ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल के सम्मेलन में मुस्लिम रहनुमा बोले, शरियत पर चलें, कागज दुरूस्त रखें तो यूसीसी स भी फर्क नहीं पड़ेगा
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,जयपुर
राजधानी जयपुर के एमडी रोड स्थित मुस्लिम मुसाफिरखाना में मिल्ली काउंसिल के एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ. “आज के मौजूदा हालात और हमारी जिम्मेदारी” विषय पर आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदेश भर से लोगों ने शिरकत की.कार्यक्रम की शुरुआत सरफराज फलाही ने कुरान की तिलावत और तर्जुमे से की। इसके बाद शब्बीर खान कारपेट ने इस्तकबालिया बयान पढ़ा जिसमें उन्होंने मरहूम अब्दुल कयूम अख्तर को खिराज ए अकीदत पेश की.
उन्होंने बताया कि किस तरह से उन्होंने टाड़ा कानून के खिलाफ संघर्ष किया। साथ ही उन्होंने मिल्ली काउंसिल के चुनाव होने तक एडवोकेट मुजाहिद नकवी को मिल्ली काउंसिल का सचिव बनाने का ऐलान किया और कहा जल्द ही मिल्ली काउंसिल का गठन हर जिले में किया जाएगा.
अब्दुल लतीफ आरको ने मिल्ली काउंसिल की रिपोर्ट पेश की और बताया कि प्राइवेट मदरसा बोर्ड जिसमें 665 मदरसे रजिस्टर्ड किए गए थे वह मिल्ली काउंसिल ने ही शुरू किया था. टाड़ा के दौर में अब्दुल कय्युम साहब ने और उनकी टीम ने पीड़ितों की लीगल और आर्थिक मदद की.
उन्होंने बताया कि आज का दौर बहुत खतरनाक है हमें अपने दस्तावेज दुरुस्त करने होंगे, आने वाले समय के हालात खराब होते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें युनाइट होना चाहिए तभी यूसीसी और सीएए जैसे कानून का मुकाबला कर सकेंगे.मिल्ली काउंसिल से क़ाज़ी और इमामो को भी जोड़ना होगा.
वात से आए मौलाना यूनुस ने कहा कि जो कौम अपने मकसद से भटक गई. वह कहीं की नहीं रही हमें हिम्मत से काम लेना होगा. हमें अल्लाह की मदद जरूर मिलेगी. सवाई माधोपुर से आए सरफराज फलाही ने कहा कि हमारी उम्मत हौसले वाली है .हमे हमारे तहजीब और अकीदे से दूर करने की कोशिश की जा रही है. हमें खौफ खाकर मायूस नहीं होना चाहिए.
टोंक से आए बरकात हसीन ने एडवोकेट कय्युम अख्तर को याद करते हुए बताया की कय्युम साहब के नेतृत्व में हम लोग दिल्ली तक गए थे. उन्होंने बताया कि सरकार की नीतियों से आज का नौजवान गुस्से में है. सड़कों पर आना चाहता है, लेकिन हमें इनको रोकना होगा. केवल अहिंसक प्रदर्शन करने होंगे.मिल्ली काउंसिल को आम लोगों तक ले जाना होगा.
कोटा से आए खुर्शीद अनवर ने कोटा में बने हॉस्टल का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इस तरह की कोचिंग लाइब्रेरी और हॉस्टल कि मूहीम हर जिले में होना चाहिए. एडवोकेट शाहिद हसन ने बताया कि आर्टिकल 25 से 30 तक में हमें धर्म की पालना करने का अधिकार है.
हमें फ्रीडम ऑफ स्पीच का अधिकार है.उन्होने कहा कि हम सूर्य नमस्कार की पूजा नहीं कर सकते. सूर्य नमस्कार को वेकल्पिक किया जाए .इसके लिए कोर्ट में सुनवाई है. हम शरीयत के हिसाब से चलेंगे तो यूसीसी जैसे कानून से भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
उन्होने बताया कि समाज में फैलने वाले नशे पर काम करने की जरूरत है गलियों में अतिक्रमण भी रुकना चाहिए. अब्दुल हमीद खिलजी ने बताया कि हमें हालात से नहीं डरना है जिस तरह संगठनों पर पाबंदियां लग रही है. तब हम नहीं बोले लेकिन अब बोलना होगा हमें एकजुट होकर एक प्लेटफार्म पर आना पड़ेगा.
टोंक से आए युवा अब्दुल कादिर खान ने बताया कि वह टोंक में 40 से 50 बेवाओं को राशन और रोजगार सेंटर उपलब्ध करा रहे हैं. हर साल औरतों को रोजगार सेंटर खुलवाते हैं और हर साल 3000 से ज्यादा लोग इसका फायदा उठा रहे हैं. वह इस्लामी साइकोलॉजी पर भी काम कर रहे हैं.
कोटा से आए एसडीपीआई के रिजवान खान ने बताया कि हमारा सियासी शोबा खाली है. हम किसी को सियासी लीडर नहीं मानते. हमें खुद की जमात खड़ी करनी पड़ेगी.
इससे तमाम मसले हल हो जाएंगे. लोकतंत्र की ताकत से हम दबाव बना सकते हैं इसका सबसे बढ़िया तरीका है. लोकल चुनाव में शुरुआत करना. हमें खुद का एक प्लेटफार्म बनाना पड़ेगा.
साजिद सहराई ने बताया कि यह उम्मत कभी खत्म नहीं होने वाली. यह हमारा कशमकश का दौर है. आजादी के बाद कयादत दूसरे मुल्क चली गई।कार्यक्रम के अंत मे कार्यक्रम के सदर जोधपुर के अतीक अहमद साहब ने बताया कि हम इमाम को बहुत कम तंख्वाह देते हैं.
उनसे उम्मीद भी ज्यादा रखते हैं उनका स्तर भी सुधारना होगा सर्विस क्लास की रिस्पेक्ट करना होगी. तालीम पर भी काम करना होगा हमने मारवाड़ एजुकेशन सोसाइटी के रूप में एक उदाहरण स्थापित किया है.
इस दौरान कार्यक्रम में अब्दुल लतीफ आरको, एडवोकेट सईद फारुकी,रफीक गारनेट, शब्बीर खान, शौकत कुरैशी सरफराज इलाही, नईमुद्दीन कुरेशी, मेवात से मौलाना यूनुस, टोंक से बरकात हसीन, आबिद भाई, सवाई माधोपुर से सरफराज फलाही, रिजवान एसडीपीआई कोटा से, साजिद सहराई, अलवर से जावेद साहब, नईम कुरैशी, छबड़ा से मंजू नेता, व एतराम साहब सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे.