Mishaal Ashemimry मिशाल अशेमिरीः नासा में शामिल होने वाली पहली सऊदी महिला
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
मिशाल अशेमिरी एक एयरोस्पेस इंजीनियर हैं. वह अपनी कंपनी, मिशाल एयरोस्पेस की सीईओ हैं और अब नासा में शामिल होने वाली पहली सऊदी महिला बन गई हैं.आपको जानकर हैरानी होगी कि उसकी नौकरी एम-रॉकेट सीरीज के नाम से जाने जाने वाले अंतरिक्ष वाहनों का उपयोग कर उपग्रहों के कक्षा में भेजना है.
अंतरिक्ष के प्रति उनका आकर्षण तब शुरू हुआ,जब वह सिर्फ छह साल की थीं. मिशाल ने एक साक्षात्कार में कहा, “जब मैं उस समय को पीछे मुड़कर देखती हूं, जब मैं छह साल की थी, तो लगता है कि यह अपनी सपंद को सही संदर्भ में रखने का समय है. इसलिए मैं कह सकती हूं कि मुझे प्रेरणा मेरी छोटी आंखों से आकाश की ओर विस्मय और उत्साह से देखने से मिलती है. ”
अंतरिक्ष के साथ मेरा आकर्षण रेगिस्तान में सितारों को देखते हुए शुरू हुआ. तब से मेरा ध्यान एक एयरोस्पेस इंजीनियर बनने और अंतरिक्ष वाहनों और रॉकेटों के विकास में योगदान देने पर रहा है.”उन्होंने 2006 में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग और एप्लाइड मैथमेटिक्स में दो बैचलर ऑफ साइंस डिग्री के साथ फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मैग्ना कम लाउड स्नातक की उपाधि प्राप्त की. 2007 में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री के साथ प्रायोगिक और विश्लेषणात्मक वायुगतिकी, रॉकेट के डिजाइन और परमाणु थर्मल प्रणोदन पर ध्यान केंद्रित किया. 2015 में, उन्होंने अरब वुमन अवार्ड्स में इंस्पिरेशनल वुमन ऑफ द ईयर का पुरस्कार भी जीता.
अपनी अकादमिक उपलब्धियों के बाद, मिशाल ने नासा मार्शल स्पेस फ्लाइट सेंटर परियोजना में स्नातक अनुसंधान सहायक के रूप में काम किया, जहां उन्होंने नासा के लिए मंगल मिशनों के लिए एक नए थर्मल परमाणु रॉकेट इंजन का डिजाइन और विश्लेषण किया.
मिशाल अशेमिरी न केवल एक एयरोस्पेस इंजीनियर हैं, उनकी पेशेवर विशेषज्ञता में वायुगतिकी, पवन सुरंग परीक्षण, वाहन डिजाइन, भविष्य कहनेवाला सिमुलेशन और विश्लेषण और रॉकेट चरण-पृथक्करण विश्लेषण और कम्प्यूटेशनल उपकरण विकास शामिल हैं.
Mishaal Ashemimry is an aerospace engineer, and the CEO of her own company, MISHAAL Aerospace, and the first Saudi woman to join NASA. Her job consists of sending satellites into orbit using cost-effective space access vehicles known as M-Rocket Series. pic.twitter.com/LG4X7LurG8
— Hend F Q (@LadyVelvet_HFQ) October 30, 2022
जीसीसी की पहली महिला एयरोस्पेस इंजीनियर होने के नाते, उन्हें जल्द ही एहसास हुआ कि इस पद के साथ बड़ी जिम्मेदारी आई है और अब इसका उपयोग दूसरों को अपने क्षेत्र के साथ अन्य एसटीईएम कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए प्रेरित करने की है. उनका लक्ष्य अरब युवाओं को सपने देखने के लिए प्रोत्साहित करना है और सभी बाधाओं के खिलाफ इसे आगे बढ़ाना है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करके अपने अनुयायियों को शिक्षित करने के लिए कि वह क्या कर सकती हैं, इसपर भी वो विचार कर रही हैं.