भारत-कतर संयुक्त व्यापार मंच 2025: आर्थिक सहयोग में नया अध्याय
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
भारत और कतर के बीच आर्थिक सहयोग को और अधिक सुदृढ़ करने के उद्देश्य से भारत-कतर संयुक्त व्यापार मंच का आयोजन 18 फरवरी को नई दिल्ली में किया गया। इस उच्च स्तरीय व्यापार मंच का आयोजन भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) और उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) के संयुक्त प्रयास से हुआ।
इस मंच का आयोजन ऐसे समय में हुआ जब कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद बिन खलीफा अल थानी भारत की आधिकारिक यात्रा पर आए। भारत और कतर के शीर्ष व्यापारिक नेताओं, सरकारी अधिकारियों और उद्योगपतियों ने इस अवसर पर दोनों देशों के आर्थिक और निवेश संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने पर चर्चा की।
भारत-कतर व्यापार मंच में प्रमुख हस्तियों की भागीदारी
इस महत्वपूर्ण आयोजन में भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल और कतर के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री शेख फैसल बिन थानी बिन फैसल अल थानी ने मुख्य भाषण दिया।
श्री पीयूष गोयल ने अपने संबोधन में कहा कि भारत 2047 तक 30-35 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत और कतर के बीच पारंपरिक ऊर्जा व्यापार के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), क्वांटम कंप्यूटिंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), सेमीकंडक्टर, स्टार्टअप्स और डिजिटल पेमेंट्स जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं।
शेख फैसल बिन थानी बिन फैसल अल थानी ने भारत-कतर व्यापार संबंधों को केवल एक व्यापारिक साझेदारी से अधिक, बल्कि आपसी सम्मान और दीर्घकालिक आर्थिक सहयोग पर आधारित संबंध बताया। उन्होंने भारतीय उद्यमियों को कतर में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि कतर निवेश के लिए एक अत्यधिक अनुकूल और गतिशील गंतव्य है।
भारत-कतर व्यापार में बढ़ते अवसर
भारत और कतर के बीच द्विपक्षीय व्यापार वित्त वर्ष 2023-24 में 15 अरब अमेरिकी डॉलर को पार कर चुका है। दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए इस मंच पर विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई, जिनमें शामिल हैं:
✅ ऊर्जा क्षेत्र: हाइड्रोकार्बन व्यापार से आगे बढ़कर सौर और नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश।
✅ डिजिटल और टेक्नोलॉजी: AI, IoT, ब्लॉकचेन, और क्वांटम कंप्यूटिंग के क्षेत्रों में सहयोग।
✅ इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक्स: भारतीय और कतर कंपनियों के बीच परिवहन और औद्योगिक क्षेत्रों में भागीदारी।
✅ फिनटेक और डिजिटल पेमेंट्स: भारत के NPCI और कतर नेशनल बैंक (QNB) के बीच डिजिटल भुगतान के समझौते।
नवाचार और निवेश को बढ़ावा
भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री श्री जितिन प्रसाद ने भारत की आर्थिक विकास और नवाचार-संचालित व्यापार प्रणाली पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत ने पिछले दशक में 709 अरब अमेरिकी डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) आकर्षित किया है।
उन्होंने कतर को भारत के स्टार्टअप महाकुंभ 2025 में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया और कहा कि इससे दोनों देशों के स्टार्टअप्स और नवाचार क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
समझौता ज्ञापनों (MoU) पर हस्ताक्षर
भारत-कतर व्यापार मंच के दौरान द्विपक्षीय व्यापार और निवेश सहयोग को बढ़ावा देने के लिए दो महत्वपूर्ण समझौतों (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए:
1️⃣ भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) और कतर व्यापार संघ के बीच व्यापारिक सहयोग समझौता।
2️⃣ इन्वेस्ट इंडिया और इन्वेस्ट कतर के बीच व्यापारिक अवसरों को बढ़ावा देने के लिए रणनीतिक साझेदारी।
इन समझौतों का उद्देश्य निवेश प्रवाह को सुगम बनाना, व्यापारिक अवसरों को बढ़ाना और रणनीतिक क्षेत्रों में दीर्घकालिक सहयोग को स्थापित करना है।
प्रमुख पैनल चर्चाएं
व्यापार मंच के दौरान तीन प्रमुख पैनल चर्चाएं आयोजित की गईं, जिनमें निम्नलिखित विषयों पर विचार-विमर्श किया गया:
🔹 नवाचार और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI): भारत और कतर के बीच तकनीकी सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा।
🔹 सौर ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा: स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश और व्यापार को बढ़ावा देना।
🔹 लॉजिस्टिक्स और उन्नत विनिर्माण: व्यापारिक सुगमता और औद्योगिक विकास में सहयोग को मजबूत करना।
भविष्य की रणनीतियाँ और निवेश अवसर
DPIIT के संयुक्त सचिव श्री संजीव ने 3-5 अप्रैल 2025 तक आयोजित होने वाले स्टार्टअप इंडिया महाकुंभ में कतर की भागीदारी का स्वागत किया। उन्होंने इसे भारत में तकनीकी और नवाचार निवेश के लिए एक ऐतिहासिक अवसर बताया।
सीआईआई के अध्यक्ष श्री संजीव पुरी ने ऊर्जा सुरक्षा, कृषि, स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र और कौशल विकास जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कतर को भारत की उभरती अर्थव्यवस्था में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया और कहा कि दोनों देशों के बीच ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग अक्षय ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायक होगा।
भारत-कतर साझेदारी का उज्ज्वल भविष्य
भारत-कतर व्यापार मंच 2025 ने द्विपक्षीय व्यापार, निवेश और रणनीतिक सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस आयोजन से दोनों देशों के आर्थिक संबंधों में नवाचार, सतत विकास और विविधीकरण की नई संभावनाओं का द्वार खुला है।
दोनों देश ऊर्जा, डिजिटल तकनीक, स्टार्टअप्स, लॉजिस्टिक्स और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में मजबूत साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस व्यापार मंच के बाद, भारत और कतर के बीच आर्थिक सहयोग का एक नया अध्याय शुरू होने की उम्मीद है, जो आने वाले वर्षों में दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।