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‘muslim now’ E magazine launched, वक्ता बोले-अच्छे कंटेंट से पेश करें मुसलमानों की सही तस्वीर


साप्ताहिक पत्रिका का प्रवेशांक पूर्व राष्ट्रपति डाक्टर एपीजे अब्दुल कलाम को समर्पित

200 रूपये अदा कर ली जा सकती है वीकली मैगज़ीन की सदस्यता

कोशिशें आखिरकार रंग लाई. muslimnow.net की डजिटल मैगज़ीन ‘muslim now’ एक वेबिनार (webinar) के दौरान launch कर दी गई. वेबिनार का विषय था ‘मौजूदा  पत्रकारिता एवं मुसलमान.’

  मैगज़ीन का प्रवेशांक मिसाइल मैन पूर्व राष्ट्रपति डाक्टर अब्दुल कलाम को समर्पित है. वेबिनार में मुख्य वक्ता के तौर पर महाराष्ट्र कैडर के आईजी (IG) रैंक के आईपीएस (IPS) अधिकारी अब्दुर रहमान, हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस के उप-नेता एवं नूंह से विधायक आफ़ताब अहमद, हिंदी दैनिक अमर उजाला के कार्यकारी प्रधान संपादक रहे राजेश रपरिया एवं नेशनल हेराल्ड ग्रुप के संडे नव जीवन के कंसल्टिंग एडिटर दिवाकर ने शिकरत की.

अब्दुर रहमान ने पत्रिका की प्रशंसा की. साथ ही इससे सभी समुदाय के दबे-कुचले एवं आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को जोड़ने पर बल दिया. उन्होंने कहा, भले पत्रिका मुसलमान एवं उनकी समस्या पर केंद्रित करें, पर इसमें अन्य धर्म-समुदाय के लोगों की समस्याओं को भी जगह दी जानी चाहिए. किसी भी समुदाय की समस्या दरअसल देश की समस्या है. उन्होंने पत्रकारिता को और जिम्मेदार होने का सुझाव दिया. कहा कि टीवी पत्रकारिता  केवल हंगामा खड़ा करने का माध्यम बनकर रह गई है.

 विबेमार में विचार रखते हुए नूंह से कांग्रेस विधायक आफ़ताब अहमद ने कहा कि पत्रिका का प्रवेशांक बहुत अच्छा है. इसे पढ़ कर उन्हें पूर्व राष्ट्रपति कलाम के बारे में बहुत सी ऐसी जानकारियाँ मिलीं जिसके बारे में पहले न कभी सुना और न पढ़ा. उन्होंने मौजूदा हंगामाखेज पत्रकारिता की आलोचना की. साथ ही पत्रिका को सहयोग देकर आगे बढ़ाने का आहवान किया, ताकि लोगों तक मुसलमानों की सही तस्वीर रखी जा सके.

 वेबिनार में राय रखते हुए राजेश रपरिया ने विश्वास दिलाया कि हंगामेदार पत्रकारिता कुछ दिनों की मेहमान है. पत्रकारिता फिर अपने पुराने जलवे में लौटेगी. उन्होंने मौजूदा दौर में कम संसाधन के साथ पत्रिका निकालने को चुनौती पूर्ण बताया. कहा, जितने ज्यादा नए पत्र-पत्रिकाएँ आएंगे, समाज का माहौल बेहतर होगा.
  संडे नव जीवन के कंसल्टिंग एडिटर दिवाकर ने पत्रिका में बेहतर कंटेंट परोसने पर जोर दिया. कहा, जितने अच्छे कंटेंट होंगे, पत्रिका उतनी गंभीर होगी. उन्होंने मीडिया में मुसलमानों को निशाना बनाने की आलोचना की. साथ ही कहा , सही ढंग से सही तथ्य रखने पर दुष्प्रचार पर लगाम लगेगा. अंत में ‘muslim now’ के संपादक ने इसके प्रकाशन के उद्देश्य पर रोशनी डाला. 200 रूपये वार्षिक अदा कर इसकी सदस्या ली जा सकती है. पत्रिका वीकली है. सदस्यता के लिए मोबाइल नंबर 8882595195 पर व्हाट्सएप किया जा सकता है.

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संपादक