दक्षिणी गाजा में इजरायली हमलों में वरिष्ठ हमास नेता सहित 23 की मौत
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हमास का दावा: ‘सलाह अल-बरदाविल की शहादत हमारी आज़ादी की लड़ाई को और मज़बूत करेगी’
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,गाजा
इज़रायली हवाई हमलों में हमास के वरिष्ठ नेता सलाह अल-बरदाविल की मौत हो गई। दक्षिणी गाजा पट्टी के खान यूनिस में हुए इस हमले में उनकी पत्नी सहित कुल 23 लोग मारे गए। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब इजरायल ने संघर्ष विराम को तोड़ते हुए गाजा पट्टी में अपनी सैन्य कार्रवाई तेज कर दी है।
हमास ने इज़राइल पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह हमला “हमारी मुक्ति और स्वतंत्रता की लड़ाई को कमजोर करने के लिए किया गया है, लेकिन यह हमारे दृढ़ संकल्प को और मजबूत करेगा।” हमले के बाद, बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी नागरिक घटनास्थल पर जमा हुए और मृतकों को श्रद्धांजलि दी।
गाजा में बढ़ता इजरायली हमला, 634 फिलिस्तीनी मारे गए

मंगलवार को संघर्ष विराम टूटने के बाद से इज़रायल ने गाजा पर हमले और तेज कर दिए हैं। रिपोर्टों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में गाजा में कम से कम 634 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं।
खान यूनिस में हुए इस ताजा हमले के बाद, इज़रायली सेना ने राफा के ताल अस-सुल्तान क्षेत्र में रह रहे लोगों को तुरंत क्षेत्र खाली करने के आदेश जारी किए। इस बीच, मध्य गाजा में डेर एल-बलाह से रिपोर्टिंग कर रहे अल जज़ीरा के पत्रकार तारिक अबू अज़्ज़ौम ने कहा कि “गाजा पर भीषण और व्यापक हवाई हमले किए जा रहे हैं।”
इजरायली हमलों के कारण मानवीय संकट गहराया
गाजा में पहले से ही गहराए मानवीय संकट के बीच इज़रायल ने न केवल बमबारी शुरू कर दी है, बल्कि मानवीय सहायता के प्रवेश को भी रोक दिया है। रिपोर्टों के मुताबिक, 1 मार्च से इज़रायल ने गाजा की बिजली आपूर्ति भी पूरी तरह से काट दी है, जिससे वहां के हालात और भी विकट हो गए हैं।
बुधवार को इज़रायल ने जमीनी हमला भी फिर से शुरू किया, जिसके तहत उसने उन इलाकों में सैनिकों की तैनाती कर दी, जहां से यह पहले पीछे हट चुका था। हाल के हमलों के बाद, इज़रायल और हमास के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है।
50,000 से अधिक लोगों की मौत, हजारों घायल
गाजा युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा इज़रायल पर घातक हमले के बाद शुरू हुआ था। तब से लेकर अब तक, इस युद्ध में लगभग 50,000 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जबकि दक्षिणी इज़रायल में कम से कम 1,139 इज़रायली नागरिकों की जान जा चुकी है। हमास ने लगभग 250 लोगों को बंदी बना लिया था, जिनमें से अधिकांश को बाद में छोड़ दिया गया।
इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि सैन्य अभियान का उद्देश्य हमास पर दबाव बनाना है ताकि वह बचे हुए बंदियों को रिहा करे। हालांकि, हमास ने इज़रायल पर हमलों के साथ बंदियों की बलि देने का आरोप लगाया है।

संघर्ष विराम की बहाली पर विचार
अमेरिका ने इज़रायल और हमास के बीच संघर्ष विराम बहाल करने के लिए एक प्रस्ताव रखा है, जिस पर हमास विचार कर रहा है। प्रस्ताव के मुताबिक, रमजान और यहूदी फसह के त्योहार के समाप्त होने के बाद अप्रैल में युद्धविराम को फिर से लागू किया जा सकता है। हमास का कहना है कि “अगर इज़रायल युद्धविराम की शर्तों को मानता है, तो हम बातचीत के लिए तैयार हैं।”
लेबनान में भी बढ़ा तनाव, इजरायली हमले तेज
इज़रायल ने शनिवार को लेबनान पर भी हमले तेज कर दिए हैं। सीमा पार से हुए रॉकेट हमलों के जवाब में इज़रायल ने हिज़्बुल्लाह ठिकानों पर कई हवाई हमले किए हैं। इस कार्रवाई से नवंबर 2023 में हुए संघर्ष विराम के खत्म होने का खतरा पैदा हो गया है।
इज़रायल का कहना है कि यह हमला सुरक्षा कारणों से किया गया है, जबकि हिज़्बुल्लाह ने चेतावनी दी है कि “अगर इज़रायल ने अपनी आक्रामक नीति नहीं बदली, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।”
निष्कर्ष
गाजा में इज़रायल और हमास के बीच जारी यह संघर्ष अब एक नए और खतरनाक चरण में प्रवेश कर चुका है। इज़रायली हमले तेज हो गए हैं, जिससे बड़ी संख्या में निर्दोष नागरिक मारे जा रहे हैं। दूसरी ओर, हमास अपने नेताओं की मौत के बावजूद संघर्ष जारी रखने का संकल्प ले रहा है।
अब सवाल यह उठता है कि क्या वैश्विक समुदाय इस युद्ध को रोकने और मध्य पूर्व में स्थायी शांति स्थापित करने के लिए कोई ठोस कदम उठाएगा, या फिर यह संघर्ष और भी भयानक रूप लेगा?
इनपुट एवं तस्वीरें साभार अल-जजीरा