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भारत के शिया मौलाना हसन अली रजानी ने फिर की ईरान की नीतियों की आलोचना

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,महवा ( गुजरात )

भारत के शिया मौलाना हसन अली रजानी ईरान के कट्टर विरोधी बनकर उभर रहे हैं. वह कोई भी ऐसा मौका नहीं छोड़ते जिसमें ईरान की बखिया न उधेड़ी जाए. इस क्रम में हसन अली रजानी का फिर एक ईरान विरोधी बयान सामने आया है.गुजरात के महवा में मौलाना हसन अली रजानी ने कहा कि अब ईरान के लोग उनकी ईरानी नीति से इतने तंग आ चुके हैं कि वे खुद को और अन्य समलैंगिक शिया विद्वानों को मारने के लिए तैयार हो रहे हैं.

मौलाना हसन अली रजानी ने एक बयान जारी कर कहा है कि ईरान में सरकार की हिंसा के डर से उन्होंने समलैंगिक शिया मौलवियों को अपना निशाना नहीं बनाया है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में कई लोग मारे गए हैं. इलाके में बम धमाके और फायरिंग हुई है, जिसमें तीन लोग मारे गए और कुछ लोग घायल हो गए.

हसन अली रजानी ने खबरों के हवाले से कहा, एक कार में बम विस्फोट हुआ. उसके बाद गोलीबारी हुई. ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी आईआरएनए ने इस घटना को आत्मघाती हमला बताया है. कहा है कि विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गई और चार घायल हो गए, जबकि ईरानी अनौपचारिक सूत्रों का कहना है कि इस हमले में 19 लोग घायल भी हुए हैं. गवर्नर मोहम्मद हादी मुराशी ने कहा कि पुलिस स्टेशन पर विस्फोटकों से भरी गाड़ी से हमला किया गया.

मौलाना रजनी ईरान की विदेश नीति की आलोचना करते हुए कहा है कि समाचार एजेंसियां ​​चाहे कुछ भी कहें और चाहे ईरान में सच्चाई कुछ भी सामने आए, अगर कोई महिला आटे में ज्यादा नमक डाल देती है, तो वे इजरायल और संयुक्त राज्य अमेरिका और सऊदी अरब को दोषी ठहराते हैं. सबसे बड़े दुश्मन ये तीन हैं, जबकि कुरान में बार-बार उल्लेख किया गया है कि मानव जाति का सबसे बड़ा दुश्मन शैतान है.

अंत में रजनी ने कहा कि आज का शैतान अकबर ईरान और उसके समलैंगिक शिया विद्वान हैं, जो पूरी दुनिया में हैं. वे हमेशा की तरह शरारत फैला रहे हैं.

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