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भारत-पाक तनाव: दुबई जाने वाली उड़ानों की अवधि में वृद्धि, किराए में 12% तक उछाल

मुस्लिम नाउ विशेष रिपोर्ट, दुबई/दिल्ली

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव चरम पर है। भारत की ओर से कड़ी कार्रवाई के संकेतों के बीच पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। इस फैसले का सीधा असर भारत से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जाने वाली उड़ानों पर पड़ा है, विशेषकर बजट एयरलाइन्स पर जो दिल्ली और उत्तर भारत के प्रमुख शहरों से दुबई, अबूधाबी, शारजाह जैसे गंतव्यों के लिए उड़ानें संचालित करती हैं।

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एहतियाती कदम: एयरलाइन्स ने बदला उड़ान मार्ग

अकासा एयर, स्पाइसजेट, इंडिगो और एयर इंडिया जैसी प्रमुख भारतीय एयरलाइनों ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से बचकर उड़ानें संचालित करने का फैसला किया है। इससे उड़ान की अवधि में वृद्धि हुई है और अल्पकालिक रूप से हवाई किराए में 8% से 12% तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

अकासा एयर ने कहा,

“हमने एहतियाती उपाय के तहत पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से होकर जाने वाली उड़ानों का मार्ग बदल दिया है। इस समायोजन से हमारे परिचालन पर कोई महत्वपूर्ण असर नहीं पड़ेगा, लेकिन हम लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।”

स्पाइसजेट ने औपचारिक यात्रा सलाह भले ही जारी न की हो, लेकिन कंपनी के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि उत्तर भारत से यूएई जाने वाली उड़ानों को अब वैकल्पिक रूट से भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा,

“हम अतिरिक्त ईंधन ले जा रहे हैं ताकि लंबी उड़ान अवधि को कवर किया जा सके, लेकिन शेड्यूल पर बड़ा असर नहीं पड़ेगा।”


पहलगाम आतंकी हमला: तनाव का कारण

भारत के जम्मू-कश्मीर में स्थित पहलगाम क्षेत्र में हुए हालिया आतंकी हमले में 26 नागरिकों की मौत हो गई थी। इस हमले के बाद भारत की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया की संभावना को देखते हुए पाकिस्तान ने एहतियातन अपने हवाई क्षेत्र को भारतीय उड़ानों के लिए बंद कर दिया।

इस कदम का प्रभाव सिर्फ भारत-यूएई उड़ानों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उत्तर अमेरिका, यूरोप और ब्रिटेन जाने वाली लंबी दूरी की उड़ानों पर भी पड़ा है।


एयर इंडिया और इंडिगो की भी उड़ानें प्रभावित

एयर इंडिया ने कहा कि पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध के चलते यूरोप, यूके, अमेरिका और मध्य पूर्व की कई उड़ानों को विस्तारित वैकल्पिक मार्गों से भेजा जा रहा है। इससे उड़ानों में देरी और ऑपरेशनल लागत में बढ़ोतरी की आशंका है।

इसी प्रकार इंडिगो एयरलाइंस ने भी पुष्टि की कि उनके अंतरराष्ट्रीय ऑपरेशंस इस निर्णय से प्रभावित हुए हैं।

“पाकिस्तान द्वारा अचानक हवाई क्षेत्र बंद करने के निर्णय के कारण कुछ उड़ानें प्रभावित हो रही हैं,” एयरलाइन ने कहा।


भारतीय पर्यटकों को कश्मीर से निकाला गया

हमले के बाद कश्मीर में फंसे हजारों पर्यटकों को निकालने के लिए भारतीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने तत्काल कदम उठाए। गुरुवार, 24 अप्रैल 2025 को श्रीनगर एयरपोर्ट से 110 विशेष उड़ानों का संचालन किया गया, जिनमें आठ नई सेवाएं भी शामिल थीं। इन उड़ानों ने कुल 14,000 यात्रियों को सुरक्षित निकाला।


हवाई किराए में वृद्धि और संचालन लागत पर प्रभाव

उद्योग सूत्रों का मानना है कि उड़ानों की अवधि बढ़ने से न केवल ईंधन खपत बढ़ेगी, बल्कि हवाई किराए में भी अल्पकालिक वृद्धि होगी। विशेषकर दिल्ली, लखनऊ, जयपुर, अमृतसर और चंडीगढ़ जैसे शहरों से यूएई के लिए उड़ान भरने वाले यात्रियों को टिकट की कीमतों में 8-12% की बढ़ोतरी का सामना करना पड़ सकता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह स्थिति लंबी चलती है तो एयरलाइंस को या तो किराए बढ़ाने होंगे या फिर अपनी उड़ानों की आवृत्ति को समायोजित करना होगा।


सुरक्षा बनी सर्वोच्च प्राथमिकता

अकासा और स्पाइसजेट दोनों ही एयरलाइनों ने यह स्पष्ट किया कि मौजूदा भू-राजनीतिक स्थिति को देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। एयरलाइनों ने कहा कि वे स्थिति की दैनिक निगरानी करती रहेंगी और आवश्यकतानुसार अपने परिचालन में परिवर्तन करेंगी।


कूटनीति से आकाशमार्ग तक भारत-पाक तनाव

भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव अब हवाई क्षेत्र तक पहुंच चुका है। यह स्थिति न केवल कूटनीतिक रूप से चुनौतीपूर्ण है, बल्कि आर्थिक और नागरिक उड्डयन क्षेत्र में भी प्रभावी साबित हो रही है। पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र के बंद होने से भारतीय एयरलाइनों को परिचालन समायोजन करना पड़ रहा है, जिसका सीधा असर यात्रियों की जेब और यात्रा समय पर पड़ रहा है।

यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि वे उड़ान भरने से पहले एयरलाइन्स से अपडेट प्राप्त करें और टिकट बुकिंग से पूर्व संभावित देरी या मूल्य वृद्धि को ध्यान में रखें।