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ओडिशा ट्रेन हादसाः 207 से ज्यादा की मौत, CM पटनायक का राजकीय शोक का ऐलान, रेल मंत्री से इस्तीफे की मांग

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली / भुवनेश्वर

ट्रेनों को लक्चरी बनाने के चक्कर में पिछले चार-पांच वर्षों में भारतीय रेल पर सफर करना आम आदमी केलिए न केवल बेहद मुश्किल हो गया है. सुरक्षा की स्थिति भी बहुत हद तक चिंताजनक स्थिति में पहुंच गई है. इसी क्रम में ओडिशा के बालासोर जिले के बहानगर में शुक्रवार शाम बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, कोरोमंडल एक्सप्रेस और तीन अलग-अलग पटरियों पर एक मालगाड़ी की टक्कर में कम से कम 207 लोगों की मौत हो गई और 900 से अधिक घायल हो गए.

इस भीषण हादसे को देखते हुए ओडिशा सरकार ने हेल्पलाइन 06782-262286 जारी की है. जबकि रेलवे हेल्पलाइन 033-26382217 (हावड़ा), 8972073925 (खड़गपुर), 8249591559 (बालासोर) और 044- 25330952 (चेन्नई) है.इस बड़े हादसे के बाद सोशल मीडिया पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से इस्तीफे की मांग की जा रही है. हादसे के उपरांत 1956 में एक ट्रेन हादसे के बाद तत्तकालीन रेल मंत्री लाल बहादुर शास्त्री द्वारा दिया गया त्यागपत्र शेयर किया जा रहा है.

उधर, घटनास्थल पर अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त सत्यव्रत साहू ने एक ट्वीट कर मरने वालों की संख्या की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़ रही है. नवीनतम रिपोर्ट में यह आंकड़ा 207 बताया गया है.घायलों की संख्या लगभग 900 रही है.

पटनायक की राजकीय शोक की घोषणा

हर घंटे मृतकों और घायलों की संख्या बढ़ने के साथ, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की.इससे पहले रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बहनागाबाजार में पटरी से उतर गए और अप लाइन पर गिर गए.

उन्होंने कहा, पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए.अधिकारी ने कहा कि दुर्घटना में एक मालगाड़ी भी शामिल थी.कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद उसके डिब्बों से टकरा गए थे.उन्होंने कहा कि दुर्घटना हावड़ा से करीब 255 किलोमीटर दूर शाम करीब सात बजे हुई.

घटनास्थल पर पीटीआई के एक रिपोर्टर ने कहा कि पटरी से उतरे डिब्बों के नीचे कई लोग फंसे हुए थे और स्थानीय लोग उन्हें बचाने के लिए आपातकालीन सेवा कर्मियों की मदद कर रहे थे, लेकिन अंधेरा ऑपरेशन में बाधा बन रहा था.अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने विशेष राहत सचिव सत्यब्रत साहू और राजस्व मंत्री प्रमिला मलिक को दुर्घटनास्थल पर जाने का निर्देश दिया है.

दक्षिण पूर्व रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि दुर्घटना राहत ट्रेनों को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है.अधिकारियों ने कहा कि ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) की चार इकाइयां, एनडीआरएफ की तीन इकाइयां और 60 एंबुलेंस घायलों को बचाने के लिए काम कर रही हैं.

इस बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना पर हैरानी जताई है. एक ट्वीट में, उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने बचाव अभियान में ओडिशा सरकार और रेलवे अधिकारियों के साथ सहयोग करने के लिए पहले ही छह सदस्यीय टीम को मौके पर भेज दिया है.

सरकार ने ट्विटकर कहा कि हम अपने लोगों की भलाई के लिए ओडिशा सरकार और दक्षिण पूर्व रेलवे के साथ समन्वय कर रहे हैं. बचाव, पुनर्प्राप्ति, सहायता और सहायता के लिए सभी प्रयास शुरू किए गए हैं,”

स्टालिन ने तमिलों को बचाने के लिए पटनायक को फोन किया

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शुक्रवार को अपने ओडिशा समकक्ष नवीन पटनायक से चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद बात. इसके साथ घोषणा की कि वह ट्रेन में तमिलों के बचाव के समन्वय के लिए चार सदस्यीय पैनल की प्रतिनियुक्ति कर रहे हैं.

दुर्घटना पर हैरानी जताते हुए स्टालिन ने ट्वीट किया कि उन्होंने पटनायक से बात की और कहा कि दुर्घटना के बारे में पटनायक द्वारा साझा की गई जानकारी चिंताजनक है. मुख्यमंत्री ने भी हादसे में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया.

स्टालिन ने कहा कि मैंने परिवहन मंत्री एसएस शिवशंकर और 3 आईएएस अधिकारियों को दुर्घटना में शामिल तमिलों को बचाने के लिए ओडिशा जाने के लिए कहा है. एक हेल्पलाइन स्थापित करने का निर्देश दिया है.

इस बीच, दक्षिण रेलवे ने यहां चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर एक हेल्प डेस्क स्थापित किया है. इसने हेल्पलाइन नंबरों की भी घोषणा की. यह नंबर हैं 044-25330952, 044-25330953 और 044-25354771.

पीएम मोदी ने किया ट्वीट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह दुर्घटना से व्यथित हैं. स्थिति का जायजा लेने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की है.उन्हांेने कहा कि “ओडिशा में ट्रेन दुर्घटना से व्यथित. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. घायल जल्द स्वस्थ हों. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया. दुर्घटनास्थल पर बचाव अभियान चल रहा है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जा रही है.”

पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव एचके द्विवेदी ने कहा कि राज्य मंत्री मानस भुनिया और सांसद डोला सेन के नेतृत्व में एक टीम मौके पर भेज रहा है.केंद्रीय रेल मंत्री ने दुर्घटना के पीड़ितों के लिए 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए 2 लाख रुपये और मामूली चोटों वाले लोगों के लिए 50,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की है.

इस हादसे के साथ ही रेल मंत्रालय की रैवये की सोशल मीडिया पर जमकर की जा रही है. एक तो रेल यात्री टिकट इतना महंगा कर दिया गया है कि आम आदमी की पहुंच से रेल बाहर होता जा रहा है. दूसरे रेल गाड़ियों की संख्या पर्याप्त नहीं होने से रिजर्वेशन नहीं मिलते. तत्तकाल ही विकल्प बचा है. उसपर से रिजर्व बोगी में भी मारा-मारी मची रहती है. सरकार का जोर वंदेभारत जैसी लक्जरी गाड़ी चलाने पर जोर है. आम यात्री की सुरक्षा और यात्रा की परवाह नहीं.