हाथरस भगदड़ हादसा: 108 महिलाओं की मौत, यूपी सरकार पर सवाल
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो,लखनऊ
उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के बाद हुई भगदड़ में सर्वाधिक महिलाओं की मौत हुई है. इस धार्मिक आयोजन में भाग लेने के लिए दूर-दराज से महिलाओं की भीड़ जुटी थी. इसलिए भगदड़ में सर्वाधिक मौतें महिलाओं की हुई हैं. उनकी शिनाख्त में स्थानीय प्रशासन को समस्या आ रही है. महिलाओं की मौतों की संख्या बढ़ सकती है.
घटना का विवरण:
- उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के बाद भगदड़ में 116 लोगों की मौत, जिनमें 108 महिलाएं शामिल।
- घटनास्थल: सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में साकार हरि बाबा का सत्संग।
- भगदड़ में सात बच्चे और एक पुरुष भी मृतकों में शामिल।
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में मंगलवार को साकार हरि बाबा का सत्संग चल रहा था. सत्संग समाप्त होने के बाद यहां से जैसे ही भीड़ निकलना शुरू हुई, भगदड़ मच गई. इसमें अब तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है. अभी मौतों का आंकड़ा और बढ़ सकता है, क्योंकि घायलों की संख्या बहुत है.
यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि अभी तक इस हादसे में 116 लोगों की मौत हो गई है. इनमें सात बच्चे और एक पुरुष शामिल हैं. शेष महिलाएं हैं. यानी 108 महिलाएं अब तक भगदड़ का शिकार हो चुकी हैं.72 लोगों की शिनाख्त हो गई है. इलाज के व्यवस्था की जा रही है.
मृतकों के परिजनों दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता दी गई है. कार्यक्रम के मुख्य सेवादार ने 80 हजार लोगों की परमिशन ली थी, लेकिन वहां 80 हजार से ज्यादा लोग जुटे थे. कार्यक्रम खत्म होने के बाद वे बाबा के पैर छूने जा रहे थे. इसी दौरान यह हादसा हो गया है.
उसका मुआयना किया जाएगा. दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा. भोले बाबा पर भी सख्त कार्रवाई होगी. फिलहाल बाबा फरार है. मामले में आयोजकों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करने के आदेश दिए गए हैं. पोस्टमार्टम के बाद शवों को उनके घरों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.घायलों का समुचित इलाज कराया जाएगा.
पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि मुख्य सचिव ने शासन के निर्देश को अवगत कराया है. मामले मेें एफआईआर करवाई जा रही है. सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. मामले की मंडलायुक्त और एडीजी जोन के द्वारा जांच कराई जा रही है.24 घंटे के अंदर रिपोर्ट दी जाएगी.
घटनाक्रम के बाद सीएम योगी सामने आए. उन्होंने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि राज्य सरकार इस घटना की तह तक जाएगी. विपक्षी दलों की टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि ऐसी घटना पर संवेदना व्यक्त करने के बजाय राजनीति करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है. भारत सरकार और राज्य सरकार ने मृतकों के परिवार को 2-2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की है.
सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा, श्हादसे में कई लोगों की मौत हो गई और कुछ लोग घायल भी हैं. प्रशासन और सरकार को दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. सीएम योगी ने घटना के पीछे साजिश होने की अशंका जताई है. इसपर लोग सवाल पूछ रहे हैं कि खुफिया विभाग क्या कर रहा था, जब इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश रची जा रही थी.
दूसरी तरफ व्यवस्था में चूक के लिए यूपी सरकार की जमकर आलोचना हो रहा है. खासकर सोशल मीडिया पर योगी सरकार को लोगों ने बुरी तरह घेर रखा है. दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में भी वकीलों की सभा में इसपर चर्चा हुई.संबेडकर वादी सामाजिक कार्यकर्ता भानु नंद ने एक्स पर लिखा है-हाथरस में एक बड़ी घटना घटना हुई यह भाजपा एंव योगी सरकार की लापरवाही की वजह से हुई है जनता चीख चीख कर कह रही.अगर पर्याप्त स्वास्थ्य व्यवस्थाएं होती तो इतनी जाने नहीं जातीए सीएम योगी जी अगर थोड़ी सी भी मानवता हैए इंसानियत है तो इस्तीफा दो.
निशांत शर्मा भारद्वाज लिखते हैं-सरकार को बाबा का इलाज जरूर करना चाहिए.इस तरह के काफिले और सुरक्षा घेरे में चलता है रुबाबा सूरज पाल उर्फ ष्नारायण साकार हरि.इसके दिखावे के कारण ही रुहाथरस के रुसत्संग में भगदड़ मची.
सबसे बड़ा सवाल हैं ढोंगी बाबाओ को इतनी सुरक्षा या ढोंग करने की अनुमति कौन देता है! अब तक डेढ़ सौ लोगों की मौत की खबर है सैकड़ो की संख्या में लोग घायल हैं.हाथरस की घटना सोशल मीडिया में कल से ट्रेंड कर रहा है. इसके दो ट्रेंडिंग पर 86 और 60 हजार कमेंट हैं.
मुख्य बिंदु
घटना का विवरण:
- उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के बाद भगदड़ में 116 लोगों की मौत, जिनमें 108 महिलाएं शामिल.
- घटनास्थल: सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में साकार हरि बाबा का सत्संग.
- भगदड़ में सात बच्चे और एक पुरुष भी मृतकों में शामिल.
सरकारी प्रतिक्रिया:
- यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने घटना की पुष्टि की.
- राज्य सरकार द्वारा मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता.
- मुख्य सेवादार पर आरोप, परमिशन 80,000 की लेकिन जुटी भीड़ ज्यादा.
जांच और कानूनी कार्रवाई:
- मामले में आयोजकों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत।
- मुख्य सचिव ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया.
- सीएम योगी ने घटना की जांच के आदेश दिए, 24 घंटे में रिपोर्ट की मांग.
- बाबा फरार, पुलिस जांच में जुटी.
विपक्ष की प्रतिक्रिया:
सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने सरकार की आलोचना की, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग.
विपक्षी दलों द्वारा सरकार पर लापरवाही का आरोप.
सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं:
- सोशल मीडिया पर योगी सरकार की तीखी आलोचना.
- दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में भी वकीलों की सभा में चर्चा.
- अंबेडकरवादी सामाजिक कार्यकर्ता भानु नंद और निशांत शर्मा भारद्वाज की टिप्पणियां।
स्वास्थ्य और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल:
पर्याप्त स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की कमी का मुद्दा उठाया गया.
ढोंगी बाबाओं को इतनी सुरक्षा और अनुमति देने पर सवाल.