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पाकिस्तान के नवाबशाह में हजारा एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त, जानिए कितने मुसाफिरों की हुई मौत

जैन अली, कराची

पाकिस्तान के कराची से हवेलियन जाने वाली यात्री ट्रेन हजारा एक्सप्रेस के आठ डिब्बे सिंध के नवाबशाह शहर के पास पटरी से उतर गए.सिंध के सूचना मंत्री शरजील मेमन के मुताबिक, हादसे में कम से कम 19 लोग मारे गए और 50 से ज्यादा घायल हो गए

यात्री ट्रेन रविवार सुबह कराची से हवेलियन के लिए रवाना हुई थी.अधिकारियों के मुताबिक, ट्रेन हादसे में घायलों को बचाने के लिए सेना की टुकड़ियों को बुलाया गया. घायलों को सेना के हेलीकॉप्टरों से अस्पताल पहुंचाया गया.रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, हजारा एक्सप्रेस नवाबशाह स्टेशन से थोड़ा पहले स्थित सरहरि रेलवे स्टेशन के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई.

इस हादसे में महिलाओं और बच्चों समेत कई यात्रियों के घायल होने की आशंका है.रेलवे अधिकारियों का कहना है कि दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन के यात्रियों को बचाने की प्रक्रिया जारी है.इससे पहले, नवाब शाह के जिला प्रशासन ने कहा कि अब तक दो घायलों को नजदीकी अस्पताल में पहुंचाया गया है, जबकि अन्य को बचाने की प्रक्रिया जारी है.

नवाबशाह के पत्रकार इरशाद लशारी ने बताया कि रविवार की सुबह कराची से हेजा जा रही हजारा एक्सप्रेस नवाबशाह स्टेशन से पहले सरहरी रेलवे स्टेशन के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई और इस घटना में कई लोग घायल हो गए हैं.उन्होंने कहा कि ट्रेन हादसे के बाद लोग अपनी मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं.

जिला प्रशासन नवाब शाह के मुताबिक, ट्रेन हादसे के तुरंत बाद बचाव दल दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और बचाव कार्य जारी है. अब तक दो घायलों को अस्पताल लाया जा चुका है. जिले के सभी संबंधित संस्थानों को अलर्ट कर दिया गया है, ताकि रेल दुर्घटना में घायलों को बेहतर सुविधा मुहैया कराई जा सके.

पाकिस्तान रेलवे के प्रवक्ता के मुताबिक, रेलवे अधिकारी भी दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. राहत कार्य में लगे हुए हैं.ट्रेन दुर्घटना के कारण सिंध के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह ने आपात स्थिति में नवाबशाह छोड़ दिया है.सिंध के मुख्यमंत्री के प्रवक्ता के अनुसार, सैयद मुराद अली शाह व्यक्तिगत रूप से बचाव अभियान का निरीक्षण करेंगे और घायलों से मिलने के लिए अस्पतालों का दौरा करेंगे.

सिंध के मुख्यमंत्री ने संभागीय प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया है.उधर, संघीय रेल एवं उड्डयन मंत्री ख्वाजा सईद रफीक ने कहा है कि हमने दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं.

लाहौर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्होंने कहा कि आज सुबह जब मैं उठा तो मेरी भावनाएं अच्छी नहीं थीं. कुछ बुरी भावनाएं थीं. मैंने सोचा कि अब सरकार के पास तीन दिन बचे हैं. अल्लाह आपका भला करे.ख्वाजा सईद रफीक ने कहा कि हमने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं. ट्रेन की गति उचित थी, लेकिन जांच से दुर्घटना के कारणों का पता चलेगा.इससे पहले 16 जुलाई को कराची से पंजाब जा रही एक मालगाड़ी के 11 डिब्बे भी नवाब शाह ऑर्ड स्टेशन के पास पटरी से उतर गए थे.

इधर, ईदी फाउंडेशन नियंत्रण कक्ष ने कहा है कि हैदराबाद, नवाबशाह, मीरपुर खास, सुक्कुर और आसपास के केंद्रों से दर्जनों वाहनों को साइट पर भेजा गया है.कराची से आने वाली घरेलू ट्रेनों को रोक दिया गया है, रूट पर अप और डाउन ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर रोका गया है.

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि हैदराबाद और सुक्कुर से दो राहत ट्रेनें भेजी गई हैं. ट्रेन परिचालन बहाल करने में 18 घंटे तक का समय लग सकता है. ट्रैक से बोगियों को हटाने और ट्रैक को बहाल करने में भी समय लगेगा.