एएमयू में ‘डीप लर्निंग’ पर अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला: एआई अनुसंधान को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की पहल
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो, अलीगढ़
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) अंतःविषय केंद्र (The Interdisciplinary Centre for Artificial Intelligence) ने हाइब्रिड मोड में ‘डीप लर्निंग में प्रगति: उपकरण और तकनीक’ पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला का उद्देश्य एआई में नवीनतम तकनीकों और उपकरणों को साझा करना तथा शोधकर्ताओं को आधुनिक प्रवृत्तियों से अवगत कराना था।
कार्यशाला का उद्घाटन और प्रमुख वक्ता
कार्यशाला का शुभारंभ एक उद्घाटन सत्र के साथ हुआ, जिसकी अध्यक्षता प्रोफेसर नेसार अहमद (डीन, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय) ने की। उन्होंने एआई में नैतिकता और बिजली की खपत जैसी महत्वपूर्ण चुनौतियों पर प्रकाश डाला।
प्रोफेसर मोहम्मद मुजम्मिल (प्रधानाचार्य, जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी) ने जिम्मेदार एआई विकास की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रोफेसर राशिद अली (समन्वयक, एआई के अंतःविषय केंद्र) ने कार्यशाला में उपस्थित सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और एआई अनुसंधान में नवीनतम रुझानों को अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया।
तकनीकी सत्र और विशेषज्ञों की भागीदारी
यह कार्यशाला पांच तकनीकी सत्रों में विभाजित थी, जिसमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों ने अपने विचार प्रस्तुत किए।
- डॉ. नदीम अख्तर ने ‘डीप लर्निंग का अनावरण: मूल बातें से सफलता तक’ विषय पर मुख्य भाषण दिया। उन्होंने तंत्रिका नेटवर्क आर्किटेक्चर का एक विस्तृत अवलोकन प्रस्तुत किया और डीप लर्निंग के व्यावहारिक अनुप्रयोगों पर चर्चा की।
- श्री पलाश कुलश्रेष्ठ (इंजीनियरिंग मैनेजर, PayTM) ने बड़े भाषा मॉडल (LLM) आधारित प्रणालियों और उनके अनुप्रयोगों पर प्रकाश डाला।
- डॉ. मोहम्मद अय्यूब खान ने कन्वोल्यूशनल न्यूरल नेटवर्क (CNN) पर एक व्यावहारिक सत्र आयोजित किया, जिसमें प्रतिभागियों को डीप लर्निंग मॉडल को लागू करने की रणनीतियों से परिचित कराया गया।
ऑनलाइन सत्र और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों का योगदान
कार्यशाला में ऑनलाइन सत्र भी शामिल किए गए, जिसमें कई अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया:
- डॉ. ज़ेबा खानम (बीटी एप्लाइड रिसर्च, यूके) ने साइबर सुरक्षा में डीप लर्निंग की भूमिका पर चर्चा की और इसके संभावित अनुप्रयोगों पर प्रकाश डाला।
- डॉ. मोहम्मद मुज़क्किर हुसैन (एफएच डॉर्टमुंड, जर्मनी) ने एज एआई (Edge AI) और टाइनीएमएल (TinyML) फ्रेमवर्क पर एक गहन सत्र प्रस्तुत किया, जिसमें आधुनिक एआई सिस्टम को हल्का और अधिक कुशल बनाने की तकनीकों पर चर्चा की गई।
समापन समारोह और प्रमाण पत्र वितरण
कार्यशाला का समापन एक विशेष समापन सत्र के साथ हुआ, जिसमें सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और अनुकूलित उपहार प्रदान किए गए।
डॉ. तमीम अहमद (सह-संयोजक) ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और कार्यशाला की सफलता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला न केवल छात्रों और शोधकर्ताओं को नवीनतम डीप लर्निंग तकनीकों से अवगत कराने में सहायक रही, बल्कि एआई अनुसंधान में एएमयू की प्रतिबद्धता को भी मजबूती प्रदान करती है।
एआई अनुसंधान और कौशल विकास की दिशा में एएमयू की प्रतिबद्धता
यह कार्यशाला वर्तमान शैक्षणिक सत्र में अपनी तरह की दूसरी कार्यशाला थी, जो एएमयू के एआई अनुसंधान और कौशल विकास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इस कार्यशाला के माध्यम से प्रतिभागियों को अत्याधुनिक ज्ञान से लैस किया गया, जिससे वे एआई के क्षेत्र में नए शोध और नवाचार कर सकें।
काबिल ए गौर
इस कार्यशाला ने एआई और डीप लर्निंग के क्षेत्र में विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और छात्रों के बीच ज्ञान साझा करने और नवीनतम तकनीकों को अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह कार्यशाला भविष्य में और भी अधिक उन्नत अनुसंधान और तकनीकी नवाचारों को प्रोत्साहित करने में सहायक साबित होगी।
इस तरह की कार्यशालाएँ भारत में एआई के तेजी से विकास को गति देने और तकनीकी विशेषज्ञता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।