विरोध के बावजूद बिहार के गया में अंतरराष्ट्रीय सूफी सम्मेलन आज
देश में कोरोनो के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. पिछले चैबीस घंटे में इसके नए केसेज तकरीबन 82 हजार से अधिक आ गए. इसको लेकर विरोध के बावजूद शनिवार को बिहार की बुद्ध,भगवान विष्णु और पीर मंसूर की धरती गया में अंतरराष्ट्रीय सूफी कान्फ्रूेस होने जा रहा है.
इसकी तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई है. यही नहीं देश-विदेश के सूफिया ए कराम का शुक्रवार से ही यहां पहुंचने का सिलसिला शुरू हो चुका हैै.
इसके लिए कान्फ्रेंस स्थल गांधी मैदान में भव्य मंच तैयार किया गया है. स्थल का मुआयना जुमा नमाज के बाद अतिथियों और आयोजकों ने किया.शहर में इस कॉन्फ्रेन्स को लेकर उत्साह है.देश-दुनिया के मौजूदा परस्तिथि मद्देनजर इसे काफी अहम माना जा रहा है.
कॉन्फ्रेन्स के कोऑर्डिनेटर इकबाल हुसैन ने आवाज द वॉयस को बताया कि यह कॉन्फ्रेन्स तनावग्रस्त दुनिया अमृत घोलने का काम करेगी.परेशानहाल लोगों को अमन और एकता का रास्ता बतायेगी.
सही मानो में न्याय प्रक्रिया की बहाली होगी.यह कॉन्फ्रेन्स आतंकवाद के खिलाफ शांति के लिए है.
विदेश से कॉन्फ्रेन्स में शिरकत करने तीन सूफी गया पहुंच चुके हैं.जिनमें जामिया अजहर यूनिवर्सिटी मिस्र के नायब मुफ्ती ए आजम शेख अहमद अल मदुह,बगदाद इराक से मोहम्मद अली अल – हरबी और साउथ अफ्रीका से एक बेहतरीन नातख्वाह के साथ भारत के अजमेर से सैयद इरफान चिशती के साथ ख्वाजा नेजाम उद्दिन ,ख्वाजा कुतुबुद्दीन काकवी के आस्ताने के अलावा उड़ीसा,बिहार,कर्नाटक आदि खानकाहों से सूफी हजरात पहुंच रहे हैं.
शेख अल मदुह ने जुमे की नमाज करीमगंज की जैबुन निशां मस्जिद में अदा की.इस मौके पर जुमा का खुतबा भी उन्होंने पढ़ा.सूफियों का कारवां थोड़ी देर के लिए वार्ड पार्षद नैयर अहमद के आवास पर भी गया.
शहर में उनका स्वागत किया जा रहा है. कॉन्फ्रेन्स में बिहार सरकार के अल्पसंख्यक मंत्री जमा खान और बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन मोहम्मद इरशादुल्लाह भी शरीक होंगे.
इरशादुल्लाह गया पहुंच चुके हैं.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कॉन्फ्रेन्स की कामयाबी के लिए शुभकामना संदेश दिया है.मौलाना उमर नूरानी कहते हैं कि इस कॉन्फ्रेन्स से इस्लाम के प्रति लोगों का नजरिया बदलेगा.बड़ी तादाद में हिंदू भाईयों को भी कॉन्फ्रेन्स में आमंत्रित किया गया है.