पाकिस्तान लाइवः पीटीआई कार्यकर्ता सड़कों पर, देशव्यापी विरोध, एक की मौत मोबाइल इंटरनेट बंद
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, इस्लामाबाद
तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार करने पर पाकिस्तान मंे बवाल मचा हुआ है.इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद देश के अलग-अलग शहरों में पीटीआई कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस की गोली से एक पीटीआई कार्यकर्ता की मौत की भी खबर आई है.
गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि इमरान खान की गिरफ्तारी कानून के दायरे में हुई है.प्रदर्शनकारियों ने लाहौर में जीएचक्यू और रावलपिंडी में कैंट के सामने विरोध प्रदर्शन किया.क्वेटा में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के दो वाहनों में आग लगा दी.पंजाब प्रांत में धारा 144 लागू करने की अधिसूचना जारी की गई है.
कादिर ट्रस्ट मामले में इस्लामाबाद हाईकोर्ट में पेशी के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार कर लिया गया. इमरान खान को रावलपिंडी कार्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया है.एनएबी के पास इमरान खान का गिरफ्तारी वारंट था जो 1 मई को जारी किया गया था.
एनएबी के बयान के मुताबिक, इमरान खान भ्रष्टाचार के आरोपी हैं. उन्हें संबंधित अदालत में पेश किया जाएगा और मेडिकल जांच की जाएगी. इस बीच देश के प्रमुख शहरों में मोबाइल इंटरनेट सेवा और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के बंद होने की खबरें आ रही हैं.
पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (पीटीए) ने पुष्टि की है कि आंतरिक मंत्रालय के निर्देश पर पूरे पाकिस्तान में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है.इससे पहले ब्रिटिश समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से कहा कि पाकिस्तान के प्रमुख शहरों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.दुनिया भर में इंटरनेट और सोशल मीडिया पर नजर रखने वाली संस्था नेटब्लॉक्स ने कहा है कि पाकिस्तान में ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब को ब्लॉक कर दिया गया है.
क्वेटा में इमरान खान की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन, पुलिस से झड़प में पीटीआई कार्यकर्ता की मौत की खबर है.क्वेटा इलाके में एयरपोर्ट रोड पर छावनी के प्रवेश द्वार के पास पीटीआई के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया.
इसी बीच पुलिस और आक्रोशित कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए. प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और हवा में फायरिंग की. झड़प के दौरान तहरीक-ए-इंसाफ के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई और चार घायल हो गए.
गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के दो वाहनों में आग लगा दी, जबकि कई असैन्य वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया गया. मृत मजदूर के शव को सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी पहचान लोरलाई निवासी 27 वर्षीय उमर अजीज के रूप में हुई. डॉक्टर के मुताबिक उमर अजीज की मौत सिर में गोली लगने से हुई है. चार घायलों को भी अस्पताल लाया गया, जिनमें से एक को गोली लगी है.
क्वेटा के अलावा, पीटीआई कार्यकर्ताओं ने पशीन, किला अब्दुल्ला, चमन, किला सैफुल्ला, मुस्लिम बाग, डाकी, हरनाई, जियारत, संजावी और प्रांत के अन्य क्षेत्रों में भी विरोध किया और बलूचिस्तान को बाकी प्रांतों से जोड़ने वाले राजमार्गों पर यातायात अवरुद्ध कर दिया. इसके चलते अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच वाणिज्यिक वाहनों की आवाजाही बंद हो गई.क्वेटा में भयावह स्थिति को देखते हुए बलूचिस्तान सरकार ने शहर के सभी अस्पतालों में आपात स्थिति लागू कर दी है.
बलूचिस्तान आंतरिक विभाग ने पूरे बलूचिस्तान में 15 दिनों के लिए धारा 144 लागू कर दी. हथियारों के प्रदर्शन, रैलियों, जुलूसों और पांच से अधिक लोगों के जमावड़े पर प्रतिबंध लगा दिया.प्रांतीय गृह मंत्री जियाउल्लाह का कहना है कि किसी भी सूरत में स्थिति बिगड़ने नहीं दी जाएगी. जो भी स्थिति खराब करेगा उससे सख्ती से निपटा जाएगा. दुष्ट तत्वों के खिलाफ पूरी कार्रवाई की जाएगी.
मुख्यमंत्री बलूचिस्तान मीर अब्दुल कुदौस बिजेन्जो ने क्वेटा और प्रांत के अन्य क्षेत्रों में अराजकता की घटनाओं पर ध्यान दिया है.मुख्यमंत्री ने गृह विभाग, आईजी पुलिस, आयुक्तों और उपायुक्तों को शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री का कहना है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना सबका अधिकार है, लेकिन हिंसक घटनाओं में शामिल तत्वों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा.मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को धैर्य और सहनशीलता का परिचय देना चाहिए. कानून को हाथ में लेने की कोशिश नहीं करनी चाहिए.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सिंध के महासचिव के मुताबिक पूर्व संघीय मंत्री अली जैदी को काला पुल के पास से हिरासत में लिया गया है.फोर्ट बालाहिसर में एफसी मुख्यालय पर पीटीआई कार्यकर्ताओं पर हमला करने का प्रयास किया गया.पेशावर में, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कार्यकर्ताओं ने किला बाला हिसार में स्थित एफसी मुख्यालय पर हमला करने की कोशिश की.
मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने हवा में फायरिंग कर कार्यकर्ताओं को तितर-बितर किया.पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के केंद्रीय महासचिव असद उमर ने कहा है कि राणा सना की प्रेस कॉन्फ्रेंस पीडीएम सरकार की बदले की सोच और देश को गंभीर भ्रष्टाचार की ओर धकेलने की योजना का व्यावहारिक वर्णन है.
राणा सनाउल्लाह की प्रेस कॉन्फ्रेंस के जवाब में असद उमर ने कहा कि आयातित सरकार के मंत्री ने दिनदहाड़े डकैती के बाद देश की आंखों में झूठ फैलाने की कोशिश की.उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय भवन में अर्धसैनिक बलों द्वारा की गई डकैती पूरी तरह से अवैध, अनुचित और बेहद निंदनीय है.इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिए कानूनी आवश्यकताएं पूरी नहीं की गईं, लेकिन आपराधिक धमकी का सहारा लिया गया.