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खामेनेई का इजरायल को संदेश: पीछे हटने पर ईरान को झेलना होगा ‘अल्लाह का अजाब ‘

नीलोफर गौदरजी

ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई ने इजरायल के साथ बढ़ते तनाव के बीच देश को पीछे हटने के प्रति चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि अगर ईरान इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में कोई कमजोरी दिखाता है, तो उसे अल्लाह का अजाब (ईश्वरीय प्रकोप) का सामना करना पड़ सकता है.

खामेनेई ने यह बयान तेहरान में हमास के राजनीतिक नेता की हत्या के बाद दिया, जिस पर इजरायल का हाथ माना जा रहा है. अपने संबोधन में, खामेनेई ने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी प्रकार की गैर-रणनीतिक वापसी, चाहे वह सैन्य, राजनीतिक या आर्थिक हो, पवित्र कुरान के अनुसार ईश्वरीय प्रकोप को निमंत्रण देती है.

उन्होंने कहा कि ईरान के दुश्मन देश मनोवैज्ञानिक युद्ध के माध्यम से ईरान को पीछे हटने के लिए मजबूर करने का प्रयास कर रहे हैं. अगर ईरान अपने लोगों की शक्ति का सही इस्तेमाल करे और दुश्मनों की क्षमताओं का वास्तविक आकलन करे, तो वह इस दबाव का मुकाबला कर सकता है.

पिछले महीने तेहरान में हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हनीयाह की हत्या कर दी गई थी. वह नए राष्ट्रपति के उद्घाटन समारोह में भाग लेने आए थे. उनकी हत्या के बाद से ईरान जवाबी कार्रवाई के विकल्पों पर विचार कर रहा है.

खामेनेई ने कहा, “आज की बड़ी शक्तियों की मांगों के आगे झुकने वाली सरकारें इन दबावों का सामना कर सकती हैं. अगर वे अपने लोगों की शक्ति का सही उपयोग करें और विरोधियों की क्षमताओं का सटीक आकलन करें.”

खामेनेई ने दुश्मनों द्वारा डर पैदा करने के लिए उनकी क्षमताओं को “बढ़ा-चढ़ाकर” पेश करने की आदत की भी आलोचना की. 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से अमेरिका, ब्रिटेन और इजरायल के ईरान के खिलाफ निरंतर प्रयासों की ओर इशारा किया.

ईरान ने हनीयाह की हत्या के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है. अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. कुछ विश्लेषकों का मानना है कि ईरान तनाव बढ़ाने से बचना चाहता है. साथ ही इजरायल पर हमले की धमकी देकर संयुक्त राज्य अमेरिका से रियायतें प्राप्त करने की कोशिश कर रहा है.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि गाजा में युद्धविराम से ईरान की संभावित प्रतिक्रिया को टाला जा सकता है.पश्चिमी शक्तियों ने ईरान को जवाबी कार्रवाई के खिलाफ चेतावनी दी है.गाजा में चल रहे संघर्ष के दौरान ईरान समर्थित हमास द्वारा पकड़े गए 100 से अधिक बंधकों की रिहाई की अपील की है.

हालांकि, ईरान ने इन चेतावनियों को “अतार्किक और अत्यधिक” बताते हुए खारिज कर दिया है.ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने पश्चिमी देशों की “उदासीनता” की आलोचना की. दावा किया कि इसने इजरायल को गाजा में नरसंहार और युद्ध अपराध करने की अनुमति दी है.

ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने भी खामेनेई के रुख का समर्थन किया है. बताया जाता है कि उन्होंने निजी तौर पर तनाव बढ़ने के संभावित परिणामों पर चिंता जताई है.इस बीच, इजरायल ने अमेरिका और यूरोपीय देशों को चेतावनी दी है कि अगर ईरान ने किसी भी प्रकार का सीधा आक्रमण किया, तो इजरायल ईरानी क्षेत्र पर हमला करने के लिए तैयार है. भले ही इसके लिए इजरायली हताहत न हों.