Religion

अल्लाह, मुस्लिम शासकों को भलाई करने की क्षमता अता फरमा — काबा के इमाम ने हज उपदेश में की फिलिस्तीन के लिए विशेष दुआ

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,अराफात, मक्का


अराफात मैदान से हज के ऐतिहासिक दिन दिए गए खुतबे (उपदेश) में काबा के इमाम शेख डॉ. सालेह बिन अब्दुल्लाह बिन हुमैद ने भावुक अंदाज़ में दुनियाभर के मुसलमानों, विशेषकर फिलिस्तीनी भाइयों के लिए दुआ की। उन्होंने कहा, “हे अल्लाह, फिलिस्तीनी भाइयों को दुश्मन पर विजय प्रदान फरमा, उन्हें पनाह दे, भूख, तकलीफ और बेघरी से राहत अता कर। और ऐ अल्लाह! मुस्लिम शासकों को भलाई, मार्गदर्शन और तक़वा की तौफ़ीक़ अता फरमा।”

इमाम ने कहा कि “तक़वा ही दुनिया और आख़िरत की भलाई का जरिया है। अल्लाह तआला ने इंसान को नेकी करने और बुराई से दूर रहने का हुक्म दिया है। जब भी बोलो, अच्छा बोलो और धरती पर फसाद मत फैलाओ।”

हज उपदेश में उन्होंने मुसलमानों को संयम, शुक्र और परहेज़गारी की शिक्षा दी। उन्होंने याद दिलाया कि “अल्लाह तआला सब्र करने वालों को पूरा इनाम देता है और शुक्रगुज़ारों से वादा किया है कि वह उनकी बरकतों में इज़ाफ़ा करेगा।”

हज 2025 के आंकड़े: 171 देशों के 1.566 मिलियन से ज़्यादा हाजियों ने किया फर्ज़ अदा

सऊदी अरब के सांख्यिकी मंत्रालय के अनुसार, इस वर्ष 171 देशों के 1,566,576 विदेशी हाजियों ने हज का फ़र्ज़ अदा किया। इसके अलावा, सऊदी अरब के अंदरूनी इलाकों से 166,654 हाजियों ने भी हज किया। कुल मिलाकर 1.673 मिलियन से अधिक लोगों ने अराफात के मैदान में इकट्ठा होकर हज का खुतबा सुना और इस्लामी भाईचारे, रहमत और भलाई के लिए दुआएं मांगीं।

मौलिक संदेश: इस्लाम भलाई और इंसानियत का धर्म है

ख़ुतबे में इमाम ने कहा, “इस्लाम धर्म को अल्लाह तआला ने इंसानियत के लिए चुना है। नेकी, इंसाफ, सब्र और शुक्रगुज़ारी इसका आधार हैं।” उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि “तक़वा (ईश्वर का भय और संयम) ही वह रास्ता है जो दुनिया और आख़िरत दोनों में सफलता दिलाता है।”

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