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IBAWWC2023 : निकहत जरीन और साक्षी दूसरे दौर में

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

मौजूदा चैंपियन निकहत जरीन ने महिला विश्व मुक्केबाजी प्रतियोगिता में अपना खिताब बचाओ अभियान शानदार अंदाज में शुरू करते हुए गुरूवार को केडी जाधव इंडोर हाल में अजरबेजान की अनखानीम इस्माइलोवा को 50 किग्रा वर्ग में हरा दिया. रेफरी को यह मुकाबला रोकना पड़ा.

राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता ने रिंग में अपना दबदबा इस कदर बनाया कि रेफरी को मुकाबले के दूसरे राउंड में इस्माइलोवा को तीसरी वानिर्ंग के बाद मुकाबला रोकना पड़ा.निकहत ने जीत के बाद कहा, “मैं खुश हूँ कि मैंने पहले दिन भारत की जीत के साथ शुरूआत की. मैं उम्मीद करती हूं कि मैं अपना जीत का क्रम आगामी मैचों में भी बरकरार रखूंगी.”

निकहत का राउंड 32 में टॉप सीड अल्जीरिया की रौमेसा बौअलाम से मुकाबला होगा जो 2022 की अफ्ऱीकी चैंपियन हैं .पिछले साल निखत ने 52 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था लेकिन इस बार वह 50 किग्रा में आ गयी हैं जो ओलम्पिक वजन वर्ग है.

इस बीच 52 किग्रा वर्ग में साक्षी ने कोलंबिया की जोस मारिया मार्टिनेज को प्रारंभिक राउंड में 5-0 के सर्वसम्मत फैसले से हरा दिया.

निकहत जरीन के बारे में कुछ बातें

  • -जन्म 14 जून 1996 को तेलंगाना के निजामाबाद में हुआ
  • -वह मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखती हैं
  • -चार बेटियों में अपने परिवार में तीसरी हैं
  • -पिता जमील अहमद सेल्सपर्सन रह चुके हैं
  • मां परवीन सुल्ताना गृहिणी हैं
  • दो बहनों के नाम अंजुम मिनाज और अफनान जरीन हैं
  • दोनों बड़ी बहनें डॉक्टर हैं
  • निकहत की छोटी बहन बैडमिंटन खिलाड़ी हैं
  • -निकहत जरीन के चाचा समसुद्दीन के दो बेटे एतेशामुद्दीन और इतिशामुद्दनी भी राष्ट्रीय स्तर के मुक्केबाज हैं
  • -निकहत जब तेरह साल की थीं, मुक्केबाजी के खेल में शामिल हो गईं
  • -निकहत ने शुरुआती दिनों में अपने चाचा के बेटों से प्रशिक्षण लिया
  • -निकहत जरीन के पिता ने 15 साल तक सऊदी अरब में सेल्स असिस्टेंट के रूप में काम किया
  • -फिर बेटियों की खेल और पढ़ाई में मदद करने के लिए भारत के निजामाबाद में शिफ्ट हो गए
  • -निकहत जरीन ने स्कूली शिक्षा निजामाबाद स्थित निर्मला हृदय गर्ल्स हाई स्कूल में पूरी की
  • हैदराबाद के एवी कॉलेज से स्नातक किया
  • -पिता मोहम्मद जमील अहमद ने बॉक्सिंग के शुरुआती चरणों में लगभग एक साल तक प्रशिक्षित किया
  • -बेटी के शौक को देखते हुए पिता ने वर्ष 2009 में भारतीय खेल प्राधिकरण विशाखापत्तनम में आई. वी. राव से प्रशिक्षित के लिए भेजा
  • -निकहत को वर्ष 2010 में इरोड नेशनल्स द्वारा ‘गोल्डन बेस्ट बॉक्सर’ से सम्मानित किया गया

मुक्केबाजी में निकहत जरीन का प्रदर्शन

  • 2011 में तुर्की में आयोजित एआईबीए महिला जूनियर और युवा विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में भाग लिया. तुर्की के अपने प्रतिद्वंद्वी उल्कु डेमिर को हराकर स्वर्ण पदक जीता.
  • -2011 में उन्होंने यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप और एआईबीए महिला जूनियर में फ्लाईवेट वर्ग में स्वर्ण पदक प्राप्त किया.
  • -2014 में यूथ बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप, बुल्गारिया में रजत पदक जीता.
  • -उसी वर्ष तीसरे राष्ट्र कप में 51 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता.
  • -2015 में 16वीं सीनियर वुमन नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता.
  • 2014 में बुल्गारिया में आयोजित यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में रजत पदक जीता.
  • 2015 में अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी टूर्नामेंट में भाग लिया और रूस से अपने प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज पाल्टसेवा एकातेरिना को हराकर स्वर्ण पदक जीता.
  • -निकहत जरीन ने 2019 में बैंकॉक में आयोजित थाईलैंड ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में रजत पदक जीता.
  • उसी वर्ष सोफिया, बुल्गारिया में आयोजित स्ट्रैंड्जा मेमोरियल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता
  • -2020 में भारतीय एथलेटिक्स में उनके योगदान के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटर और 10,000 रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
  • -हैदराबाद में बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय कार्यालय ने 19 जून 2021 को उन्हें स्टाफ अधिकारी नियुक्त किया.
  • -19 मई 2022 को निकहत जरीन ने इस्तांबुल, तुर्की में आयोजित महिला विश्व चैंपियनशिप में भाग लिया. थाईलैंड के अपने प्रतिद्वंद्वी जीत पोंग जूता मास को हराकर 52 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता.
  • -2022 में विश्व चैंपियनशिप जीतने के बाद निकहत जरीन भारत की शीर्ष पांच महिला मुक्केबाजों में अपना नाम जोड़ने में कामयाब रहीं. इस सूची में मैरी कॉम , लैशराम सरिता देवी, जेनी आरएल और लेख केसी का नाम शामिल है.