EducationTOP STORIES

मौलाना आजाद विश्वविद्यालयः जी 20 को लेकर गतिविधियां तेज, बनाया सेल्फी प्वाइंट, प्रतियोगिता आयोजित

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, हैदराबाद

मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय हैदराबाद में जी 20 के मददेनजर कई तरह की गतिविधियां चलाई जा रही हैं. इस क्रम में जहां यूनिवर्सिटी में सेल्फ प्वाइंट बनाया गया है. निबंध प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई हैं. इसी बीच यूनिवर्सिटी के हिंदी विभाग द्वारा कार्यशाल आयोजित करने की भी खबर है.

जी20 सेल्फी प्वाइंट का उद्घाटन

मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग का जी20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट पहल के तहत कुलपति प्रोफेसर सैयद ऐनुल हसन ने उर्दू माध्यम में शिक्षकों के व्यावसायिक विकास केंद्र में सेल्फी प्वाइंट का उद्घाटन किया.सेल्फी पॉइंट एक अभिनव पहल है जो छात्रों और शिक्षकों को सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों पर जी20 और भारत की अध्यक्षता पर अपने विचार व्यक्त करने का अवसर देती है. सेल्फी पॉइंट को गतिशील स्थान के रूप में डिजाइन किया गया है. इसके अलावा डॉ. मुहम्मद युसूफ खान, प्रिंसिपल पॉलिटेक्निक द्वारा डिजाइन की गई कैप और टी-शर्ट भी लॉन्च की गईं. इस अवसर पर प्रो. शौता शाहीन, ओएसडी प्रथम, प्रो. इश्तियाक अहमद, कुलसचिव के साथ बड़ी संख्या में शिक्षक, छात्र और गैर-शिक्षण कर्मचारी मौजूद थे.

जी 20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट के तहत निबंध प्रतियोगिता

मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी लिटरेरी क्लब द्वारा जी20 का आयोजन किया गया. यूनिवर्सिटी कनेक्ट कार्यक्रम के तहत मंगलवार को सीपीडीयूएमटी सभागार में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रोफेसर सैयद अलीम अशरफ के अनुसार, उर्दू, हिंदी और अंग्रेजी में आयोजित प्रतियोगिता का शीर्षक जी20 का भारतीय नेतृत्व और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियां था. प्रतियोगिता के संयोजक यूनिवर्सिटी लिटरेरी क्लब के अध्यक्ष डॉ. फिरोज आलम थे. संयुक्त डीन छात्र कल्याण प्रोफेसर अब्दुल सामी सिद्दीकी, मिराज अहमद सांस्कृतिक समन्वयक, हबीब अहमद संग्रहालय क्यूरेटर ने प्रशासनिक मामलों में सहायता की, जबकि साहित्य क्लब के सचिव अब्दुल मुकीत, संयुक्त सचिव मजहर सोभानी और तल्हा मनन ने स्वेच्छा से सहयोग किया. इस साल भारत जी20 का नेतृत्व कर रहा है.

जी 20 देश विज्ञान और प्रौद्योगिकी के उभरते हुए केंद्र

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी, इंस्टीट्यूट इनोवेटिव काउंसिल और तेलंगाना साइंस फेयर एकेडमी द्वारा आयोजित एक विस्तारित व्याख्यान का आयोजन किया गया. डॉ. काजी एस. अजहर, क्लिनिकल एसोसिएट प्रोफेसर, मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए ने जी20 कंट्रीज इमर्जिंग सेंटर्स ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी विषय पर व्याख्यान दिया. यह कार्यक्रम राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया था, जो 1998 में पोखरण में किए गए सफल परमाणु परीक्षण की स्मृति में 11 मई को मनाया जाता है.

डॉ. काजी अजहर ने व्याख्यान के दौरान समाज पर वैज्ञानिक नवाचारों और आविष्कारों के प्रभाव पर प्रकाश डाला. चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने सीटी स्कैन, एमआरआई जैसे आधुनिक उपकरणों की मदद से लोगों की जान बचाने में काफी प्रगति की है. इसके अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए नई दवाएं तैयार की जा रही हैं, जिससे वैश्विक स्वास्थ्य मानक में सुधार हो रहा है.उन्होंने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देकर जी20 देश विकासशील देशों से विकसित देशों की यात्रा की योजना बना रहे हैं.

प्रो. अब्दुल वाहिद, डीन स्कूल ऑफ टेक्नोलॉजी और प्रो. सलमान अहमद, डीन स्कूल ऑफ साइंसेज ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के सामाजिक लाभों पर चर्चा की.

डॉ. सैयद सलाहुद्दीन, एसोसिएट प्रोफेसर, रसायन विज्ञान, डॉ. अजीजुर रहमान, अतिथि संकाय, मनु और अध्यक्ष तेलंगाना विज्ञान मेला अकादमी ने भी अपने विचार रखे. डॉ. मुहम्मद यूसुफ खान, प्रिंसिपल पॉलिटेक्निक हैदराबाद ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा.मंच पर डॉ. जमील अहमद, असिस्टेंट प्रोफेसर भी मौजूद थे. पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में सफल विद्यार्थियों के बीच पुरस्कार भी वितरित किए गए.

हिंदी कार्यशाला आयोजित

मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय के हिंदी प्रकोष्ठ द्वारा हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस अवसर पर हिंदी शिक्षण योजना की डॉ. सीमा वर्मा ने हिंदी पत्राचारः आलेखन एवं टिप्पणी लेखन शीर्षक से व्याख्यान दिया. विषय पर चर्चा करते हुए उन्होंने ड्राफ्ट तैयार करने, नोट राइटिंग और सरकारी कामकाज के दौरान आने वाली समस्याओं और उनके समाधान के बारे में बात की. डॉ. शौता परवीन, हिन्दी अधिकारी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ. कार्यशाला में विश्वविद्यालय के स्टाफ सदस्यों ने भाग लिया.