नीतीश कुमार को बिहार के रामनवमी शोभा यात्राओं में हिंसा के पीछे ‘बाहरी साजिश’ की आशंका, बोले-जांच कर ढूंढ निकालेंगे
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,पटना
रामनवमी शोभा यात्रा के दौरान उत्पात मचाने वालों की खैर नहीं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को भारोसा दिलाया कि कानून व्यवस्था से खेलने वाले बच नहीं पाएंगे. उन्होंने इन घटनाओं को ‘अप्राकृतिक‘ करा दिया. साथ ही कहा कि अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है. ‘बाहरी’ लोगों को ढूंढ निकालेंगे.
नीतीश कुमार जब से भारतीय जनता पार्टी से अलग हुए हैं, एक वर्ग बिहार को सांप्रदायिक दंगे में झोंकने के प्रयास में है ताकि उसकी पार्टी की सरकार बहुमत से बन सके. ऐसे लोगों के खिलाफ जैसे-जैसे शिकंजा कस्ता जा रहा है दंगा भड़काने की कोशिशें बढ़ती जा रही हैं. नीतीश कुमार ने अपने बयान में इसी ओर इशारा किया है.
भारतीय जनता पार्टी निरंतर बिहार की कानून व्यवस्था बिगड़ने का मुद्दा उठाती रही है. ताजा घटाओं में भी इसके नेताओं ने ऐसे आरोप लगाए हैं. इसके जवाब में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में कानून व्यवस्था की किसी भी तरह की समस्या से इनकार किया. बता दें कि रामनवमी पर बिहार में कई जगह झड़प होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का सासाराम दौरा रद्द कर दिया है. इसपर नीतीश कुमार ने कहा कि ‘ यह भाजपा का फैसला है.’
बता दें कि 31 मार्च को रामनवमी शोभा यात्रा के दौरान नालंदा के बिहारशरीफ, रोहतास के सासाराम से झड़प की सूचना मिली थी.घटना के बारे में मीडिया से बात करते हुए, नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को घटनाओं की जांच करने और झड़पों के लिए जिम्मेदार लोगों को ढंढ निकालने के निर्देश दिए हंै.
मुख्यमंत्री ने यह कहते हुए झड़पों के पीछे ‘बाहरी हाथ’ का संदेह जताया कि बिहार में ऐसी घटनाएं ‘स्वाभाविक’ नहीं हंै.यह दुर्भाग्यपूर्ण है. सासाराम में स्थिति को तुरंत नियंत्रित कर लिया गया. शुक्रवार शाम लगभग 6 बजे, मुझे बिहारशरीफ की घटना के बारे में पता चला. वहां भी स्थिति नियंत्रित है. मैंने अधिकारियों को यह पता लगाने का निर्देश दिया है कि मामले की गहराई से जांच करें कि गलती किसकी है, क्योंकि इस तरह की घटनाएं बिहार में कभी नहीं होती थीं. इस बार ऐसी घटनाएं क्यों हुई हैं?
उन्होंने कहा, पुलिस उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी जो इसमें शामिल हैं. यह ‘स्वाभाविक’ नहीं है, निश्चित रूप से, किसी ने जानबूझकर यहां और वहां कुछ अप्राकृतिक किया होगा.
उनकी सरकार के तहत राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था के भाजपा के आरोप के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य का दौरा करने वाले प्रत्येक केंद्रीय मंत्री को सुरक्षा प्रदान करती है. कानून व्यवस्था की कोई समस्या नहीं है.
उन्हांेने कहा,यह आरोप गलत है. जब भी कोई केंद्रीय मंत्री आता है तो क्या उसे सुरक्षा नहीं दी जाती ? हम अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करते हैं. वह क्यों आ रहे हंै, उन्हें पता होना चाहिए, वह क्यों नहीं आ रहे हंै, वही जानते हांेगे. हम हर चीज का ख्याल रखते हैं.
सूबे की कानून-व्यवस्था कहीं खतरे में तो नहीं ? इस सवाल पर नीतीश बोले- कानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं है. यह लोगों के बीच हाथापाई की बात थी, किसी ने गड़बड़ किया है. मैं विश्वास दिलाता हूं कि सरकार हर चीज के लिए सतर्क है. सभी अधिकारियों को टास्क दिया गया है घटनाओं की जांच करने के लिए.
इससे पहले राज्य भाजपा प्रमुख सम्राट चैधरी ने कहा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक कार्यक्रम में सासाराम आने वाले थे. बिहार सरकार ने धारा 144 लागू कर दी है, इसलिए हमें कार्यक्रम रद्द करना पड़ा. हम इस तरह का आयोजन कैसे कर सकते हैं?
बिहार पुलिस ने शनिवार को कहा कि सासाराम और नालंदा जिले के बिहारशरीफ में स्थिति पूरी तरह सामान्य और नियंत्रण में है.असामाजिक तत्वों की पहचान कर घटना के सिलसिले में नालंदा में 27 और सासाराम में 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
बिहार पुलिस ने ट्वीट किया, नालंदा के बिहारशरीफ और रोहतास के सासाराम में स्थिति पूरी तरह से सामान्य और नियंत्रण में है. नालंदा और रोहतास में दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और असामाजिक तत्वों की पहचान करते हुए क्रमशः 27 और 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस ने कहा कि जिलों में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात की गई है और वरिष्ठ अधिकारी भी हिंसा प्रभावित इलाकों में डेरा डाले हुए हैं.बिहारशरीफ और सासाराम में रामनवमी के जुलूस पूरे हो चुके हैं. दोनों जगहों पर पर्याप्त संख्या में फोर्स और मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति चल रही है. भड़काऊ या झूठी खबरों के प्रसार को रोकने के लिए सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है.
पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर विश्वास नहीं करने की अपील की है और कानून व्यवस्था बनाए रखने में उनका सहयोग मांगा है.इसने ट्वीट किया, आम जनता से अनुरोध है कि अफवाहों पर ध्यान न दें. शांति और व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस और प्रशासन का सहयोग करें.
इससे पहले नालंदा के पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा ने लोगों से अफवाहों पर विश्वास न करने और शांति बनाए रखने की अपील की.मिश्रा ने कहा, पुलिस इलाके में गश्त कर रही है और अलर्ट पर है. हम शांति बनाए हुए हैं. 20 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आठ लोग घायल हैं. तीन को गोली लगी है. लोगों को अफवाहों पर विश्वास नहीं करना चाहिए. स्थिति अब नियंत्रण में है.
बता दें कि शुक्रवार को रामनवमी के जुलूस के बाद दो गुटों में झड़प हो गई. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पथराव और वाहनों में आगजनी भी हुई.इस बीच, भागलपुर जिले के नौगछिया के खरीक में मूर्ति विसर्जन के बाद शुक्रवार को मामूली झड़प की खबर है. एसडीपीओ, नौगछिया ने कहा, मूर्ति विसर्जन के बाद हिंदू और मुस्लिम समुदायों के लोगों के बीच मामूली झड़प हुई थी. स्थिति अब नियंत्रण में है. घटना में एक महिला घायल हैं.मामलों की की जा रही है.