उमरा को भारत से सऊदी अरब जाने वालों की संख्या 74 प्रतिशत बढ़ी, अब 48 घंटे में वीजा
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
सऊदी अरब की विजन 2030 रंग दिखा रहा है. इसके प्रयासों से उमरा के लिए भारत से सऊदी अरब जाने वालों की संख्या पिछले एक साल में 74 प्रतिशत तक बढ़ गई. अब इस आंकड़े को और सुधारने के लिए 48 घंटे में उजरा के लिए वीजा देने की स्कीम शुरू की गई है.
अरब ने यह भी निर्णय लिया है कि पश्चिम मध्य पूर्व की यात्रा पर आने वाले भारतीय चार दिनों के लिए स्टॉपओवर वीजा प्राप्त कर सकते हैं. इसकी मदद से उन्हें सऊदी अरब के किसी भी शहर में जाने या उमरा करने की अनुमति होगी. सऊदी हज और उमराह मंत्री तौफीक बिन फावजान ने कहा, यह उमरा यात्राओं को सुव्यवस्थित करने और सऊदी विजन 2030 का हिस्सा है.
अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी और विदेश राज्य मंत्री के साथ एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए, वी मुरलीधरन ने मंगलवार को इस बात पर जोर दिया कि सऊदी अरब का सुव्यवस्थित उमरा अनुभव दुनिया भर में मुसलमानों की धार्मिक तीर्थयात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए देश के समर्पण को दर्शाता है.
उन्होंने कहा, पश्चिम या मध्य पूर्व की यात्रा करने वाले भारतीय स्टॉपओवर वीजा प्राप्त कर सकते हैं. यानी 96 घंटे के लिए, और टिकट जारी करने की प्रक्रिया के भीतर वीजा प्राप्त कर सकते हैं, जो उन्हें उमरा करने और देश के किसी भी शहर में जाने की अनुमति देगा..यह देखते हुए कि उमरा वीजा 90 दिनों के लिए वैध होगा, उन्होंने कहा कि वीजा धारकों को सऊदी अरब के भीतर रहने और यात्रा करने की अनुमति देगा, जिससे एक कुशल और सुविधाजनक तीर्थयात्रा अनुभव सुनिश्चित होगा.
معالي @tfrabiah يستهل زيارته إلى جمهوريّة الهند بلقاء معالي وزيرة شؤون الأقليات سمريتي إيراني؛ ويستعرض التسهيلات المقدمة التي تضمن رحلة ميسّرة ومريحة لضيوف الرحمن القادمين من الهند.#في_القلب_يا_مكة pic.twitter.com/jeYg69WxPL
— وزارة الحج والعمرة (@HajMinistry) December 5, 2023
उन्होंने आगे कहा, उमरा यात्राओं को सुव्यवस्थित करने के लिए सऊदी विजन 2030 के हिस्से के रूप में तकनीकी प्रगति, उन्नत उपायों और उन्नत बुनियादी ढांचे का उपयोग करके अरब ने प्रभावी ढंग से उमरा को एक पुरस्कृत धार्मिक अभियान में बदल दिया है.
इसके अलावा, अल-रबिया ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि उमरा करने के इच्छुक व्यक्ति अब 48 घंटों के भीतर किंगडम प्रवेश वीजा प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने कहा,“उमराह करने के इच्छुक व्यक्ति अब 48 घंटों के भीतर किंगडम प्रवेश वीजा प्राप्त कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त, भारतीय यात्री अपने काम, पर्यटन या उमराह वीजा का उपयोग करके सऊदी अरब में उमराह कर सकते हैं. ”.
यह योजना वीजा अधिग्रहण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने और उमरा तीर्थयात्रियों के लिए समग्र पहुंच बढ़ाने का प्रयास है.भारत में हुई अपनी बैठकों पर प्रकाश डालते हुए, अल-रबिया ने कहा, “हमारी बैठकों के दौरान, हमने विभिन्न अवसरों का पता लगाया, जिनका हम लाभ उठाना चाहते हैं और उन चुनौतियों का भी पता लगाया, जिनसे निपटने के लिए हम अधिक उमरा हजयात्रियों और दोनों देशों के आगंतुकों के आगमन को सुविधाजनक बनाने के लिए समर्पित हैं”
इसके अलावा, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत और सऊदी अरब के बीच सहयोगात्मक प्रयासों से भारत से उमरा हजयात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो 2023 में 1.2 मिलियन से अधिक हो गई.उन्होंने कहा, यह 2022 की तुलना में 74 प्रतिशत की वृद्धि है. हम उमरा करने के इच्छुक भारतीयों की बढ़ती संख्या को समायोजित करने के लिए हमारे दोनों देशों के बीच सीधी उड़ान विकल्पों की सीमा बढ़ाने के लिए चर्चा शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है.
इसके अलावा, वे सऊदी कम लागत वाली एयरलाइनों के माध्यम से नई निर्धारित उड़ानें शुरू करके प्रत्याशित वृद्धि को पूरा करने के लिए क्षमता बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.उन्होंने जोर देकर कहा, इन प्रयासों को वीजा जारी करने की प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और भारत में तीन नए ताशीर या वीजा केंद्र स्थापित करने की पहल से पूरक बनाया गया है, जिससे उमरा करने और पवित्र स्थलों की यात्रा करने के इच्छुक व्यक्तियों की बढ़ती संख्या को समायोजित किया जा सके.
في زيارته إلى جمهوريّة الهند، معالي @tfrabiah يلتقي بمعالي وزير الشؤون الخارجية سوبرامانيام جايشانكار، لبحث سُبل التعاون في ما يخدم ضيوف الرحمن من الهند.#في_القلب_يا_مكة pic.twitter.com/Cn9twlln9G
— وزارة الحج والعمرة (@HajMinistry) December 5, 2023
इसके अलावा, अल-रबिया ने कहा कि वे मुंबई में एक प्रदर्शनी शुरू होगी, जो उमरा और सऊदी अरब और भारत की पर्यटन कंपनियों के बीच सहयोग का एक अवसर है.इसके अतिरिक्त, यह अवसरों का लाभ उठाने और उमरा यात्रा को बढ़ाने वाली पहल शुरू करने का भी मौका होगा.
इस बीच, प्रेस वार्ता में विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने इस बात पर जोर दिया कि तौफीक बिन फौजान अल-रबिया की यात्रा से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय साझेदारी को बढ़ावा मिलेगा.उन्होंने कहा, महत्वपूर्ण बात यह है कि यह यात्रा कुशल और सहज तरीके से हज 2024 की तैयारी के लिए उपयोगी होगी. उन्होंने कहा कि हज यात्रा भारत और सऊदी अरब के बीच द्विपक्षीय संबंधों का एक महत्वपूर्ण पहलू है.
उन्होंने कहा कि भारतीय नागरिकों द्वारा की गई हज यात्रा की निरंतर सफलता दोनों देशों द्वारा की गई मजबूत प्रतिबद्धता का प्रमाण है.मुरलीधरन ने कहा, मैं इस अवसर पर भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए इस वर्ष की शुरुआत में सफल हज व्यवस्था के लिए सऊदी अरब के नेतृत्व और संबंधित अधिकारियों की हार्दिक सराहना करता हूं.
भारत और सऊदी अरब के बीच घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं. लोगों से लोगों के संबंध इस महत्वपूर्ण द्विपक्षीय स्थान में एक महत्वपूर्ण घटक हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद क्राउन प्रिंस और सऊदी अरब के प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में संबंध नई ऊंचाइयों पर पहुंच गए हैं.