Jamshedpur पुलिस हिरासत में नौशाद की मौत, शव सड़क पर रखकर किया प्रदर्शन…..लोग गुस्सा निकाल रहे हेमंत सोरेन पर
झारखंड के जमशेदपुर (Jamshedpur) में पुलिस हिरासत में मोहम्मद नौशाद की पिटाई से मौत के बाद बवाल मचा है। लोगों ने शव सड़क पर रखकर घंटों प्रदर्शन किया। मृतक की बहन का ‘‘भाई तुम्हारा सेहरा अभी बांधा था न’’ कहकर रो-रो के बुरा हाल है। घटना को लेकर लोग सोशल मीडिया पर लगातार हेमंत सोरेन (Hemant Soren)सरकार को बुरा-भला कह रहे हैं। असद एडवोकेट ने ट्वीट किया है,‘जनता प्रदेश में सुरक्षित नहीं।’
झारखंड का मुस्लिम समाज भारतीय जनता पार्टी की सरकार में पुलिस पर अत्याचार का लगातार आरोप लगाता रहा। मगर ऐसी शिकायतें अब राजद-कांग्रेस समर्थित हेमंत सोरेन सरकार में भी आम है। इस क्रम में जमशेदपुर के गोलमुरी थाने में एक मामलू शिकायत पर झारखंड पुलिस ने मोहम्मद नौशाद की हिरासत में इतनी बुरी तरह पिटाई की कि मौत हो गई। मृतक पर चोरी का आरोप था, जबकि परिजन निर्दोष बताते हैं। चोरी की शिकायत के बाद पुलिस वाले गोलमुरी के नौशाद को उठाकर थाने ले आए थे। पूछताछ के दौरान इतनी बेरहमी से पिटाई की गई कि उसे गंभीर हालत में स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। मगर डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया।
जैसे ही घटना की खबर आस-पास के लोगों को मिली, इकट्ठा होकर शव सड़क पर रख मृतक के परिजनों के साथ प्रदर्शन शुरू कर दिया। नौशाद का छोटे भाई चाँद इस बात पर काफी देर तक अड़ा रहा कि जब तक जमशेदपुर के एसपी, सिटी डीएसपी मौके पर नहीं आएंग, आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, शव सड़क से उठने नहीं दिया जाएगा। प्रदर्शनकारी नौशाद के परिजनों के लिए मुआवजा की भी मांग कर रहे थे। काफी मशक्कत के बाद स्थानीय प्रशासन प्रदर्शनकारियों को शांत करने में कामयाब रहा। घटना के बाद से नौशाद की मां-बहन का रो-रो के बुरा हाल है।
पूर्व आईपीएस अधिकारी अब्दुर रहमान ने झारखंड के मुख्यमंत्री एवं प्रदेश पुलिस के आला अधिकारियों से मामले की गहनता से जांच कर आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। घटना से संबंधित नौशाद, उसका डेथ सर्टिफ़िकेट एवं प्रदर्शन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा किए जाने पर देश के दूसरे हिस्से से भी लोग झारखंड सरकार पर गुस्सा निकाल रहे हैं। ऋषि ने ट्वीट किया है कि यह सुशांत सिंह राजपूत जैसा सेलिब्रेटी नहीं। न ही भक्तों का पापा । उर्दू नाम वाला मामूली आदमी है। शेख गुलजार ने सोशल मीडिया के माध्यम से झारखंड सरकार से इस प्रकरण की हाई लेवल कमेटी से जांच की मांग की है।
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संपादक