आईएमसीआर के मोहम्मद अदीब का उत्तरकाशी घटना पर सवाल: सेकुलर नेता क्यों खामोश?
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
इंडियन मुस्लिम्स फॉर सिविल राइट्स (आईएमसीआर) के वरिष्ठ सदस्य मोहम्मद अदीब ने उत्तराखंड के उत्तरकाशी में एक मस्जिद को लेकर हुए विरोध-प्रदर्शन और उसमें हुई हिंसा पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
उन्होंने कहा, “मैंने पहले भी कहा है और अब भी कहता हूं कि इसका जवाब हिंदू भाइयों को देना चाहिए. क्या हिंदू धर्म यही सिखाता है कि किसी की दरगाह या मस्जिद तोड़ दो? ऐसा करने वाले हिंदू नहीं, बल्कि गुंडे हैं.
हिंदू समाज के नेताओं को आगे आकर इस पर जवाब देना चाहिए. मैं समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के सेकुलर नेताओं से सवाल करता हूं कि वे खामोश क्यों हैं? क्या हम इसी तरह पिटते रहेंगे?”
मोहम्मद अदीब ने मोदी सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा, “यह सरकार मुल्क को तोड़ने और मजहब को खत्म करने की कोशिश कर रही है. हिंदुस्तान की यह हालत मेरे जवानी के ख्वाबों के भारत से बहुत अलग है। यहां का नौजवान यह भूल चुका है कि असल हिंदुस्तान क्या है.”
उत्तर प्रदेश में शत्रु संपत्तियों पर गौशालाएं बनाने के योगी सरकार के फैसले पर भी मोहम्मद अदीब ने सवाल उठाते हुए कहा कि यदि सरकार का उद्देश्य विकास होता तो वह इस जमीन पर संस्थान, रिसर्च सेंटर, स्कूल, या अस्पताल बनाती.उन्होंने कहा, “आज आप जिन आईआईटी, एम्स, और विश्वविद्यालयों को देख रहे हैं, वह इनके लिए अजीब चीज हैं.”
गौरतलब है कि उत्तरकाशी में एक मस्जिद को अवैध बताते हुए हिंदूवादी संगठनों ने गुरुवार को विरोध-प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन के दौरान संयुक्त सनातन धर्म रक्षक दल द्वारा आयोजित रैली में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई, जिसमें पथराव और लाठीचार्ज के कारण 27 लोग घायल हो गए, जिनमें आठ पुलिसकर्मी भी शामिल हैं.
प्रशासन ने प्रदर्शन के लिए पूर्वानुमति दी थी, लेकिन प्रदर्शनकारी निर्धारित रूट छोड़कर दूसरे रास्ते पर जाने की जिद पर अड़ गए. पुलिस द्वारा रोके जाने पर कुछ प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई.