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हमास ने बताया, क्यों जरूरी था 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, गाजा पट्टी, वाॅशिंगटन

इस्लामी लड़ाका समूह हमास ने खुलासा किया है कि उसके लिए 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला करना बेहद जरूरी हो गया था. हमास ने कहा कि दरअसल, 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला फिलिस्तीनी क्षेत्रों पर इजरायल के बढ़ते अवैध कब्जे के खिलाफ एक आवश्यक कदम था.

हमास ने इजरायल के अपने हमलों पर 16 पन्नों की रिपोर्ट जारी करते हुए कुछ खामियांे की ओर भी इशारा किया है. रिपोर्ट में कहा गया कि इजरायली सुरक्षा और सैन्य प्रणाली के तेजप तन और गाजा के साथ सीमा क्षेत्रों में अराजकता को देखते हुए यह हमला किया गया था.

यह दस्तावेज अंग्रेजी और अरबी में जारी किया गया है. इजरायल हमले पर हमास की यह पहली सार्वजनिक रिपोर्ट है. इसमें गाजा की सैन्यीकृत सीमा को तोड़ते और हमलों को उचित ठहराया गया है. आधिकारिक इजरायली आंकड़ों के आधार पर एएफपी टैली के अनुसार, उनके हमलों में लगभग 1,140 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे.

हमास ने कहा कि हमले फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ सभी इजरायली साजिशों का सामना करने के लिए एक आवश्यक कदम और एक सामान्य प्रतिक्रिया थी.हमास ने गाजा पर इजरायली आक्रमण, संपूर्ण गाजा आबादी के खिलाफ किए गए अपराधों और जातीय सफाए को तत्काल रोकने का आग्रह किया.

इस रिपोर्ट में हमास समूह ने गाजा के युद्ध के बाद के भविष्य को तय करने के किसी भी अंतरराष्ट्रीय और इजरायली प्रयासों को खारिज किया है.बयान में कहा गया, हम इस बात पर जोर देते हैं कि फिलिस्तीनी लोगों में अपना भविष्य तय करने और अपने आंतरिक मामलों को व्यवस्थित करने की क्षमता है. बयान में कहा गया कि दुनिया में किसी भी पार्टी को उनकी ओर से निर्णय लेने का अधिकार नहीं है.

फिलिस्तीनी देश के बिना इजराइल से सामान्य संबंध नहींः सऊदी अरब

इस बीच सऊदी अरब के विदेश मंत्री ने एक साक्षात्कार में सीएनएन से कहा कि फिलिस्तीनी मुद्दे को हल किए बिना इजरायल के साथ संबंधों को सामान्य नहीं किया जा सकता है.

यह पूछे जाने पर कि क्या एक विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय फिलिस्तीनी देश के रास्ते के बिना कोई सामान्य संबंध नहीं हो सकता है ? प्रिंस फैसल बिन फरहान ने बताया, “यही एकमात्र तरीका है जिससे हमें लाभ मिलेगा. क्योंकि हमें स्थिरता की आवश्यकता है. केवल फिलिस्तीनी मुद्दे के समाधान से ही स्थिरता आएगी.”

प्रिंस फैसल ने कहा कि क्षेत्र के लिए सच्ची शांति और वास्तविक एकीकरण देखने का एकमात्र तरीका जो मध्य पूर्व को आर्थिक और सामाजिक लाभ पहुंचाता है, वह शांति के माध्यम से, फिलिस्तीनी देश के लिए एक विश्वसनीय, अपरिवर्तनीय प्रक्रिया के माध्यम से है.

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उन्होंने कहा,“हम न केवल सऊदी अरब के रूप में, बल्कि अरब देशों के रूप में भी उस बातचीत में शामिल होने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. मैं उम्मीद करूंगा कि इजरायली भी ऐसा ही करेंगे. यह फैसला उन्हें ही करना है.

पिछले कई हफ्तों से लाल सागर और उसके आसपास जहाजों पर हौथी हमलों के बारे में मंत्री ने कहा, देश नेविगेशन की स्वतंत्रता में विश्वास करता है. चाहता है कि क्षेत्र में तनाव कम हो.

उन्होंने कहा,“बेशक, हम नेविगेशन की स्वतंत्रता में बहुत विश्वास करते हैं. यह ऐसी चीज है जिसे संरक्षित करने की आवश्यकता है. लेकिन हमें क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता की भी रक्षा करने की आवश्यकता है. हम जितना संभव हो सके स्थिति को कम करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. ”

मंत्री ने कहा कि नागरिक मौतों को रोकना सऊदी अरब का एक और प्रमुख फोकस है. बोले,“हम जो देख रहे हैं वह यह है कि इजरायली गाजा, गाजा की नागरिक आबादी को कुचल रहे हैं. यह पूरी तरह से अनावश्यक. पूरी तरह से अस्वीकार्य है. इसे रोकना होगा.”

गाजा में स्थानीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है, 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजराइल पर किए गए हमले के बाद से इस क्षेत्र पर इजराइल के हमले में 25,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 62,000 से अधिक घायल हुए हैं.

विदेश मंत्री की टिप्पणियां मूल रूप से स्विट्जरलैंड के दावोस में पिछले सप्ताह आयोजित विश्व आर्थिक मंच के मौके पर टेप किए गए एक साक्षात्कार का हिस्सा थीं और रविवार को सीएनएन पर प्रसारित हुई.

गाजा को लेकर यूएई की अमेरिका को चेतावनी

इस बीच संयुक्त अरब अमीरात ने अमेरिका से गाजा में इजरायल के युद्ध के तत्काल युद्धविराम का समर्थन करने का आग्रह किया. साथ ही चेतावनी दी कि जैसे-जैसे संघर्ष बढ़ता जा रहा है, क्षेत्रीय टकराव का खतरा दिन-ब-दिन बढ़ रहा है.संयुक्त राष्ट्र में संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत लाना नुसेबीह ने न्यूयॉर्क से एक ऑनलाइन साक्षात्कार में कहा, हमें अब मानवीय युद्धविराम की जरूरत है. हम और 100 दिन इंतजार नहीं कर सकते.

उन्होंने कहा, जोखिम बहुत अधिक है. गाजा में युद्ध स्पष्ट रूप से एक खुला घाव है. यह क्षेत्र को अस्थिर कर रहा है.उन्होंने कहा कि अमेरिका तनाव कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.यह चेतावनी इजरायल, ईरान और उसके प्रतिनिधियों और अमेरिकी सेनाओं से जुड़े हमलों के सिलसिले के बारे में एक नए स्तर की चिंता का प्रतीक है. क्योंकि गाजा में व्यापक विनाश और नागरिकों की बढ़ती मौत के बीच लड़ाई जारी है.

हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजरायली सैनिकों ने गाजा की 2 मिलियन आबादी में से अधिकांश को विस्थापित कर दिया और कम से कम 25,000 लोगों को मार डाला.दिसंबर के मध्य में विश्व बैंक ने अनुमान लगाया कि इजरायली बमबारी ने गाजा के 60 प्रतिशत से अधिक बुनियादी ढांचे को क्षतिग्रस्त या नष्ट कर दिया है.

-इनपुट: गल्फ न्यूज और अरब न्यूज