क्रिसमस पर इजरायल का ‘तोहफा’, गाजा मेें 70 लोगों को मार डाला
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो,दीर अल-बलाह
ईसा मसीह को शांति का पैरोकार माना जाता है. मगर इस दिन को भी इजरायली सेना खून से रंगने से बाज नहीं आई. रविवार को ईसा मसीह के जन्मदिन पर युद्ध का सबसे घातक हमला किया और गाजा में 70 से अधिक लोगों को मौत के घाट उतार दिया. दूसरी तरफ युद्ध में 15 इजरायली सैनिक भी निपट गए.
पास के एक अस्पताल में एसोसिएटेड प्रेस के पत्रकारों ने दीर अल-बलाह के पूर्व में मगाजी शरणार्थी शिविर पर हमले के बाद उन्मत्त फिलिस्तीनियों को एक बच्चे सहित मृतकों और घायलों को ले जाते देखा. खून से लथपथ एक युवा लड़की स्तब्ध दिख रही थी. उसके शरीर की हड्डियों के टूटने की जांच की गई.गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किद्रा ने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है. इजरायली सेना ने तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है.
अहमद तुरोकमानी ने कहा,“हम सभी को निशाना बनाया गया.” इस हमले में उन्हांेने अपनी बेटी और पोते सहित परिवार के कई सदस्यों को खो दिया. उन्हांेने कहा गाजा में अब कोई सुरक्षित जगह नहीं बची है.
जैसे ही क्रिसमस की पूर्वसंध्या आई, गाजा पट्टी में धुंआ उठने लगा. इस बीच वेस्ट बैंक में बेथलेहम को शांत कर दिया गया. युद्ध को देखते हुए इसके अवकाश समारोह को रद्द कर दिया गया है. इस बीच बताया गया कि पड़ोसी मिस्र में, इजराइल द्वारा बंधक बनाए गए फिलिस्तीनियों के लिए बंधकों की एक और अदला-बदली के समझौते पर अस्थायी प्रयास जारी हैं.
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युद्ध ने गाजा के कुछ हिस्सों को तबाह कर दिया है. लगभग 20,400 फिलिस्तीनी मारे गए और क्षेत्र के 2.3 मिलियन लोगों में से लगभग सभी विस्थापित हो गए हैं.
इस बीच इजरायली सैनिकों के मारे जाने की संख्या भी बढ़ी है. जमीनी हमले शुरू होने के बाद से युद्ध 154 इजरायली सैनिक मारे जा चुके हैं. 7 अक्टूबर को हमास ने दक्षिणी इजरायल पर हमला कर 1,200 लोगों को मार दिया था और 240 को बंधक बना कर भी ले गए थे.
इजरायली अभी भी बड़े पैमाने पर हमास की शासन और सैन्य क्षमताओं को कुचलने और शेष 129 बंदियों को रिहा करने के देश के घोषित लक्ष्यों के पीछे खड़े हैं. यह इजरायल के हमले के खिलाफ बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव और फिलिस्तीनियों के बीच बढ़ती मौत और अभूतपूर्व पीड़ा के बावजूद हो रहा है.
हमास कीमत वसूलता है
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, युद्ध ने हमें बहुत भारी कीमत चुकाई है, लेकिन हमारे पास लड़ाई जारी रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं.राष्ट्रीय स्तर पर प्रसारित एक भाषण में, इजराइली राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने देश से एकजुट रहने की अपील की. उन्होंने कहा, “यह क्षण एक परीक्षा है. हम न तो टूटेंगे और न ही पलक झपकेंगे. ”
फिलहाल नेतन्याहू सरकार के खिलाफ इजरायल समेत दुनिया के अधिकांश देशों में भारी गुस्सा है. कई लोग 7 अक्टूबर को नागरिकों की रक्षा करने में विफल रहने और उन नीतियों को बढ़ावा देने के लिए आलोचना कर रहे हैं, जिन्होंने हमास को वर्षों से ताकत हासिल करने में मदद की है. फिर भी नेतन्याहू ने सैन्य और नीतिगत विफलताओं के लिए जिम्मेदारी स्वीकार करने से परहेज किया.
उन्हांेने कहा,समय के साथ, जनता के लिए चुकाई गई भारी कीमत को नजरअंदाज करना मुश्किल होगा. साथ ही इस संदेह को भी कि जिन लक्ष्यों की जोर-शोर से घोषणा की गई, वे अभी भी प्राप्त होने से बहुत दूर हैं. हमास की ओर से निकट भविष्य में आत्मसमर्पण करने के कोई संकेत नहीं मिले हैं. हारेत्ज अखबार के सैन्य मामलों के टिप्पणीकार अमोस हारेल ने लिखा,
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इजरायली सेना ने कहा कि उसने उत्तरी गाजा में हमास के भूमिगत मुख्यालय को नष्ट करने का काम पूरा कर लिया है, जो विशाल सुरंग नेटवर्क को खत्म करने और शीर्ष कमांडरों को मारने के ऑपरेशन का हिस्सा है. इसके बारे में इजरायली नेताओं ने कहा है कि इसमें कई महीने लग सकते हैं.
बातचीत की दिशा में प्रयास जारी रहे. फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के प्रमुख जियाद अल-नखलाह बातचीत के लिए मिस्र पहुंचे. हमास ने कहा कि वह लड़ाई समाप्त होने के बाद ही बंधकों को रिहा करने पर विचार करने के लिए तैयार है. हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हानियेह ने कुछ दिन पहले बातचीत के लिए काहिरा की यात्रा की थी.
गाजा के अंदर
इजराइल का आक्रमण हाल के इतिहास में सबसे विनाशकारी सैन्य अभियानों में से एक रहा है. गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मारे गए 20,000 फिलिस्तीनियों में से दो-तिहाई से अधिक महिलाएं और बच्चे हैं. इजरायली सैनिक आम नागरिकों और लड़ाकों के बीच अंतर नहीं कर रहे हैं.फिलिस्तीनी रेड क्रिसेंट ने कहा कि गाजा के एक हिस्से खान यूनिस में अल-अमल अस्पताल के अंदर इजरायली ड्रोन हमले में एक 13 वर्षीय लड़के की हत्या कर दी गई, जहां इजरायली सेना का मानना है कि हमास नेता छिपे हुए हैं.
मिस्र के साथ गाजा की सीमा पर राफा शहर के पश्चिम में एक शरणार्थी शिविर में एक घर पर रात में इजरायली हमला हुआ. एसोसिएटेड प्रेस के पत्रकारों के अनुसार, जिस अस्पताल में शव ले जाए गए थे, वहां कम से कम दो लोग मारे गए थे.मध्य गाजा में शरणार्थी शिविर में एक इमारत पर मिसाइल गिरने से कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए.
फिलिस्तीनियों ने गाजा शहर के उत्तर में स्थित जबालिया क्षेत्र में, जिस पर इसराइल ने नियंत्रण करने का दावा किया है, भारी इजरायली बमबारी और गोलीबारी की सूचना है. हमास की सैन्य शाखा ने कहा कि उसके लड़ाकों ने जबालिया और जबालिया शरणार्थी शिविर में इजरायली सैनिकों पर गोलाबारी की.इस बीच, नागरिकों की मौत के लिए इजराइल को अंतरराष्ट्रीय आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. इसके बावजूद वह इसके लिए हमास को जिम्मेदार ठहराता है.