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हैदराबादः महिलाएं चलाती हैं महिलाओं के लिए कैफे

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, हैदराबाद
 

क्या आपने कभी ऐसी जगह के बारे में सुना है जो केवल महिलाओं के लिए है और महिलाएं संचालित करती हैं ? खैर, नहीं सुना है तो हम बताते हैं. ऐसी एक जगह है हैदराबाद के तोलीचैकी के आदित्य नगर में. इस स्थान का नाम है पर्ल्स स्क्वायर कैफे. यह एक हैंगआउट स्थल है जो विशेष रूप से महिलाओं के लिए है और महिलाओं द्वारा संचालित है. यह स्थान केवल एक कैफेटेरिया तक सीमित नहीं,  इसमें कैटरिंग सर्विस, जिम, योगा, वर्कस्टेशन, किटी पार्टीज और गेट-टुगेदर के लिए रूफटॉप भी है.

पर्ल स्क्वायर की संस्थापक 40 वर्षीय आबिदा फातिमा हैं. उन्होंने 15 मार्च, 2021 को ‘‘महिलाओं द्वारा महिलाओं के लिए आधार‘‘ के आदर्श वाक्य के साथ इस अद्वितीय स्थान की स्थापना की.आबिदा ने कहा कि पर्ल स्क्वायर जैसी जगह स्थापित करने का विचार इसलिए आया,क्योंकि शहर में महिलाओं के लिए सुरक्षित और खुले स्थान का अभाव है. “किसी भी अन्य हैंगआउट स्पेस के लिए लड़कियों और महिलाओं को अपनी सुरक्षा के लिए लगातार निगरानी रखनी पड़ती है. मैं हमेशा अपने और अन्य महिलाओं के लिए सुरक्षित और आरामदायक महसूस करने के लिए एक जगह चाहती थी. इसी शौक ने उन्हें यह कैफे स्थापित करने को प्रेरित किया.

पर्ल स्क्वायर में छह कर्मचारी हैं जो मांग के अनुसार अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं. स्टाफ में कामकाजी माताएं और छात्राएं भी शामिल हैं, जिन्होंने बखूबी घर और कैफे के काम में संतुलन बनाए रखा हुआ है. फातिमा बताती हैं, कैफे स्थापित करने से पहले उन्होंने कुछ लड़कियों से मुलाकात की. वो अपने दोस्तों के साथ घूम रही थी. एक 18 वर्षीय लड़की मेहरुन्निसा, जो अक्सर यहां आती हं, ने बताया जब मैं कहती हूं कि मैं अपने दोस्तों के साथ पर्ल्स स्क्वायर जा रही हूं, तो मेरी मां को चिंता नहीं है. उन्होंने कहा कि यह एक छोटी सी आरामदायक जगह है,जहां आकर दोस्तों के साथ चैट कर सकते हैं. पानी पुरी खा सकते हैं.

इन सबके अलावा, पर्ल्स स्क्वायर महिलाओं के लिए एक महिला प्रशिक्षक के साथ ड्राइविंग कक्षाएं भी प्रदान करता है. एक स्टाफ सदस्य के अनुसार, इस पहल के कारण कई महिलाओं ने ड्राइविंग सीखी है.

इसके अलावा, पर्ल्स स्क्वायर न केवल महिलाओं के आराम करने की जगह है, उनके काम करने की जगह भी है. महिलाएं पर्ल्स स्क्वायर में वर्कस्टेशन पर टेबल आरक्षित कर सकती हैं और काम कर सकती हैं. यह एक ऐसा विचार है जो घर से काम करने की जीवन शैली के लिए अत्यधिक प्रासंगिक है.

पर्ल्स स्क्वायर वर्कस्टेशन कैफे के संस्थापक ने बताया कि 17 जनवरी से एक महीने की अवधि के लिए यहां लड़कियों और महिलाओं के लिए अंग्रेजी स्पीकिंग की कक्षाएं भी आयोजित की जाएंगी. कक्षाएं सभी कोविड-19 मानदंडों का पालन करते हुए आयोजित की जाएगी,

पर्ल्स स्क्वायर के एक जिम इंस्ट्रक्टर के मुताबिक, कई महिलाएं स्वस्थ जीवनशैली जीना चाहती हैं, लेकिन उन्हें ऐसे मौके नहीं मिलते. मुस्लिम महिलाओं के लिए स्पोर्ट्स वियर पहनना और यूनिसेक्स जिम में वर्कआउट करना काफी असहज होता है. वो  हिजाब पहनती हैं. लेकिन पर्ल्स स्क्वायर में जब आसपास सभी महिलाएं होती हैं तो वो बहुत सहज होती हैं. वो कसरत पर ठीक से ध्यान केंद्रित करती हैं.

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आबिदा फातिमा एक उद्यमी होने के अलावा अपने परिसर का उपयोग सामाजिक सहायता सेवाओं के लिए भी करती हैं. उन्होंने कहा कि कोविड लॉकडाउन की दूसरी लहर के दौरान, वह अपनी युवा टीम के साथ शहर के एक आइसोलेशन सेंटर में एक महीने के लिए खान पान सेवाएं प्रदान करती . उन्होंने सेंटर के लिए नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात के खाने का इंतजाम किया था.