‘महाभारत’ के ‘कृष्ण’ नीतीश भारद्वाज पर IAS पत्नी का आरोप, उन्होंने कभी बच्चों की स्कूल फीस नहीं दी
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,भोपाल
चर्चित टीवी धारावाहिक महाभारत में कृष्ण की भूमिका निभाने वाले अभिनेता नीतीश भारद्वाज की पत्नी और आईएएस अधिकारी स्मिता भारद्वाज ने उनपर उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. उन्होंने अपने पति को झूठा बताया है.मध्य प्रदेश में स्मिता भारद्वाज खाद्य, नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता, खेल और युवा मामलों की अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं. वह एमपी वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक कॉर्पोरेशन की अध्यक्ष और राज्य नागरिक आपूर्ति निगम की भी अध्यक्ष हैं.
फ्री प्रेस जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारी स्मिता भारद्वाज ने कहा कि उनके पति चाहते हैं कि वह नौकरी छोड़ दें. जब वह इससे सहमत नहीं हुईं तो उन्होंने तलाक की मांग की.
उन्हांेने आगे कहा,नीतीश चाहते थे कि मैं अपनी नौकरी छोड़ दूं. जब मैं सहमत नहीं हुई, तो उन्होंने तलाक मांगा. जब मैं तलाक के लिए तैयार हो गई, तो उन्होंने सहमति से तलाक के लिए पैसे मांगे, जिसे मैंने अस्वीकार कर दिया. फिर उन्होंने पीड़ित कार्ड खेलना शुरू कर दिया.
रिपोर्ट के अनुसार, महाभारत अभिनेता नितेश भारद्वाज ने आईएएस पत्नी पर उत्पीड़न और बच्चों से नहीं मिलने देने का आरोप लगाया है.
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले टीवी सीरियल महाभारत में भगवान कृष्ण का किरदार निभाने वाले अभिनेता नीतीश भारद्वाज ने अपनी पत्नी पर आरोप लगाया था कि वह उन्हें अपने बच्चों से नहीं मिलने देती हैं.
जब इस मामले पर अधिक प्रकाश डालने के लिए कहा गया, तो आईएएस अधिकारी ने कहा कि पिता को हमेशा बच्चों से मिलने के लिए अप्रतिबंधित पहुंच प्रदान की गई है. हालाँकि, उनके कार्यों ने बार-बार ऐसी पहुंच में बाधा डाली है.
उन्होंने आगे कहा कि नीतीश भारद्वाज 2 जनवरी 2024 को पुणे में बच्चों से मिलने के बाद 17 फरवरी 2024 को बच्चों से मिले. 13 फरवरी, 2024 को, नीतीश भारद्वाज ने जानबूझकर बच्चों से मिलने से परहेज किया. और एक दिन बाद 14 फरवरी को, उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें आरोप लगाया कि मैं उन्हें बच्चों से मिलने नहीं दे रही हूं. शनिवार 17 फरवरी, 2024, नीतीश ने हमारे आवास पर पारिवारिक मित्रों के साथ पुलिस अधिकारी की उपस्थिति में अपनी बेटियों से मुलाकात की. यह मुलाकात लगभग 30 मिनट तक चली, जिसके अंत में बेटियों की आंखों में आंसू आ गए.
पिछली घटनाओं को याद करते हुए स्मिता ने कहा, जन्म के बाद से, पिता ने बच्चों के पालन-पोषण के खर्च के लिए शून्य वित्तीय योगदान दिया है. कानूनी बाध्यता के बावजूद, न तो उन्होंने कभी स्कूल की फीस का भुगतान किया और न ही उन्हें समर्थन देने के लिए कोई रखरखाव राशि प्रदान की.
उन्होंने आगे कहा कि मामला अभी भी कोर्ट में है. मेरी बेटियां मेरी जान से बढ़कर हैं. मैं अपनी आखिरी सांस तक किसी भी कीमत पर उनकी रक्षा करूंगी.
मामला एक नजर में
- नीतीश भारद्वाज पर आईएएस पत्नी स्मिता भारद्वाज द्वारा लगाए गए आरोपों का विवरण.
- स्मिता ने अपने पति को उत्पीड़ित करने का आरोप लगाया है और उन्हें झूठा बताया है.
- स्मिता का कार्यक्षेत्र और उनकी महत्वपूर्ण पदों का उल्लेख.
- नीतीश के द्वारा स्मिता से नौकरी छोड़ने की मांग और तलाक की मांग का विवरण.
- स्मिता के अनुसार, नीतीश ने तलाक के लिए पैसे मांगे और पीड़ित कार्ड खेलना शुरू किया.
- नीतीश भारद्वाज द्वारा भी स्मिता पर आरोप लगाए गए हैं, जिसमें उन्होंने उन्हें बच्चों से मिलने नहीं देने का आरोप किया है.
- स्मिता द्वारा दी गई तिथियों की विस्तृत जानकारी और नीतीश द्वारा बच्चों से मिलने में की गई बाधाओं का वर्णन.
- स्मिता ने दावा किया कि नीतीश ने बच्चों के पालन-पोषण के खर्च में कोई सहायता नहीं दी, न तो स्कूल फीस का भुगतान किया.
- मामला अभी भी कोर्ट में है, और स्मिता ने अपनी बेटियों की रक्षा के लिए अपना संकल्प दिखाया है.