Jammu & Kashmir गो रक्षक मोहम्मद असगर व जावेद को पुलिस कर्मी की मौजूदगी में बेहोश होने तक पीटते रहे
‘‘छोड़ दो, मर जाएगा!..मर जाने दो !!’’…और पुलिस कर्मी की मौजूदगी में गो रक्षक मोहम्मद असगर एवं उसके चचेरे भाई जावेद को उस समय तक पीटते रहे जब वे
बेहोश होकर गिर नहीं गए। यह नजारा है जम्मू कश्मीर के सुदूरवर्ती गांव गर्री गब्बर गांव का। खेत में गाय घुसने के सवाल पर गोरक्षकों की बेरहमी से पिटाई से गंभीर रूप से घायल दो व्यक्ति इस समय अस्पताल में पड़े इलाज करवा रहे हैं। तथाकथित गोरक्षकों ने गाय को हिंसा का प्रयायवाची बना दिया है। तमाम प्रयासों के बावजूद गोरक्षा के नाम पर हिंसा रूक ही नहीं पा रही है। उधर, बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में भी मुसलमानों के घरों पर धावा बोलकर सारे कीमती सामान लूट लिए गए। उन्हें भी बेरहमी से मारा-पीटा गया।
जम्मू कश्मीर के गर्री गब्बर का मामला यूं है कि गांव के 48 वर्षीय मोहम्मद असगर के खेतों में कुछ गाएं भटकती हुई आ गईं और फसलों को थोड़ा नुक्सान पहुंचा दिया। यह देखकर असगर का पुत्र भाकर वहां आ गया और हांक कर भगा दिया। आरोप है कि इस क्रम में एक गाय को थोड़ी चोट आ गई। इसपर गांव में सक्रिय गोरक्षा दल खफा
हो गया। मुखिया ने पंचायत बुला ली, जिसमंें असगर हो जाहिर होने का हुक्म दिया गया। बताते हैं, मोहम्मद असगर अपने चचेरे भाई जावेद के साथ जैसे ही पंचायत में पहुंचा। गोरक्षकों ने घेर कर धुनाई शुरू कर दी। घटना को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में तकरीबन सभी हमलावर अपने कांधे पर गेरुआ रंग का अंगवत्र रखे हुए दिखाई दे रहे हैंे। पिटाई के दौरान कहीं से भागता हुआ एक पुलिस कर्मी भी वहां आ जाता है। उसने हमलावरों को यह कहते हुए रोकने की कोशिश की कि पिटाई से मर जाएगा। इसपर कहा गया कि मर जाने दो। दोनों को गोरक्षक तब तक पीटते रहे, जब तक कि वे बेहोश नहीं हो गए। बाद में उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया।
घटना को लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पीपुल्स डेमोक्रेटिक्स पार्टी के नेता नईम अख्तर एवं जम्मू कश्मीर के आदिवासी नेता गफूर अहमद ने संज्ञान लेते हुए इसकी शिकायत प्रदेश के आला पुलिस अधिकारियों से की है।
महिलाओं की पिटाई से लोग खफा
उधर, बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड के गांव मिश्रौलिया जागोलिया गांव में भी बीती रात कुछ लोगों ने मुसलमानों के घरों पर धावा बोल दिया। पहले घरों से तमाम महिला, पुरूषों को निकाल कर पिटाई की गई। उसके बाद सारा कीमती सामान लूट लिया गया। हमलावर जो सामान नहीं ले जा सके। उसे नष्ट कर गए। इस घटना को लेकर मुस्लिम समाज बेहद खफा है। सोशल मीडिया पर पीटाई से घायल महिलाओं की तस्वीरें साझा कर गुस्से का इजहार किया जा रहा है। पूर्व आईपीएस अब्दुर रहमा ने ट्वीट कर घटना पर चिंता जताई है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतिश कुमार एवं बिहार के पुलिस महानिदेशक से आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की है। उनके मुताबिक, चुनाव के समय ऐसी घटनाओं में लगातार बढ़ौतरी हो रही है। कुछ दिनों पहले भी मुजफ्फरपुर जिले में ऐसी घटना सामने आ चुकी है।
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संपादक