चुनावी सीजन में MANUU ने तेलंगाना राज्य में सामाजिक-राजनीतिक गतिशीलता पर किया सेमिनार
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,हैदराबाद
अभी जबकि तेलंगाना राज्य में चुनावी माहौल सरगम है. राजनीतिक दल एक-दूसरे का इतिहास भूगोल खंगाल कर एक दूसरे को शिकस्त देने में लेग हैं, ऐसे में मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी के राजनीति विज्ञान विभाग ने तेलंगाना राज्य में सामाजिक-राजनीतिक गतिशीलता पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया.
प्रो सैयद ऐनुल हसन,कुलपति ने लाइब्रेरी सभागार में उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता की.प्रो जी हरगोपाल ने मुख्य वक्ता रहे. कार्यक्रम में प्रो इश्तियाक अहमद, रजिस्ट्रार प्रो. फरीदा सिद्दीकी, डीन, स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड सोशल साइंसेज और प्रो. एन. सुकुमार सम्मानित अतिथि थे.
अपने मुख्य भाषण में प्रो. हरगोपाल ने ऐतिहासिक संदर्भ, तेलंगाना की सामाजिक-राजनीति को आकार देने वाले विभिन्न विषयों को कवर किया. उनके संबोधन में तेलंगाना आंदोलन के महत्वपूर्ण क्षणों पर प्रकाश डाला गया. वह हरित क्रांति, आपातकाल और जल संसाधनों के आसपास के विवादों जैसे प्रमुख मुद्दों और प्रक्रियाओं से भी जुड़े रहे और आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य पर उनके प्रभाव का एक संक्षिप्त मूल्यांकन प्रस्तुत किया. प्रो हरगोपाल ने तेलंगाना के विकास और प्रगति में कुछ महत्वपूर्ण व्यक्तियों के योगदान पर भी प्रकाश डाला.
सेमिनार के सम्मानित अतिथि प्रो एन सुकुमार ने तेलंगाना आंदोलन से जुड़ी परंपराओं और आदर्शों पर चर्चा की और वर्तमान संदर्भ में उनकी प्रासंगिकता और महत्व पर जोर दिया. रजिस्ट्रार, प्रो. इश्तियाक अहमद ने सेमिनार के महत्व पर प्रकाश डाला. प्रो फरीदा सिद्दीकी ने अर्थव्यवस्था और राजनीतिक प्रक्रियाओं के बीच संबंध पर विचार-विमर्श किया.
राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो अफरोज आलम ने सेमिनार के बारे में जानकारी दी. सेमिनार के संयोजक प्रो ए नागेश्वर राव ने अतिथियों का स्वागत किया. डॉ शबाना फरहीन ने धन्यवाद ज्ञापित किया.कार्यक्रम का संचालन मुजफ्फर हुसैन ने किया.