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यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद पर इसरायली पुलिस का धावा: 350 से अधिक गिरफ्तार, सऊदी अरब ने की कड़े शब्दों में निंदा

मुस्लिम नाउ ब्यूरोजेरूसलम

इजरायली पुलिस ने बुधवार तड़के हिंसक तरीके से यरुशलम के ओल्ड सिटी में अल-अक्सा मस्जिद पर धावा बोल कर 350 से अधिक फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार कर लिया. उधर,सऊदी अरब ने इसरायल के इस कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा की है.

सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार,पवित्र मस्जिद अक्सा स्थल के बाहर एक फिलिस्तीनी व्यक्ति की हत्या के कुछ दिनों बाद यह घटना सामने आई. सोशल मीडिया पर साझा किए वीडियो में इसरायली पुलिस को मस्जिद के अंदर मशालों का उपयोग करते हुए और चिल्लाते हुए लोगों पर बरबर तरीके से डंडे बरसाते देखा जा सकता है.

चश्मदीदों ने सीएनएन को बताया कि पुलिस ने स्टन ग्रेनेड, रबर बुलेट का इस्तेमाल किया और खिड़कियां और दरवाजे तोड़ दिए.इजरायली पुलिस द्वारा साझा किए गए वीडियो में, पुलिस को मस्जिद में प्रवेश करते हुए देखा जा सकता है. पुलिस का आरोप है कि उनके खिलाफ आतिशबाजी शुरू की गई.

इजरायली पुलिस ने एक बयान में कहा, कई कानून तोड़ने वाले युवाओं और नकाबपोश आंदोलनकारियों द्वारा मस्जिद से आतिशबाजी, लाठियां और पत्थर चलाने के बाद पुलिस मस्जिद में घुस गई.बयान के अनुसार, जब पुलिस ने प्रवेश किया, तो उन पर पत्थर फेंके गए और आंदोलनकारियों के एक बड़े समूह द्वारा मस्जिद के अंदर से आतिशबाजी छोड़ी गई.

द फिलिस्तीनी रेड क्रास ने कहा कि मस्जिद में और उसके आसपास झड़पों के दौरान कम से कम 12 लोग घायल हो गए. रबर की गोलियों से घायल हुए कम से कम तीन लोगों को अस्पताल में पहंुचाया गया.रेड क्रास ने कहा कि एक बिंदु पर इसकी एंबुलेंस को पुलिस ने निशाना बनाया और घायलों तक पहुंचने से रोक दिया गया
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पुलिस के बयान में कहा गया है, इन उकसाने वालों ने सार्वजनिक आदेश को बाधित करने और मस्जिद को अपवित्र करने के लिए तरावीह की नमाज के घंटों बाद इसे मजबूत किया.पुलिस ने यह भी कहा, इसके अलावा, उन्होंने मस्जिद के अंदर से भड़काउ कार्रवाई की. प्रवेश द्वारों को अंदर से बंद कर दिया.पुलिस ने कहा कि 350 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने कहा कि पत्थरों से एक इजरायली पुलिस अधिकारी के पैर में घाव हो गया है.

सोशल मीडिया यूजर्स ने हिरासत में लिए गए लोगों की तस्वीरें पोस्ट कीं, जिनमें मस्जिद के फर्श पर उनकी कलाई बंधी हुई दिखाई गई. उनके पैर और हाथ उनकी पीठ के पीछे बंधे हुए थे.

बता दें कि रमाजन के महीने में दुनिया भर की मस्जिदों में रात भर नमाज अदा की जाती है.पूरे अरब और मुस्लिम जगत ने इस घटना की निंदा की. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, जॉर्डन के विदेश मंत्रालय द्वारा सबसे कठोर शब्दों में इजरायली पुलिस की कार्रवाई की निंदा की गई और इजरायल से मस्जिद से अपनी पुलिस को तुरंत हटाने का आग्रह किया गया.

मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता, सिनान अल-मजली ​​का हवाला देते हुए एक बयान में कहा गया, अल-अक्सा मस्जिद पर हमला करना और उस पर और नमाजियों पर हमला करना घोर उल्लंघन है.

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सऊदी अरब ने इजरायली सेना के हमले की निंदा की

उधर, सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने इजरायली सेना द्वारा यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद पर हमले की निंदा की.एक बयान में, मंत्रालय ने सऊदी अरब की निंदा और अल-अक्सा मस्जिद के परिसर के जबरदस्त तूफान की अस्वीकृति को व्यक्त किया. कहा गया कि यह तरीका शांति प्रयासों को कमजोर करने वाला है.

यह हमला इस्लाम में आध्यात्मिकता और प्रार्थना के समय रमजान के महीने के दौरान हुआ.बयान में कहा गया है, इस तरह की कार्रवाइयां धार्मिक पवित्रता के संबंध में अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों और मानदंडों का उल्लंघन करती हैं.प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि इजरायली पुलिस ने बुधवार को भोर से पहले जेरूसलम की अल-अक्सा मस्जिद परिसर में दर्जनों नमाजियों पर हमला किया.

इस घटना ने वेस्ट बैंक में विरोध प्रदर्शन किया और इजरायली सेना ने कहा कि दक्षिणी शहरों में सायरन बजने के बाद गाजा से इजरायल की ओर नौ रॉकेट दागे गए.जॉर्डन और मिस्र, दोनों हाल ही में इजरायल और फिलिस्तीनियों के बीच तनाव को कम करने के लिए अमेरिका समर्थित प्रयासों में शामिल थे. इस घटना की निंदा करते हुए उन्होंने अलग-अलग बयान जारी किए हैं.