मुस्लिम राष्ट्रीय मंच लव जिहाद के खिलाफ चलाएगा अभियान, पर धार्मांतरण की आड़े में मुसलमानों को जेल भेजने पर रहेगा चुप
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच लव जिहाद, लिव इन रिलेशन्स, बलात्कार और हत्या की घटनाओं के खिलाफ देश भर में जन-जागरण अभियान चलाएगा. अलग बात है कि धार्मांतरण की आड़ मंे मुसलमानों को जेल मंे डाले जाने की कार्रवाई पर पहले की तरह ही इसके मुुंह पर ताले लगे रहेंगे. हाल मंे उत्तर प्रदेश से एक आंड़ा सामने आया है जिसमें बताया गया है कि पिछले दो वर्षों में धर्मांतरण के नाम पर करीब तीन सौ मामले दर्ज किए और 506 लोगों को गिरफ्तार किया गया. मगर इन मामलों में कोर्ट में ठोस सबूत पेश नहीं करने के कारण अब तक किसी को उत्तर प्रदेश सरकार सजा दिलाने में सफल नहीं हुई है. धर्मांतरण के यह मामले ज्यादातर मुसलमानों के खिलाफ दर्ज किए गए हैं.
इसी बीच आरएसएस के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने लव जिहाद, लिव इन रिलेशन्स के खिलाफ जन जागृति अभियान चलाने का ऐलान किया है.
मंच ने प्रेम प्रसंगों में बलात्कार, घरेलू हिंसा और महिलाओं के खिलाफ संगीन अपराध पर चिंता जताते हुए दुष्कर्मों और हत्याओं के लिए कठोरतम सजा के प्रावधान की भी मांग की है. मंच की महिला विंग इसे लेकर देश भर में अभियान चलाने जा रही है.
मंच के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शाहिद सईद ने बताया कि मंच का उद्देश्य एक नए, सफल, सुखद व श्रेष्ठ भारत के लिए जनमानस तैयार करना है. फलस्वरूप, हिंदुस्तान में हो रही ऐसी घटनाओं के मद्देनजर मंच की महिला विंग देश के कोने कोने में जनता को जागरूक करने के लिए मुहिम चलाएगी. साथ ही उन्होंने सरकार से ऐसी घटनाओं के खिलाफ कठोरतम सजा दिए जाने के लिए कानून बनाने की भी मांग की.
बता दें कि, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार में राष्ट्रीय संयोजिका शालिनी अली और शहनाज अफजल के नेतृत्व में मंच की टीम जनजागरण अभियान को मजबूती देने में लगी है. वहीं राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में राष्ट्रीय संयोजिका रेशमा हुसैन की अध्यक्षता में यह अभियान चलाया जाएगा. पूर्वोत्तर राज्यों में रिजवी सुलताना , आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना में फातिमा खान, बेंगलुरु में नफिजा झाकी, महाराष्ट्र में शारिका कुरैशी एवं नाहिद शेख और गुजरात में फिरोजा मुमताज मलिक को इस जनजागरण अभियान की जिम्मेदारी दी गई है.
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की महिला इकाई इस जन जागरूकता अभियान के तहत देश भर में सभी समुदायों, वर्गों और जातियों के छात्र-छात्राओं, बुद्धिजीवियों एवं धर्म गुरुओं के साथ डायलॉग कर एक जनमानस तैयार करने का प्रयास कर रही है.