जेएमआई टीम के स्वायत्त अग्निशामक ड्रोन “फायर एक्स” को आईडीई बूटकैंप प्रतियोगिता में प्रथम स्थान
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो,नई दिल्ली
जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) ने एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम दर्ज की है। विश्वविद्यालय के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के छात्रों की एक प्रतिभाशाली टीम ने “इनोवेशन, डिजाइन और उद्यमिता (आईडीई) बूटकैंप” प्रतियोगिता में अखिल भारतीय रैंक -1 प्राप्त कर प्रथम स्थान हासिल किया। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), जम्मू में 17 से 21 फरवरी, 2025 के बीच आयोजित की गई थी, जिसमें पूरे देश से लगभग 40 टीमों ने भाग लिया।
आईडीई बूटकैंप: नवाचार और उद्यमिता का मंच
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा परिकल्पित आईडीई बूटकैंप का उद्देश्य देश के उच्च शिक्षा संस्थानों और स्कूलों के छात्र इनोवेटर्स और इनोवेशन एंबेसडर्स को नवाचार, डिजाइन और उद्यमशीलता कौशल विकसित करने के लिए प्रेरित करना है। इस बूटकैंप का आयोजन भारत सरकार के समर्थन से किया गया, जो देश में वैज्ञानिक सोच और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
जेएमआई टीम और उनकी अभिनव परियोजना “फायर एक्स”
जेएमआई की विजेता टीम का नेतृत्व सुश्री अफाफ सिद्दीकी ने किया। टीम में शामिल अन्य सदस्य थे – श्री विकास, श्री विवेक कुमार दास, श्री अमन हसन फारूकी और श्री मोहम्मद साहिल खान। ये सभी बी.टेक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) VI सेमेस्टर के छात्र हैं।
टीम ने “फायर एक्स”, एक स्वायत्त अग्निशमन ड्रोन को डिजाइन और विकसित किया, जिसे अग्निकांड जैसी आपात स्थितियों में आग बुझाने के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। यह ड्रोन अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है और अपने एआई-आधारित सेंसर सिस्टम की मदद से आग का स्वतः पता लगाने और उसे नियंत्रित करने में सक्षम है। यह नवाचार स्मार्ट सिटी परियोजनाओं, औद्योगिक सुरक्षा, और फायरफाइटिंग के भविष्य के लिए एक क्रांतिकारी कदम साबित हो सकता है।
अग्रणी शिक्षाविदों और विश्वविद्यालय प्रशासन का समर्थन
विजेता टीम के कार्य की देखरेख जेएमआई के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर एस.एम. मुजक्किर ने की। उनकी विशेषज्ञता और मार्गदर्शन ने छात्रों को इस अभिनव परियोजना को सफलतापूर्वक विकसित करने में सहायता की। टीम ने माननीय कुलपति, प्रो. मजहर आसिफ के प्रेरणादायक नेतृत्व और उनके नवाचार के प्रति प्रतिबद्ध दृष्टिकोण के लिए गहरी कृतज्ञता प्रकट की।

कुलपति की बधाई और विश्वविद्यालय का सहयोग
जेएमआई के कुलपति प्रो. मजहर आसिफ ने विजेता टीम को इस प्रतिष्ठित उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा, “यह उपलब्धि न केवल जामिया मिलिया इस्लामिया के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह हमारे छात्रों की रचनात्मकता, कठिन परिश्रम और नवाचार की क्षमता को भी दर्शाती है। ‘फायर एक्स’ जैसी परियोजनाएं तकनीकी क्षेत्र में भारत की अग्रणी भूमिका को मजबूत करेंगी।”
इसके अलावा, टीम ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय के डीन और नवाचार एवं उद्यमिता केंद्र के निदेशक को आवश्यक सहायता, मार्गदर्शन और बुनियादी ढांचा प्रदान करने के लिए धन्यवाद दिया।
‘फायर एक्स’ का भविष्य और औद्योगिक संभावनाएं
‘फायर एक्स’ प्रोजेक्ट न केवल एक शैक्षणिक नवाचार है, बल्कि इसकी औद्योगिक और व्यावसायिक संभावनाएं भी अत्यधिक आशाजनक हैं। यह ड्रोन औद्योगिक स्थलों, बहुमंजिला इमारतों, और संवेदनशील स्थलों में आग लगने की स्थिति में तेज़ और कुशल प्रतिक्रिया प्रदान करने में सक्षम है। इस नवाचार के साथ, टीम भविष्य में स्टार्टअप्स और सरकारी संगठनों के साथ साझेदारी कर इसे बड़े पैमाने पर विकसित करने की दिशा में काम कर सकती है।
काबिल ए गौर
जेएमआई की टीम द्वारा जीता गया यह पुरस्कार विश्वविद्यालय की तकनीकी उत्कृष्टता, अनुसंधान क्षमता और नवाचार में बढ़ती रुचि को दर्शाता है। ‘फायर एक्स’ परियोजना ने यह साबित कर दिया है कि भारतीय छात्र अंतरराष्ट्रीय स्तर की तकनीकों को विकसित करने और उन्हें व्यावहारिक रूप से लागू करने में सक्षम हैं।
इस ऐतिहासिक जीत के बाद, जामिया मिलिया इस्लामिया और इसकी नवाचार टीम भविष्य में भी नई ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रतिबद्ध है। यह उपलब्धि देश के अन्य संस्थानों के छात्रों को भी प्रेरित करेगी, जिससे भारत एक वैश्विक तकनीकी और नवाचार हब बनने की दिशा में और आगे बढ़ सकेगा।