Muslim World

हरियाणा के मेवात पुलिस पर आरोप: मुबारिक को मारा, बिजली के करंट लगाए और दो लाख रुपए लेकर छोड़ दिया

यूनुस अलवी, नूंह (हरियाणा )

हरियाणा के नूंह जिला के थाना बिछोर के नई गांव निवासी मुबारिक पुत्र आस मोहम्मद और उसके परिवार के लोगों ने पुन्हाना की अपराध शाखा पुलिस पर बिना किसी जुर्म के अवैध तरीके से हिरासत में रखकर पीटने, बिजली का करंट लगाने और बाद में दो लाख रुपए की रिश्वत लेकर छोड़ने का आरोप लगाया है. पीड़ित का मेडिकल कराकर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए परिजनों ने एक लिखित शिकायत बिछोर थाना से की है. पुलिस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है.

गांव नई के मुबारिक ने बिछौर पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में कहा कि वह एक स्कूल में ड्राईवर की नौकरी करता है. उसका कोई भी आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. 24 अप्रैल 2023 को वह बच्चों को स्कूल बस में लेकर एएमयू० पब्लिक स्कूल बिछौर पहुंचा और बच्चों को स्कूल छोड़ दिया. सुबह करीब 10 बजे अचानक एक गाड़ी में सवार होकर 7 व्यक्ति आए जिन्होंने खुद को पुन्हाना अपराध शाखा (सीआईए) का कर्मचारी बताया और उसे पकड़ कर पुन्हाना सीआईए थाना ले गए. जब उनसे अपनी गिरफ्तारी की वजह पूछी गई तो उन्होंने उसके साथ रास्ते में ही मारपीट करनी शुरू कर दी. पीड़ित का कहना है कि उसे सीआईए थाना पुन्हाना में ले जाकर बेदर्दी से मारा पीटा गया और थाने में बंद कर दिया गया. पीटने वाले पुलिस वालों के इसने अकबर, वसीम, शखावत, प्रदीप, राजकुमार आदि नाम बताए हैं. ये नाम उनकी आपसी बातचीत से पता चले. बाकी दो कर्मचारियों के नाम उसे नहीं पता. उन्हंे सामने लाने पर वह पहचान सकता है.

पीड़ित का कहना है कि इस दौरान उसे तरह तरह की यातनाएं दी गईं. मुंह और कान पर बिजली का करंट लगाया गया. पीड़ित का कहना है कि उसे बाद में नूंह साइबर सेल थाने ले जाया गया. जहां उसका रिकॉर्ड देखा तो साइबर सेल पुलिस ने उसे निर्दोष करार दे दिया. उसके बाद वे उसे सीआइए थाना पुन्हाना वापिस ले आए.

पीड़ित का कहना है कि मारपिटाई से अब वह चलने के काबिल भी नहीं है. वहीं, पीड़ित के भाई मुस्तकीम और बहन फरमीना का कहना है कि रात करीब 10 बजे उन्हंे पता चला तो वो मुबारिक को तलाशने के लिए सीआईए थाना पुन्हाना पहुंचे तो आरोपी पुलिस कर्मचारियों ने उनसे छोड़ने की एवज में 3 लाख रुपए मांगे. गांव के ही कुछ पुलिस दलाल शामिल हैं जो अक्सर पुलिस के साथ रहते हैं. तीन लाख रुपए न देने पर उन्हें धमकी दी गई कि अगर उन्होंने पैसे नहीं दिए तो मुबारिक के खिलाफ ऐसा केस बनाएंगे कि जिंदगी भर जेल में सड़ेगा. उनका कहना है कि पुलिस के सामने उन्होंने काफी मिन्नतें कीं . कहा कि हम गरीब आदमी हैं इतने पैसे हमारे पास नहीं हैं. बाद में आरोपी कर्मचारियों ने उनसे 2 लाख रूपये लेकर पीड़ित मुबारक को छोड़ा. वे मुबारिक को रात करीब 12ः00 बजे घर लेकर गए. उसके बाद अगले दिन उसका शारीरिक परीक्षण पुन्हाना के सरकारी अस्पताल में कराया गया. उनका कहना है की आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उन्होंने बिछौर पुलिस को लिखित शिकायत दे दी है.

क्या कहती है पुलिस

थाना बिछौर प्रभारी इंस्पेक्टर अजय वीर भड़ाना का कहना है कि उन्हें शिकायत मिली है. मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.