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हरियाणाः प्रशासन के आदेश को धत्ता बताते हुए विहिप का नूंह में ब्रज मंडल शोभा यात्रा निकालने का ऐलान, मुसलमानों में खौफ, इंटरनेट सेवा बंद

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,पंचकुला (हरियाणा)

‘सैंया भये कोतवाल तो अब डर काहे का.’’ यह कहावत उन कट्टरपंथी ग्रुप पर सटीक बैठती ही जो यह समझते हैं कि भारत हिंदू राष्ट्र हो चुका है और भारतीय जनता पार्टी उनकी अपनी सरकार है. ऐसी मंशा रखने वाले विश्व हिंदू परिषद ने प्रशासन के 28 अगस्त को नूंह में ब्रज मंडल यात्रा पर रोक लगाने के बावजूद उसने न केवल इसे निकालने का ऐलान किया, माहौल में गर्मी बनाने के लिए सोमवार को हरियाणा के सभी मंदिरों में दिन के 11 बजे विशेष पूजा-अर्चना करने का आम लोगों से आह्वान किया है.

बता दें कि इसी ब्रज मंडल यात्रा को लेकर 31 जुलाई को नूंह,ग्रुरुग्राम,पलवल, सोहना, पटौदी, होडल में हिंसा हुई थी और एक इमाम और दो होमगार्ड के जवान सहित छह लोग मारे गए थे. इस दौरान दर्जनों गाड़ियां, दुकानें, झोपड़ियां फूंक दी गई थीं. इस घटना के बाद से अभी भी पलवल, सोहना, फरीदाबाद, गुरूग्राम, पटौदी, होडल, तावड़ू में तनाव बना हुआ है.
 

इसी बीच मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार ने शनिवार को कहा कि नूंह में ब्रज मंडल शोभा यात्रा आयोजित करने की कोई अनुमति नहीं दी गई है. जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है.नूंह के डिप्टी कमिश्नर धीरेंद्र खडगटा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, हमने यात्रा (ब्रज मंडल शोभा यात्रा) की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. फिर भी, कुछ ने कहा है कि वे यात्रा आयोजित करेंगे. हमने धारा 144 लगा दी है.

हरियाणा पुलिस ने शनिवार को कहा कि नूंह जिले में 28 अगस्त तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं.एक आधिकारिक बयान में कहा गया, एहतियाती कदम के तौर पर, 26 अगस्त को दोपहर 12 बजे से 28 अगस्त को रात 11ः59 बजे तक नूंह में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं.इससे पहले विश्व हिंदू परिषद ने कहा था कि वे 28 अगस्त को नूंह में ब्रज मंडल जल अभिषेक यात्रा निकालेंगे.

विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने अरुण जेलदार के हवाले से एक बयान मंे कहा है कि सर्व हिंदू समाज 28 अगस्त को यात्रा निकालेगी. जिसमें केवल मेवात के लोग शामिल रहेंगे, पर इसमें जिन साधु-संतों की शिरकत की बात कही गई है, वे मेवात क्षेत्र के नहीं हैं. स्वामी धर्मदेव मेवात क्षेत्र के नहीं गुरुग्राम के पटौदी के हैं.

हालांकि, हरियाणा सरकार के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस के साथ खुफिया एजेंसियों द्वारा व्यक्त की गई कानून-व्यवस्था में गड़बड़ी की आशंकाओं का हवाला देते हुए यात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया है.इससे पहले आज, हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर ने यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीमावर्ती राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की और स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए समन्वित प्रयास का आह्वान किया.

बैठक में, जिसमें पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया. कपूर ने कहा कि नूंह प्रशासन ने जी20 शेरपा समूह की बैठक के मद्देनजर यात्रा के आयोजकों को अनुमति देने से इनकार कर दिया है. 31 जुलाई, 2023 को हुई हिंसा के बाद कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए 3 से 7 सितंबर तक नूंह में बैठक आयोजित की जाएगी.

डीजीपी ने कहा, भले ही जल अभिषेक यात्रा आयोजित करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया गया है, लेकिन ऐसे इनपुट हैं कि कुछ संगठनों ने हरियाणा और अन्य पड़ोसी राज्यों के लोगों को 28 अगस्त को नूंह पहुंचने के लिए आमंत्रित किया है.

स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए खुफिया जानकारी साझा करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए, कपूर ने सीमावर्ती राज्यों के वरिष्ठ पुलिस पदाधिकारियों से सोशल मीडिया प्लेटफार्मों की नियमित निगरानी सुनिश्चित करने और नफरत भरे भाषणों के माध्यम से शांति को बाधित करने की कोशिश करने वाले लोगों के बारे में जानकारी साझा करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है.

उन्होंने कहा, इसके अलावा, लोगों की किसी भी तरह की भीड़ को रोकने के लिए अंतरराज्यीय बैरिकेडिंग की जानी चाहिए. किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी.डीजीपी ने कहा कि एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था ममता सिंह नोडल अधिकारी होंगी और वह नूंह में तैनात रहेंगी.

बैठक के दौरान, हरियाणा के डीजीपी ने सीमावर्ती राज्यों के पुलिस अधिकारियों से कहा कि यदि कोई ऐसी घटना उनके संज्ञान में आती है जो सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित कर सकती है, तो इसे वास्तविक समय के आधार पर साझा किया जाना चाहिए ताकि समय पर निवारक कार्रवाई की जा सके.