तनाव फैलाने को हिंदू संगठनों का नया ड्रामा: दारुल उलूम देवबंद से चाहते हैं ‘लव जिहाद’ पर फतवा, पुलिस ने किया नजरबंद
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,मुजफ्फरनगर
देश का भाईचारा न बिगड़े, इसके लिए उलेमा कई बार कह चुके हैं कि धोखे से धर्मपरिवर्तन की इस्लाम में कोई जगह नहीं. इसके विपरीत एक हिंदूवादी संगठन देश मंे खुलेआम ‘घर वापसी’ यानी मुसलमानों को हिंदू बनाने का अभियान चला रहा है. ऐसे लोगों के विरूद्ध आंदोलन चलाने के बजाए अब कुछ अनाम हिंदूवादी संगठन शोहरत पाने को नया ड्रामा रच रहे हैं.
एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे संगठनों ने मुस्लिम युवकों के खिलाफ फतवा की मांग को लेकर सहारनपुर जिले के दारुल उलूम देवबंद जाने की घोषणा के बाद उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया है.
इनकी मांग है कि, वे उन मुस्लिम युवकों के खिलाफ फतवा जारी करें, जो कथित तौर पर हिंदू लड़कियों को फंसाने और लव-जिहाद को बढ़ावा देने के लिए अपनी कलाई पर कलावाश् (पवित्र लाल धागा) बांधते हैं.
क्रांति सेना और शिवसेना के सदस्यों ने घोषणा की कि वे दारुल उलूम से लिखित में फतवा मांगेंगे.मामले का संज्ञान लेने के बाद पुलिस ने उन्हें मुजफ्फरनगर शहर और चरथवाल क्षेत्र में रोक लिया.स्टेशन हाउस ऑफिसर राकेश शर्मा ने कहा, सहारनपुर जिले के पुलिस अधिकारी यहां आए और उन्हें शांत करने की कोशिश की. इस मामले में अब तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है.
क्रांति सेना के संस्थापक ललित मोहन शर्मा ने कहा, एक प्रतिनिधिमंडल जिसे फतवा लेना था उसे रोक दिया गया और पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. क्रांति सेना योगी सरकार में इस प्रकार की कार्रवाई की कड़ी निंदा और चेतावनी देती है. हम इस मुद्दे पर चुप नहीं रहेंगे. जल्द ही मामले को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन और देवबंद का भी घेराव किया जाएगा.