता हुआ था, जिसके तहत कुछ इजरायली बंधकों को छोड़ा गया था।
अब, इस सौदे के दूसरे चरण में, हमास 602 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले छह इजरायली नागरिकों को रिहा करने के लिए तैयार है। लेकिन शवों की अदला-बदली को लेकर उठे विवाद ने इस समझौते को खतरे में डाल दिया है।
इजरायल के सैन्य प्रवक्ता नदाव शोशानी ने कहा कि
“हमास को युद्धविराम समझौते का पालन करना चाहिए और सभी बंधकों को रिहा करना चाहिए।”
इजरायल ने वेस्ट बैंक में सैन्य अभियान तेज किया
गाजा में युद्धविराम पर बढ़ते तनाव के बीच, नेतन्याहू सरकार ने वेस्ट बैंक में सैन्य अभियानों को तेज कर दिया है।
इस बीच, तेल अवीव के पास एक बस डिपो में कई विस्फोट हुए, जिससे इजरायल में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई। हालांकि, इन विस्फोटों में कोई हताहत नहीं हुआ।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर युद्धविराम समझौता पूरी तरह से विफल होता है, तो गाजा में युद्ध फिर से शुरू हो सकता है, जिससे और अधिक जानमाल की हानि हो सकती है।
बंदियों की रिहाई और भविष्य की संभावनाएं
इजरायल और हमास के बीच बंधकों की अदला-बदली की प्रक्रिया बेहद जटिल और संवेदनशील है।
👉 महत्वपूर्ण बिंदु:
- हमास ने छह इजरायली बंदियों को छोड़ने का वादा किया है।
- बदले में 602 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाना है।
- शवों की अदला-बदली को लेकर विवाद बढ़ रहा है।
- इजरायल ने वेस्ट बैंक में सैन्य कार्रवाई तेज कर दी है।
अगर दोनों पक्षों के बीच सहमति नहीं बनी, तो यह युद्धविराम पूरी तरह से टूट सकता है और नया सैन्य संघर्ष शुरू हो सकता है।
क्या आने वाले दिनों में इजरायल और हमास के बीच कोई नया समझौता हो पाएगा? या यह विवाद एक बार फिर से हिंसा की आग भड़का देगा?
👉 इस पर दुनिया की नजरें टिकी हैं!