जामिया में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान चैम्पियनशिप 2025 का भव्य आयोजन, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी बनी विजेता
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
देश की प्रतिष्ठित केंद्रीय विश्वविद्यालय जामिया मिल्लिया इस्लामिया के शैक्षिक अध्ययन विभाग (डीईएस) ने राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान चैम्पियनशिप 2025 का सफल आयोजन किया। यह आयोजन शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार, अनुसंधान और अकादमिक उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया गया, जिसमें देशभर के प्रमुख विश्वविद्यालयों की टीमों ने भाग लिया। इस द्वितीय संस्करण का आयोजन शिक्षा संकाय की डीन प्रोफेसर सारा बेगम के निर्देशन और विभागाध्यक्ष प्रोफेसर कौशल किशोर के नेतृत्व में किया गया।

क्विज़ राउंड्स में झलकी बौद्धिक गहराई और प्रतिस्पर्धा की भावना
इस शैक्षणिक क्विज़ प्रतियोगिता में इलाहाबाद विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, जामिया मिल्लिया इस्लामिया, नीपा और गलगोटिया विश्वविद्यालय की टीमों ने भाग लिया। कुल नौ टीमों ने पंजीकरण कराया, जिनमें से छह टीमों ने सक्रिय भागीदारी की। प्रो. कौशल किशोर ने क्विज़ मास्टर के रूप में बेहद ऊर्जावान और प्रेरणादायी शैली में प्रतियोगिता का संचालन किया।
क्विज़ में ज्ञान, शोध क्षमता और विश्लेषणात्मक सोच को परखने वाले विभिन्न रोचक राउंड शामिल थे, जैसे:

- रैपिड फायर राउंड
- बज़र राउंड
- डबल ट्रबल
- मेमोरी मेगा
- पास द बॉल
- चूज़ योर सैंपल
- स्टैटिस्टिकल रीजनिंग
- मैच द फ्रेम
- रेफरेंस फिक्सिंग
- एरर मैपिंग
इन राउंड्स ने प्रतियोगिता को न सिर्फ़ बौद्धिक रूप से समृद्ध बनाया, बल्कि छात्रों के बीच टीमवर्क और रणनीतिक सोच को भी बढ़ावा दिया। प्रारंभिक स्क्रीनिंग राउंड्स के बाद जामिया और गलगोटिया की टीमें बाहर हो गईं, जबकि शेष चार टीमों ने अंतिम राउंड तक जबरदस्त प्रतिस्पर्धा की।
विजेताओं को ट्रॉफी और प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान
प्रतियोगिता में इलाहाबाद विश्वविद्यालय की टीम (श्री अजीत सिंह और श्री आयुष शर्मा) ने प्रथम स्थान प्राप्त किया और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान चैम्पियंस ट्रॉफी अपने नाम की। नीपा की टीम (सुश्री वंदना सिंह और श्री पंकज सरकार) को प्रथम रनर-अप घोषित किया गया, जबकि दिल्ली विश्वविद्यालय की टीम द्वितीय रनर-अप बनी। सभी प्रतिभागियों को प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
पुरस्कार वितरण समारोह में उच्चस्तरीय उपस्थिति
इस अवसर पर जामिया मिल्लिया इस्लामिया के परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर पवन कुमार शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने इस आयोजन की सराहना करते हुए आयोजकों को भारतीय ज्ञान प्रणाली से जुड़े प्रश्नों को आगामी संस्करणों में शामिल करने की सलाह दी।
आयोजन की सफल रूपरेखा और समापन

कार्यक्रम का संचालन आयोजन सचिव डॉ. अली हैदर ने कुशलतापूर्वक किया। समापन भाषण डॉ. समीर बाबू एम. ने दिया, जिसमें उन्होंने सभी भागीदार विश्वविद्यालयों, दर्शकों, स्वयंसेवकों, संकाय सदस्यों और विशेष रूप से एएजेएमआई एसोसिएशन का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने कार्यक्रम को सहयोग और प्रायोजन प्रदान किया।