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दुनिया में  मुस्लिम आबादी 2 अरब के पार, 30 साल बाद ईसाई मजहब को पीछे छोड़ सकता है इस्लाम

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, रबात

दुनिया में मुसलमानों की आबादी दो अरब के पार पहुंच गई है. वैश्विक मुस्लिम जनसंख्या वेबसाइट ने इस सप्ताह की शुरुआत में इसका खुलासा किया है. इसके आंकड़ों के अनुसार,दुनिया के मुस्लिम समुदाय की कुल आबादी अब 2,006,931,770 हो गई है.

इस आंकड़े के आधार पर बताया गया कि विश्व की 8 अरब से अधिक आबादी मंे मुसलमानों का प्रतिशत 25 से अधिक हो गया है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि इस्लाम, ईसाई धर्म के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है.रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया और अफ्रीका के 26 देशों में इस्लाम आधिकारिक धर्म है. इसे दुनिया में तेजी से बढ़ने वाला मजहब बताया गया है.

प्यू रिसर्च सेंटर की 2017 की एक रिपोर्ट  में संकेत दिया गया था कि मुसलमान दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला धार्मिक समूह है.यही स्थिति रही तो इस्लाम दुनिया के सबसे बड़े धर्म के रूप में ईसाई को पीछे छोड़ सकता है.रिपोर्ट में संकेत दिया गया है, 2015 और 2060 के बीच मुस्लिम दुनिया की कुल आबादी के मुकाबले दोगुनी तेजी से बढ़ेंगे. इस सदी के दूसरे छमाही में ईसाइयों को पीछे छोड़ देंगे.

इसमें कहा गया है कि मुस्लिम माता-पिता से पैदा होने वाले बच्चे वर्ष 2035 तक ईसाइयों से पैदा होने वालों की संख्या से अधिक होने लगेंगे.अगले दशकों में दुनिया की आबादी 32 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है. हालांकि, मुस्लिम आबादी के 70 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान है. 2015 में 1.8 बिलियन से 2060 में लगभग 3 बिलियन तक मुस्लिम आबादी पहुंच जाएगी.

इसके अलावा, रिपोर्ट में 2015 और 2060 के बीच अनुमानित 72 मिलियन लोगों द्वारा ईसाई धर्म के विकास में रुकावट की अपेक्षा की गई है. हालांकि, यह सुझाव दिया गया है कि धार्मिक परिवर्तन का मुस्लिम जनसंख्या वृद्धि पर नकारात्मक शुद्ध प्रभाव नहीं होगा.

ग्लोबल मुस्लिम पॉपुलेशन ने कहा, मुस्लिम दुनिया के हर क्षेत्र में पाए जाते हैं. एशिया-प्रशांत क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय की उच्चतम दर पाई जाती है.

इंडोनेशिया दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम समुदाय का घर है, जिसमें 240,977,000 से अधिक मुसलमान हैं. रिपोर्ट के अनुसार, एशियाई देश के बाद पाकिस्तान (़230 मिलियन), भारत (़219 मिलियन), बांग्लादेश (़156 मिलियन) और नाइजीरिया (़113 मिलियन) पर है.

हालांकि, भारत इंडोनेशिया के बाद मुसमलानांे की दूसरी बड़ी आबादी वाला देश होने का दावा करता है. दो दिन पहले देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पश्चिमी मीडिया के समक्ष दावा किया था कि भारत में मुसलमानों की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है और इस देश में इंडोेनेशिया के बाद सर्वाधिक मुसलमान रहते हैं. हालांकि,सीताराम के इस दावे की एआईएमआईएम के सदर ओवैसी ने आलोचना की है.उनका दावा है कि मुसलमानों की प्रजनन क्षमता प्रभावित हुई है. आबादी बढ़ने की दर कम हुई है.